कोहली की टीम RCB ने की आईपीएल में शर्मनाक रिकॉर्ड की बराबरी

बेंगलुरू : आईपीएल में विराट कोहली की टीम रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने एक शर्मनाक रिकॉर्ड की बराबरी कर ली है. मौजूदा सत्र में कोहली की टीम अब तक एक भी मैच नहीं जीत पायी और उसे लगातार 6 मैचों में हार का सामना करना पड़ा है. आईपीएल में लगातार 6 मैच हारने के रिकॉर्ड की […]

By Prabhat Khabar Print Desk | April 7, 2019 9:10 PM

बेंगलुरू : आईपीएल में विराट कोहली की टीम रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने एक शर्मनाक रिकॉर्ड की बराबरी कर ली है. मौजूदा सत्र में कोहली की टीम अब तक एक भी मैच नहीं जीत पायी और उसे लगातार 6 मैचों में हार का सामना करना पड़ा है.

आईपीएल में लगातार 6 मैच हारने के रिकॉर्ड की बराबरी कोहली की टीम ने कर ली है. लेकिन आरसीबी ऐसा करने वाली पहली टीम नहीं है, बल्कि इससे पहले 2013 में दिल्‍ली डेयरडेविल्‍स की टीम ने भी ऐसा शर्मनाक रिकॉर्ड बनाया था. 2013 के आईपीएल मैचों में दिल्‍ली की टीम को भी लगातार 6 मैचों में हार का सामना करना पड़ा था.

इधर लगातार छह मैचों में हार से आहत रायल चैलेंजर्स बैंगलोर के कप्तान विराट कोहली ने दिल्ली कैपिटल्स के हाथों मिली पराजय के बाद कहा कि उनकी टीम फिर से मौकों का फायदा उठाने में नाकाम रही और हार के लिये हर दिन बहाना नहीं बनाया जा सकता.

बैंगलोर ने आठ विकेट पर 149 रन बनाये, लेकिन वह इसका बचाव नहीं कर पाया और दिल्ली ने चार विकेट से जीत दर्ज की. कोहली ने मैच के बाद कहा, हम सोच रहे थे कि 160 का स्कोर प्रतिस्पर्धी होगा लेकिन हम नियमित अंतराल में विकेट गंवाते रहे और इसलिए मैं आखिर तक क्रीज पर बने रहना चाहता था. यहां तक कि 150 रन के स्कोर पर भी अगर हमने मौकों का फायदा उठाया होता तो उनके लिये मुश्किल हो सकती थी.

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हमें इन मौकों का फायदा उठाने की जरूरत है, हर दिन बहाना नहीं बनाया जा सकता. उन्होंने कहा, हम मैच वाले दिन कभी अच्छा खेल नहीं दिखा पाये. इस सत्र में आरसीबी की यही कहानी है. कोहली ने 33 गेंदों पर 41 रन बनाये और उन्होंने कहा कि उनके पास इस तरह की पारी खेलने के अलावा कोई विकल्प नहीं था. उन्होंने कहा, इस विकेट पर बल्लेबाजी करना मुश्किल था.

जब एबी डिविलियर्स आउट हुआ तो मुझे पारी संवारनी पड़ी. स्टोइनिस भी अच्छा खेल रहा था और अक्षदीप भी. जब एक सीनियर खिलाड़ी आउट होता है तो दूसरे सीनियर को पारी संवारनी होती है. मैं उस चरण में आउट होकर खुश नहीं था. अगर मैं टिका रहता तो टीम के लिये 25-30 रन और बना सकता है. मुझे लगता है कि 160 रन अच्छा स्कोर होता.

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