Video: भारत पर दवाब… IND W vs SA W Final से पहले लौरा वोल्वार्ट ने दिया बड़ा बयान, फैंस में मची खलबली
IND W vs SA W Final: महिला वनडे विश्व कप 2025 का फाइनल रविवार को भारत और साउथ अफ्रीका के बीच खेला जाएगा. मुकाबले से पहले अफ्रीकी कप्तान लौरा वोल्वार्ट ने कहा कि घरेलू दर्शकों के कारण दबाव भारत पर रहेगा. उन्होंने अपनी टीम से कहा धीरे चलो, गहरी सांस लो और शांत रहो.
IND W vs SA W Final: महिला विश्व कप 2025 (Women’s World Cup 2025) का रोमांच अपने चरम पर है. खिताबी मुकाबला रविवार को नवी मुंबई के डीवाई पाटिल स्टेडियम में भारत और साउथ अफ्रीका (IND W vs SA W) के बीच खेला जाएगा. पूरा देश इस ऐतिहासिक भिड़ंत का बेसब्री से इंतजार कर रहा है. भारत ने सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया को हराकर फाइनल में जगह बनाई, जबकि साउथ अफ्रीका ने इंग्लैंड को मात देकर पहली बार वनडे विश्व कप के फाइनल में प्रवेश किया है. फाइनल से पहले साउथ अफ्रीका की कप्तान लौरा वोल्वार्ट (Laura Wolvaardt) ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि इस मैच में दबाव भारत पर ज्यादा रहेगा क्योंकि घरेलू दर्शक पूरी तरह मेजबान टीम के साथ होंगे. उन्होंने अपनी टीम को सलाह दी कि भीड़ और माहौल के बीच खुद को शांत रखें और खेल का आनंद लें.
लौरा वोल्वार्ट ने फाइनल को लेकर कही बड़ी बात
लौरा वोल्वार्ट का कहना है कि जब पूरा स्टेडियम भारत के समर्थन में होगा, तब दबाव मेजबान टीम पर ही होगा. उन्होंने कहा मुझे लगता है कि भारत पर जीत की उम्मीदें बहुत होंगी. यह हमारे लिए फायदेमंद हो सकता है. हमें सिर्फ अपनी बुनियादी चीजों पर टिके रहना है और संयम बनाए रखना है. उन्होंने बताया कि कोच मंडला मशिम्बी टीम को हमेशा प्रेरित करते हैं, जबकि वह खुद खिलाड़ियों से बस इतना कहती हैं धीरे चलो, गहरी सांस लो और शांत रहो. वोल्वार्ट के मुताबिक, इतने बड़े मैच में घबराने के बजाय धैर्य से खेलना ही सबसे अहम होता है.
पिछले अनुभव से मजबूत हुई टीम
हालांकि साउथ अफ्रीका पहली बार वनडे विश्व कप फाइनल में पहुंची है, लेकिन टीम ने टी20 विश्व कप के दो फाइनल खेले हैं. उन अनुभवों से अब खिलाड़ी मानसिक रूप से मजबूत हो चुके हैं. वोल्वार्ट ने कहा पहली बार जब फाइनल खेला था, तो दिमाग बस ट्रॉफी जीतने के इर्द-गिर्द घूमता था. अब हम नतीजे के बारे में नहीं सोचते, बस हर पल को सही ढंग से खेलने की कोशिश करते हैं. बड़ा मैच है, लेकिन हमें इसे सामान्य मैच की तरह लेना होगा.
साउथ अफ्रीका का सफर
साउथ अफ्रीका की टीम का सफर इस टूर्नामेंट में उतार-चढ़ाव भरा रहा. इंग्लैंड के खिलाफ 69 रन पर सिमटने के बाद टीम ने लगातार पांच मुकाबले जीते. फिर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 97 पर ढेर होने के बावजूद खिलाड़ी हिम्मत नहीं हारे. सेमीफाइनल में वोल्वार्ट ने इंग्लैंड के खिलाफ 169 रन की शानदार पारी खेली, जबकि मरिजान कैप ने पांच विकेट झटके. दोनों के प्रदर्शन की बदौलत टीम ने फाइनल में जगह पक्की की. कप्तान ने कहा हमने खराब मैचों से सबक लिया और आगे बढ़े. अगर उन हारों में ही उलझे रहते, तो आज यहां तक नहीं पहुंच पाते.
भारत के खिलाफ लौरा का जलवा
भारतीय टीम के लिए लौरा वोल्वार्ट सबसे बड़ी चुनौती साबित हो सकती हैं. वह इस टूर्नामेंट की हाईएस्ट रन स्कोरर हैं. अब तक आठ मैचों में उन्होंने एक शतक और तीन अर्धशतक की मदद से 470 रन बनाए हैं. इंग्लैंड के खिलाफ उनकी 169 रन की पारी यादगार रही. भारत के खिलाफ उनका रिकॉर्ड भी शानदार है. 2017 से 2025 के बीच खेले गए 21 मैचों में उन्होंने 806 रन बनाए हैं, जिनमें एक शतक और सात अर्धशतक शामिल हैं. उनका बेस्ट स्कोर नाबाद 135 रन है. वोल्वार्ट की इस लय को देखकर भारतीय गेंदबाजों को रणनीति के साथ उतरना होगा.
वर्ल्ड कप जीतने से बदल जाएगी तस्वीर
वोल्वार्ट का मानना है कि अगर साउथ अफ्रीका यह खिताब जीतता है, तो देश में महिला क्रिकेट की दिशा बदल जाएगी. उन्होंने कहा अगर हम ट्रॉफी जीतते हैं तो यह सिर्फ टीम की नहीं, बल्कि पूरे देश की लड़कियों की जीत होगी. बहुत सी नई खिलाड़ी हमें देखकर क्रिकेट अपनाएंगी. यह जीत साउथ अफ्रीकी महिला क्रिकेट के लिए मील का पत्थर साबित होगी. उन्होंने बताया कि इस टूर्नामेंट के चलते पहले ही देश में महिला क्रिकेट को लेकर उत्साह बढ़ा है और अगर फाइनल में जीत मिलती है, तो यह जोश और भी ऊंचा होगा.
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