Hong Kong Open 2025: सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी-चिराग शेट्टी की जोड़ी को फाइनल में मिली हार

Hong Kong Open 2025: भारत की शीर्ष पुरुष युगल जोड़ी सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी ने हांगकांग ओपन सुपर 500 बैडमिंटन टूर्नामेंट में शानदार खेल दिखाया, लेकिन फाइनल में चीनी जोड़ी से हारकर उपविजेता बनी.

By Aditya Kumar Varshney | September 14, 2025 4:03 PM

Hong Kong Open 2025: भारत की शीर्ष पुरुष युगल जोड़ी सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी (Satwiksairaj Rankireddy and Chirag Shetty) ने हांगकांग ओपन (Hong Kong Open) सुपर 500 बैडमिंटन टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन करते हुए फाइनल तक का सफर तय किया, लेकिन निर्णायक मुकाबले में चीन की जोड़ी लियांग वेई केंग और वैंग चैंग से हार का सामना करना पड़ा. पहला गेम जीतने के बावजूद भारतीय जोड़ी 61 मिनट तक चले संघर्षपूर्ण मुकाबले में 21-19, 14-21, 17-21 से पिछड़ गई और उपविजेता बनकर संतोष करना पड़ा.

रफ्तार खो बैठे भारतीय खिलाड़ी

फाइनल मुकाबले की शुरुआत सात्विक और चिराग ने आक्रामक अंदाज में की. चिराग शेट्टी के तेज स्मैश और सात्विक के नेट पर सटीक खेल ने उन्हें पहला गेम दिलाने में अहम भूमिका निभाई. शुरुआती गेम में स्कोर बराबरी पर चलता रहा, लेकिन 19-19 की स्थिति पर भारतीय जोड़ी ने शानदार वापसी करते हुए 21-19 से गेम अपने नाम किया. इससे भारतीय दर्शकों में उम्मीद जगी कि जोड़ी खिताब अपने नाम करेगी.

चीनी जोड़ी की जोरदार वापसी

दूसरे गेम में चीन के वैंग चैंग और लियांग वेई केंग ने शानदार रणनीति अपनाई. वैंग ने कोर्ट के पिछले हिस्से से बेहतरीन खेल दिखाया और ब्रेक तक चीनी जोड़ी 11-6 से आगे हो गई. भारतीय जोड़ी ने कोशिशें कीं लेकिन लगातार अंक गंवाने से उनका दबदबा कमजोर पड़ गया. अंततः दूसरा गेम चीन ने 21-14 से जीत लिया और मुकाबला बराबरी पर आ गया.

जल्दी पिछड़े सात्विक-चिराग

तीसरे और निर्णायक गेम की शुरुआत में ही भारतीय जोड़ी दबाव में आ गई. लियांग और वैंग ने लगातार पांच अंक हासिल कर 5-0 की बढ़त बना ली. इसके बाद भारतीय जोड़ी संभल ही नहीं पाई और ब्रेक तक चीन 11-2 से आगे निकल गया. हालांकि सात्विक-चिराग ने तीन मैच प्वाइंट बचाकर स्कोर 17-20 तक खींचा, लेकिन आखिरकार एक गलत रिटर्न ने उनकी हार पर मुहर लगा दी.

टूटा परफेक्ट रिकॉर्ड, फिर भी ऐतिहासिक उपलब्धि

इस हार के साथ सात्विक और चिराग का सुपर 500 फाइनल्स में अजेय रिकॉर्ड भी टूट गया. इससे पहले वे अपने सभी चार सुपर 500 फाइनल जीत चुके थे. हालांकि 16 महीनों में पहली बार किसी फाइनल में पहुंचना और लगातार दूसरा विश्व चैंपियनशिप कांस्य पदक जीतना इस भारतीय जोड़ी की स्थिरता और दमदार खेल का सबूत है. अब उनका ध्यान आगामी टूर्नामेंट्स और पेरिस ओलंपिक की तैयारियों पर होगा.

पिछला रिकॉर्ड और भविष्य की उम्मीदें

लियांग और वैंग के खिलाफ भारतीय जोड़ी को यह सातवीं हार मिली है जबकि वे केवल तीन बार जीत दर्ज कर पाए हैं. दिलचस्प बात यह है कि हाल ही में पेरिस विश्व चैंपियनशिप में सात्विक-चिराग ने इसी चीनी जोड़ी को हराया था. हालांकि रविवार को जीत हाथ से निकल गई, लेकिन इस प्रदर्शन से साफ है कि भारतीय जोड़ी दुनिया की टॉप टीमों को चुनौती देने का दम रखती है. आने वाले समय में उनसे और बड़े खिताबों की उम्मीद की जा सकती है.

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