‘आप हर किसी को खुश नहीं कर सकते’, टीम चयन पर Ajit Agarkar की बेबाक राय
Ajit Agarkar: भारतीय सीनियर पुरुष क्रिकेट टीम के मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर ने टीम के चयन में आने वाली चुनौतियों पर खुलकर बात की है. उन्होंने कहा कि इतने सारे खिलाड़ियों में से कुछ को चुनना एक बड़ा काम होता है. आप हर किसी को खुश नहीं कर सकते. कई बार आपके फैसलों की आलोचना भी होती है. यह बड़ा चुनौतीपूर्ण काम है.
Ajit Agarkar: टीम इंडिया के चीफ सेलेक्टर अजीत अगरकर ने चयनकर्ता के रूप में अपनी भूमिका के बारे में खुलकर बात की. अपना खेल करियर समाप्त करने के बाद, अगरकर ने बीसीसीआई के चयनकर्ताओं के अध्यक्ष के रूप में काम शुरू करने से पहले एक क्रिकेट कमेंटेटर के रूप में काम किया. एक खिलाड़ी, उसके बाद कमेंटेटर और फिर चयनकर्ता, तीनों की तुलना करने के लिए पूछे जाने पर, अगरकर ने स्वीकार किया कि चयनकर्ता होना उनके लिए सबसे बड़ी चुनौती रही है, जबकि उनके खेल के दिन सबसे संतोषजनक रहे. उन्होंने कहा बल्ला और गेंद हाथ में हो और अपना काम पूरा हो जाए तो सबसे संतोषजनक रहता है. You can not please everyone Ajit Agarkar candid opinion on team selection
एक खिलाड़ी के रूप में मिलती है सबसे ज्यादा संतुष्टि
एनडीटीवी के वर्ल्ड समिट 2025 में बोलते हुए अगरकर ने कहा, ‘मैं शायद पहले आसान विकल्प चुनूंगा. एक कमेंटेटर होने के नाते, मेरा कोई अनादर नहीं है, आप कड़ी मेहनत करते हैं, मैदान पर घंटों बिताते हैं. जब तक आप सही शब्द बोल पाते हैं, एक कमेंटेटर के रूप में आपका काम पूरा हो जाता है.’ उन्होंने आगे कहा, ‘खेलने से आपको सबसे ज्यादा संतुष्टि मिलती है. हर बार जब आप मैदान पर कदम रखते हैं, तो आपको पता होता है कि आपकी जिम्मेदारी दांव पर है. एक खिलाड़ी के तौर पर आपके लिए एक बात यह है कि गेंद या बल्ला आपके हाथ में होता है.’
कुछ लोग फैसलों की आलोचना करेंगे ही
अगरकर ने आगे कहा, ‘एक चयनकर्ता के तौर पर, एक बार जब आप 15 खिलाड़ियों की टीम चुन लेते हैं, तो आपके हाथ में और कुछ नहीं होता. यह एक चुनौतीपूर्ण, व्यस्त और उच्च मांग वाला काम है. आप सभी को खुश नहीं कर सकते.’ अगरकर ने बीसीसीआई के चयनकर्ता जैसे उच्च दबाव वाले पद पर आने वाले बोझ पर भी अपने विचार शेयर किए. उन्होंने कहा, ‘इतने सारे खिलाड़ियों में से कुछ को चुनना एक अच्छी बात है. इससे प्रतिस्पर्धा का स्तर बढ़ता है और प्रदर्शन का स्तर ऊंचा रहता है. यह खेल भारत में इतना लोकप्रिय है कि कुछ लोग आपके फैसलों की आलोचना भी करेंगे. पिछले कुछ सालों में प्रशंसकों की संख्या कई गुना बढ़ गई है.’
सोशल मीडिया ट्रेंड पर ध्यान नहीं देते अगरकर
जब उनसे पूछा गया कि क्या वह #JusticeForShreyasIyer जैसे सोशल मीडिया ट्रेंड पर ध्यान देते हैं, तो अगरकर कहते हैं, ‘मैं ध्यान नहीं देता. यह कोई जीतने वाली स्थिति नहीं है. हम साल भर में बहुत सारा क्रिकेट देखते हैं.’ 47 वर्षीय अगरकर 4 जुलाई 2023 से बीसीसीआई चयन समिति के अध्यक्ष हैं. हर बार जब किसी सीरीज या टूर्नामेंट के लिए टीम चुनी जाती है तो फैंस का एक बड़ा वर्ग अगरकर के फैसले से खुश नहीं होता. वैसे भी भारत में इस समय इतनी क्रिकेट प्रतिभा है कि एक समय में सभी को मौका देना संभव नहीं है. अगरकर ने खुद कई बार इस बात को सार्वजनिक तौर पर कहा है.
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