ओबरा बाजार में बिक रहा मिलावटी खाद, गुणवत्ता पर किसानों ने जतायी चिंता
जितने खुले बाजारों में यूरिया की उपलब्धता है, उसमें 50 प्रतिशत यूरिया खाद दो नंबर क्वालिटी की है
ओबरा. प्रखंड मुख्यालय के विभिन्न फर्टिलाइजर दुकानों में इन दिनों मिलावटी यूरिया की बिक्री धड़ल्ले से हो रही है. इसको लेकर किसान काफी चिंतित हैं. किसानों ने बताया कि एक तरफ बाजार में तय दाम से अधिक मूल्य पर यूरिया खाद की बिक्री की जा रही है, तो दूसरे तरफ किसानों को नकली खाद भी दे दी जा रही है. जितने खुले बाजारों में यूरिया की उपलब्धता है, उसमें 50 प्रतिशत यूरिया खाद दो नंबर क्वालिटी की है. किसान कमलेश कुमार विकल, कृष्णकांत शर्मा, मिथिलेश सिंह, उपेंद्र सिंह, मनोज सिंह, उपेंद्र कुमार ने बताया कि बाजार में बड़े पैमाने पर दो नंबर यूरिया फर्टिलाइजर दुकानों पर धड़ल्ले से बिक्री की जा रही है. बड़े किसान खाद लेने जा रहे हैं, तो उन्हें 20 में पांच बोरा नकली यूरिया खाद उपलब्ध करा दिया जा रहा है. इससे साफ जाहिर हो रहा है कि ओबरा में बड़े पैमाने पर नकली खाद की पैकिंग की जा रही है. कुछ दिन पहले सुरखी रोड में नकली यूरिया खाद की पैकिंग करने का मामला सामने आया था, लेकिन वह ठंडे बस्ते में डाल दिया गया. किसानों ने इस मामले पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि जब जिले में यूरिया रेक की उपलब्धता नहीं हुई थी तब से ही ओबरा बाजार में बड़े पैमाने पर यूरिया खाद आखिर कहां से उपलब्ध हुआ. यह जांच का विषय है. इधर, बिस्कोमान में खाद के वितरण की प्रक्रिया बुधवार से शुरू की गयी है. किसानों ने आरोप लगाया कि छोटे किसानों को खाद नहीं मिल रहा है और बड़े किसानों को गाड़ी भर कर खाद दी जा रही है. इधर, इस संबंध में प्रभारी कृषि पदाधिकारी रिया कुमारी ने कहा कि मामले की गंभीरता पूर्वक जांच करायी जायेगी. जिन फर्टिलाइजर दुकान पर कर्मियों को प्रतिनियुक्ति किया गया है, उन कर्मियों से विस्तार पूर्वक जानकारी ली जायेगी.
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