इंस्टीट्यूट ऑफ इंडो पर्शियन स्टडीज के सम्मेलन में अररिया कॉलेज के फारसी विभागाध्यक्ष ने लिया भाग

यह संस्था भारत के विद्वानों का एक समूह है

By MRIGENDRA MANI SINGH | December 28, 2025 6:50 PM

अररिया. इंस्टीट्यूट ऑफ इंडो पर्शियन स्टडीज द्वारा कोलकाता के ईरान सोसायटी में द्वितीय शीतकालीन स्कूल का 25 से 29 दिसंबर तक पांच दिवसीय सम्मेलन आयोजित किया गया. इसमें अररिया कॉलेज के फारसी विभागाध्यक्ष डॉ मुकेश कुमार सिन्हा को विषय विशेषज्ञ के रूप में आमंत्रित किया गया. यह संस्था भारत के विद्वानों का एक समूह है. जो फारसी भाषा व साहित्य के प्रचार प्रसार के लिए तन, मन, धन से जुड़ा हुआ है. जहां विषय विशेषज्ञ के रूप में जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के प्रोफेसर अख्तर हुसैन, अररिया कॉलेज के प्रोफेसर डॉ मुकेश कुमार सिन्हा, कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय, लंदन के डॉ महबूद गफ्फारी व मशहद विश्वविद्यालय, ईरान के शादी शाजेई आमंत्रित हुए. डॉ मुकेश कुमार सिन्हा ने इंस्टीट्यूट ऑफ इंडो पर्शियन स्टडीज के निदेशक प्रो अख्तर हुसैन से सीमांचल क्षेत्र में इस तरह के कार्यक्रम के लिए निवेदन किया. जिससे अररिया व अन्य जिलों के बच्चों में फारसी पढ़ने की उत्सुकता पैदा हो व बच्चे दिल से इस मध्यकालीन विरासत की भाषा को सीखें. ताकि 600 वर्षों की साहित्य, संस्कृति व धरोहर से अवगत हो सकें. इस कार्यक्रम में 50 प्रशिक्षु शामिल हुए. डॉ मुकेश कुमार सिन्हा ने बताया कि प्रो अख्तर हुसैन व अन्य विद्वानों के प्रयास व दिली मेहनत जरूर रंग लायेगी. साथ ही बच्चे इस साहित्य के तह तक जाकर समाज में नैतिक वातावरण की राह पुख्ता करेंगे. इस शिक्षण कार्यक्रम में प्रशिक्षु के अलावा डॉ नसरीन हुसैन, डॉ आबिद हुसैन, डॉ शाहिद जमील व अन्य कई शिक्षक मौजूद थे.

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