सेमीफाइनल में जगह बनाने के लिए आमने सामने होंगे रोनाल्डो और लेवानदोवस्की

मार्सेइले : यूरोप के दो सबसे शानदार स्ट्राइकर जब आमने सामने होंगे तो पोलैंड के रोबर्ट लेवानदोवस्की की नजरें कल यहां यूरो 2016 फुटबॉल टूर्नामेंट के क्वार्टर फाइनल में पुर्तगाल के क्रिस्टियानो रोनाल्डो के अंतरराष्ट्रीय ट्रॉफी जीतने के सपने को तोड़ने पर टिकी होंगी.... रोनाल्डो यूरोपीय चैम्पियनशिप के फाइनल में फ्रांस के महान खिलाड़ी माइकल […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 29, 2016 3:43 PM

मार्सेइले : यूरोप के दो सबसे शानदार स्ट्राइकर जब आमने सामने होंगे तो पोलैंड के रोबर्ट लेवानदोवस्की की नजरें कल यहां यूरो 2016 फुटबॉल टूर्नामेंट के क्वार्टर फाइनल में पुर्तगाल के क्रिस्टियानो रोनाल्डो के अंतरराष्ट्रीय ट्रॉफी जीतने के सपने को तोड़ने पर टिकी होंगी.

रोनाल्डो यूरोपीय चैम्पियनशिप के फाइनल में फ्रांस के महान खिलाड़ी माइकल प्लातिनी के नौ गोल के रिकार्ड की बराबरी करने से सिर्फ एक गोल दूर हैं. रीयाल मैड्रिड का यह स्टार खिलाड़ी पहले ही चार यूरो में गोल करने वाला पहला खिलाड़ी बन चुका है और टूर्नामेंट में सबसे अधिक मैचों में खेलने वाला खिलाड़ी भी है.

रोनाल्डो ने हंगरी के खिलाफ दो गोल दागते हुए टीम को तीसरा स्थान दिलाकर नाकआउट में जगह दिलाई लेकिन अब तक फ्रांस में वह अपनी चमक नहीं दिखा पाए हैं. वह ऑस्ट्रिया के खिलाफ ड्रॉ के दौरान पेनल्टी भी चूक गए थे. क्रोएशिया के खिलाफ अंतिम 16 के मुकाबले में भी रोनाल्डो 117 मिनट तक कोई गोल नहीं कर सकते लेकिन गोल के उनके एकमात्र प्रयास के रिबाउंड पर रिकार्डो क्वारेस्मा ने गोल दागते हुए टीम को जीत दिलाई.

पोलैंड की टीम हालांकि सतर्क है और टीम के गोलकीपर वोसिएच सेस्नी ने इन सुझावों को खारिज किया कि रोनाल्डो शीर्ष फार्म में नहीं हैं. यह गोलकीपर साथ ही हाल में बायर्न म्यूनिख के साथ तीन करोड़ 85 लाख डालर का करार करने वाले रेनाटो सांचेज से भी प्रभावित है जिन्होंने क्रोएशिया के खिलाफ शुरुआती एकादश में जगह नहीं बनाने के बावजूद मैन आफ द मैच हासिल किया. सांचेज सिर्फ 18 साल के हैं.

दूसरी तरफ लेवानदोवस्की अब तक फ्रांस में चार मैचों में एक भी गोल नहीं कर पाए हैं लेकिन स्विट्जरलैंड के खिलाफ पेनल्टी शूटआउट में 5-4 की जीत के दौरान उन्होंने धैर्य बरकरार रखते हुए पेनल्टी किक को गोल में बदला था जिससे उनकी टीम ने 34 साल में पहली बार किसी बड़े टूर्नामेंट के क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई. राफेल गुरेइरो, आंद्रे गोम्स और जाओ मोटिन्हो की फिटनेस हालांकि पुर्तगाल के लिए चिंता का सबब हो सकती है.