शारापोवा मामले का नहीं पड़ेगा टेनिस पर असर : विशेषज्ञ

पेरिस : मारिया शारापोवा के डोप टेस्ट में विफल रहने और टेनिस की सुनहरी पीढ़ी के दौर के अवसान समेत इस खेल को अपनी वैश्विक लोकप्रियता बरकरार रखने के लिये कई बड़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि खेल इस तूफान को झेल लेगा. खेल प्रायोजन विशेषज्ञ रेपूकाम […]

By Prabhat Khabar Print Desk | March 11, 2016 4:59 PM

पेरिस : मारिया शारापोवा के डोप टेस्ट में विफल रहने और टेनिस की सुनहरी पीढ़ी के दौर के अवसान समेत इस खेल को अपनी वैश्विक लोकप्रियता बरकरार रखने के लिये कई बड़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि खेल इस तूफान को झेल लेगा.

खेल प्रायोजन विशेषज्ञ रेपूकाम के प्रबंध निदेशक जोन स्टेनर ने कहा ,‘‘ मारिया शारापोवा के डोपिंग मामले का खेल पर उतना असर नहीं पड़ेगा जितना साइकिलिंग या फर्राटा दौड में पड़ता है. इन दोनों मामलों में एक निश्चित समय सीमा में कई खिलाड़ी डोपिंग टेस्ट में नाकाम रहे.’ पांच बार की ग्रैंडस्लैम चैम्पियन शारापोवा की कमाई सेरेना विलियम्स से अधिक है जिसने 21 ग्रैंडस्लैम जीते हैं. सेरेना को ट्विटर पर 60 लाख लोग फालो करते हैं जबकि शारापोवा के 20 लाख फालोअर्स हैं.

स्टेनर ने कहा ,‘‘ शारापोवा दुनिया की सबसे ज्यादा मार्केटेबल महिला खिलाड़ी है. सेलिब्रिटी डीबीआई इंडेक्स के अनुसार उसे जानने वाले 76 प्रतिशत लोगों में से 74 प्रतिशत उसे पसंद करते हैं.’ इस बीच सेरेना के भविष्य को लेकर भी सवाल उठने लगे हैं जो सितंबर में 35 बरस की हो जायेगी. रोजर फेडरर भी अगस्त में 35 साल के होने वाले हैं जिन्होंने 2012 विम्बलडन के बाद से कोई ग्रैंडस्लैम नहीं जीता. रफेल नडाल 30 साल के हो चुके हैं और खराब फार्म से जूझ रहे हैं.

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