MCG की पिच पर चला ICC का चाबुक, बॉक्सिंग डे टेस्ट को लेकर दी बड़ी सजा

ICC Rated MCG Pitch: एशेज के चौथे टेस्ट के बाद मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड की पिच आईसीसी के निशाने पर आ गई. मैच दो दिन में खत्म हुआ और बल्लेबाज पूरी तरह असहाय नजर आए. 36 विकेट गिरने और कोई अर्धशतक नहीं लगने के कारण पिच को अनसंतोषजनक घोषित किया गया. यह फैसला पिच की गुणवत्ता पर सवाल खडे करता है.

By Aditya Kumar Varshney | December 29, 2025 7:00 PM

ICC Rated MCG Pitch: मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (MCG) की पिच को लेकर ICC ने बडा फैसला लिया है. एशेज सीरीज (Ashes Series) के चौथे टेस्ट के बाद MCG की पिच को असंतोषजनक करार दिया गया है. यह मैच सिर्फ दो दिन में खत्म हो गया था और बल्लेबाजों को टिकने का कोई मौका नहीं मिला. तेज गेंदबाजों का दबदबा इतना ज्यादा रहा कि पूरे मैच में एक भी अर्धशतक नहीं लगा. आईसीसी के मुताबिक पिच जरूरत से ज्यादा गेंदबाजों के अनुकूल थी. इसी वजह से एमसीजी को एक डिमेरिट अंक दिया गया है जो अगले पांच साल तक रिकॉर्ड में रहेगा. इस फैसले ने क्रिकेट जगत में पिच की गुणवत्ता पर एक बार फिर बहस छेड दी है.

ICC ने क्यों दी MCG पिच को सजा?

ICC ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर बताया कि मेलबर्न टेस्ट की पिच गाइडलाइंस के अनुसार सही नहीं थी. मैच में कुल 36 विकेट सिर्फ 142 ओवर में गिर गए. बल्लेबाजों के लिए हालात बेहद मुश्किल थे और कोई भी खिलाड़ी पचास रन तक नहीं पहुंच सका. मैच रेफरी जेफ क्रो ने कहा कि पिच ने गेंदबाजों को अनुचित फायदा दिया. पहले दिन 20 विकेट गिरे और दूसरे दिन 16 विकेट गिर गए. ऐसे में मैच का दो दिन में खत्म होना तय हो गया. इसी आधार पर पिच को अनसंतोषजनक माना गया.

तेज गेंदबाजों का पूरा दबदबा

इस टेस्ट मैच की सबसे खास बात यह रही कि सभी 36 विकेट तेज गेंदबाजों ने ही लिए. स्पिनरों को लगभग कोई भूमिका नहीं मिली. इंग्लैंड के तेज आक्रमण ने शुरुआत से ही ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों पर दबाव बना दिया. जोश टंग ने पहली पारी में 5 विकेट लेकर ऑस्ट्रेलिया को सिर्फ 152 रन पर समेट दिया. ऑस्ट्रेलिया की तरफ से माइकल नेसर ने सबसे ज्यादा 35 रन बनाए. इसके जवाब में इंग्लैंड की टीम भी मुश्किल में दिखी और 110 रन पर सिमट गई. बल्लेबाजों के लिए दोनों पारियों में टिकना बेहद कठिन साबित हुआ.

दो दिन में खत्म हुआ रोमांचक टेस्ट

पहले दिन ही कुल 20 विकेट गिर गए जिससे मैच पूरी तरह पलट गया. ऑस्ट्रेलिया ने दूसरी पारी भी पहले ही दिन शुरू कर दी थी. दूसरे दिन भी वही कहानी रही और ऑस्ट्रेलियाई टीम सिर्फ 132 रन बना सकी. ट्रेविस हेड ने 46 रन बनाए जो पूरे मैच का सर्वोच्च व्यक्तिगत स्कोर रहा. इंग्लैंड की तरफ से ब्राइडन कार्स और कप्तान बेन स्टोक्स ने शानदार गेंदबाजी की. इंग्लैंड को जीत के लिए 175 रन का लक्ष्य मिला जिसे उसने 32 ओवर से थोडे ज्यादा में हासिल कर लिया.

एशेज सीरीज पर क्या पडा असर?

इस जीत के साथ इंग्लैंड ने ऑस्ट्रेलिया में 2011 के बाद पहली बार टेस्ट मैच जीता. हालांकि एशेज सीरीज पर इसका ज्यादा असर नहीं पडा क्योंकि ऑस्ट्रेलिया पहले ही शुरुआती तीन टेस्ट जीतकर सीरीज अपने नाम कर चुका था. सीरीज का स्कोर 3 1 हो गया लेकिन एमसीजी की पिच चर्चा का केंद्र बन गई. आईसीसी का यह फैसला भविष्य में पिच तैयार करने वालों के लिए एक सख्त संदेश माना जा रहा है. क्रिकेट में संतुलन बनाए रखने के लिए बल्लेबाज और गेंदबाज दोनों के लिए बराबर मौका होना जरूरी है.

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