महंत की गद्दी को लेकर दो गुटों में हुई भिड़ंत, हंगामा

बाढ़ : बिहार राज्य धार्मिक न्यास पर्षद द्वारा मनोनीत महंत गजेंद्र दास का विरोध करते हुए कुछ लोगों ने शुक्रवार की शाम को बाढ़ के जलगोविंद मठ में जम कर हंगामा किया. हंगामा कर रहे लोगों ने गजेंद्र दास को महंत की गद्दी छोड़ने का अल्टीमेटम दिया. इस दौरान मरांची से आये फलहारी बाबा ने […]

By Prabhat Khabar Print Desk | February 4, 2017 6:26 AM
बाढ़ : बिहार राज्य धार्मिक न्यास पर्षद द्वारा मनोनीत महंत गजेंद्र दास का विरोध करते हुए कुछ लोगों ने शुक्रवार की शाम को बाढ़ के जलगोविंद मठ में जम कर हंगामा किया. हंगामा कर रहे लोगों ने गजेंद्र दास को महंत की गद्दी छोड़ने का अल्टीमेटम दिया. इस दौरान मरांची से आये फलहारी बाबा ने अपने समर्थकों के साथ मिल कर गजेंद्र दास को कमरे में बंद कर ताला लगा दिया. मौके पर पहुंची पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए आधा दर्जन लोगों को हिरासत में लिया. वहीं , एक बोलोरो भी जब्त की गयी है. जानकारी के अनुसार मनोनयन के बाद नये महंत गजेंद्र दास ने जलगोविंद मठ में कामकाज शुरू करते हुए संपत्ति की खोज खबर ली.
इसी बीच मठ की आमदनी और खर्चे को लेकर जब जांच आगे बढ़ी, तो हंगामा शुरू हो गया. शुक्रवार की शाम को मरांची के फलहारी बाबा अपने समर्थकों के साथ अचानक जलगोविंद मठ परिसर आ धमके और साधु समाज द्वारा उन्हें महंत के रूप में नियुक्त किये जाने का हवाला देते हुए फलहारी बाबा ने गजेंद्र दास को बाहर निकालने का अल्टीमेटम दिया. इसी दौरान गजेंद्र दास और फलहारी बाबा ने अपने समर्थकों के साथ शक्ति प्रदर्शन शुरू कर दिया. गजेंद्र दास ने आरोप लगाया है कि उन्हें आरोपितों ने जबरन कमरे में बंद कर बाहर से ताला लगा दिया.
फलहारी बाबा ने 26 जनवरी को भी उन्हें बरबाद करने की धमकी दी थी. वहीं, फलहारी बाबा ने बताया कि उन्हें साधु समाज द्वारा महंत बनाया गया है. इसलिए गजेंद्र दास को गद्दी पर रहने का अधिकार नहीं है. हंगामे की सूचना पाकर बाढ़ पुलिस मौके पर पहुंची और फलहारी बाबा के साथ उनके समर्थकों को हिरासत में लेकर थाने ले गयी.
बाढ़ के सीओ चंद्रकांत सिंह ने बताया कि गजेंद्र दास न्यास पर्षद द्वारा नियुक्त महंत हैं. विवाद में हस्तक्षेप करने का अधिकार न्यास पर्षद को है. वहीं, थानाध्यक्ष मनोज कुमार सिन्हा ने बताया कि मामले को लेकर जांच चल रही है. लिखित आवेदन देने के बाद कानूनी कार्रवाई की जायेगी. न्यास से जुड़े सदस्यों से विवाद को लेकर पूछताछ की जा रही है.

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