जहरीली गैस के कारण कुएं के अंदर सांस नहीं ले पाये चाचा-भतीजा, दम घुटने से दोनों की मौत

औरंगाबाद : बिहारमें औरंगाबाद जिले के नवीनगर प्रखंड के माली थाना क्षेत्र अंतर्गत सिमरा गांव के बधार में कुआं में मोटर पंप लगाने गये चाचा-भतीजे की मौत जहरीली गैस से दम घुटने के कारण हो गयी. पता चला कि सिमरा गांव निवासी सुदामा सिंह अपने भतीजा कुंदन सिंह के साथ खेत में पटवन के लिए […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 27, 2019 8:43 PM

औरंगाबाद : बिहारमें औरंगाबाद जिले के नवीनगर प्रखंड के माली थाना क्षेत्र अंतर्गत सिमरा गांव के बधार में कुआं में मोटर पंप लगाने गये चाचा-भतीजे की मौत जहरीली गैस से दम घुटने के कारण हो गयी. पता चला कि सिमरा गांव निवासी सुदामा सिंह अपने भतीजा कुंदन सिंह के साथ खेत में पटवन के लिए बधार स्थित कुंआ में मोटर पंप लगाने गये हुए थे. जैसे ही कुंआ में 20 फीट नीचे उतरे, वैसे ही जहरीली गैस होने के कारण वह सांस नहीं ले सके और बेहोश होकर गिर पड़े.

कुआं के अंदर से कोई हलचल सुनायी नहीं दी तो भतीजा कुंदन सिंह भी कुआं में उतरा गया. जिसके बाद वह भी गैस की चपेट में आ गया और बेहोश हो गया. जब दोनों चाचा-भतीजा काफी देर बीत जाने के बाद भी बाहर नहीं निकले तो ग्रामीणों ने लाइट के सहारे कुंआ में देखा. दोनों पड़े हुए दिखे. उसके बाद आनन-फानन में काफी मशक्कत से दोनों को बाहर निकाला गया और इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया गया. हालांकि यहां ड्यूटी पर कार्यरत डॉक्टर अमित वर्मा ने दोनों को मृत घोषित कर दिया. फिर इसकी सूचना नगर थाना पुलिस को दे दी गयी.

डॉक्टर द्वारा दोनों को मृत घोषित किये जाने के बाद परिजन दहाड़ मारकर अस्पताल परिसर में रोने-चिल्लाने लगे. फिर शव को बिना पोस्टमार्टम कराये घर लेकर चले गये. इधर घटना की सूचना पाकर माली थानाध्यक्ष रमेश कुमार सिंह दल-बल के साथ सदर अस्पताल पहुंचे और कहा कि दोनों शवों को पोस्टमार्टम कराने की अपील परिजनों से की. ताकि मौत के कारणों का पता चल सके. लेकिन, परिजन पोस्टमार्टम कराने से साफ तौर पर इन्कार कर गये.

घटना के बाद सिमरा गांव में मातम का माहौल कायम हो गया. ग्रामीणों की मानें तो मृतक सुदामा सिंह की दो बेटी व एक बेटा है. इधर, जानकार लोगों ने बताया कि कुआं काफी पुराना हो जाने के कारण जहरीली गैस हो जाता है. इसी वजह से कुएं के अंदर चाचा-भतीजा सांस नहीं ले पाये और दम घुट गया.