‘तुमसे और शतक चाहिए’, पहला वर्ल्ड कप शतक जड़ने वाली प्रतीका रावल के पिता ने कर दी डिमांड
Womens World Cup: टीम इंडिया की ओपनर प्रतीका रावल ने न्यूजीलैंड महिला के खिलाफ शानदार शतक जड़ भारत को सेमीफाइनल में पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई. उन्होंने अपना पहला वर्ल्ड कप शतक जड़ा, जिससे उनके पिता प्रदीप काफी खुश हैं. हालांकि प्रदीप चाहते हैं कि उनकी बेटी और शतक जड़े और भारत को वर्ल्ड कप ट्रॉफी दिलाने में मदद करे. प्रदीप खुद भी क्रिकेटर बनना चाहते थे, लेकिन वह अभी बीसीसीआई लेवल के अंपायर हैं.
Womens World Cup: भारतीय महिला टीम की ओपनर प्रतीका रावल के शानदार 122 रनों (134 गेंद) की बदौलत भारत को महिला वनडे वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में पहुंचने में अहम भूमिका निभाई. उनके पिता प्रदीप ने उनकी पहली वर्ल्ड कप सेंचुरी पर खुशी जताई और उनकी जमकर तारीफ की. गुरुवार को नवी मुंबई के डीवाई पाटिल स्पोर्ट्स अकादमी में मजबूत न्यूजीलैंड के खिलाफ भारत को जीत की बेहद जरूरत थी. टॉस न्यूजीलैंड के पक्ष में गया और उन्होंने मेजबान टीम को पहले बल्लेबाजी के लिए आमंत्रित किया. प्रतीका और उप-कप्तान स्मृति मंधाना ने पहले विकेट के लिए 212 रनों की शानदार साझेदारी करके भारत को बेहतरीन शुरुआत दी. दोनों ने ही अपना शतक पूरा किया. I want more centuries from you father of Pratika Rawal demands after first World Cup century
अर्धशतक के बाद प्रतीका ने बढ़ाई अपनी गति
प्रतीका ने क्रीज पर कुछ ज्यादा समय बिताया और कट, पुल और ड्राइव शॉट लगाकर 75 गेंदों में अपना अर्धशतक पूरा किया. उन्होंने फ्लिक किया और स्वीप करके अपनी गति बढ़ाई, जिससे 47 गेंदों में उनका अर्धशतक पूरा हुआ. प्रतीका ने इस ऐतिहासिक पल का जश्न मनाने के लिए अपना हेलमेट उतारा और अपना बल्ला हवा में उठाया. प्रतीका के पिता प्रदीप भी एक क्रिकेटर बनना चाहते थे, लेकिन परिवार से मिले सहयोग और अन्य परिस्थितियों के कारण अपने सपने को साकार नहीं कर पाए. उन्होंने खुलासा किया कि वह अपनी पहली संतान को क्रिकेटर बनाना चाहते थे.
पहले बच्चे को क्रिकेटर बनाना चाहते थे प्रतीका के पिता
अपनी बेटी की पहली शतकीय पारी के साथ, प्रदीप अब चाहते हैं कि वह फिर से तीन अंकों का आंकड़ा पार करें और भारत को वर्ल्ड कप में जीत दिलाए. प्रदीप ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया, ‘यह लंबे समय से प्रतीक्षित शतक था. यह वर्ल्ड कप का उसका पहला शतक है. जब वह तीन साल की थी, तब मैंने उसे बल्लेबाजी सिखाई थी. जब मैं अंपायर था, तब वह मेरे साथ मैचों में जाती थी. परिवार की ऐसी पृष्ठभूमि है. मैंने विश्वविद्यालय स्तर पर भी खेला है और मैं बीसीसीआई स्तर का अंपायर हूं. मैंने हमेशा सोचा था कि मैं अपने पहले बच्चे को क्रिकेटर बनाऊंगा.’
प्रतीका और स्मृति मंधाना ने जड़ा शतक
उन्होंने अंत में कहा, ‘अपनी कमियों और परिवार से मिले सहयोग की कमी के बावजूद, मैं यह सुनिश्चित करना चाहता था कि उसे कभी ऐसी स्थिति का सामना न करना पड़े. आने वाले मैच बहुत महत्वपूर्ण हैं. भारत ही एकमात्र टीम है जो ऑस्ट्रेलिया को हरा सकती है. मैंने उससे कहा कि मैं उससे और शतक चाहता हूं.’ इस उपलब्धि तक पहुंचने के बाद, प्रतीका ने लगातार बाउंड्रीज की तलाश जारी रखी और दो शानदार छक्के भी लगाए. इसके बाद, अमेलिया केर की गेंद पर हन्ना रोवे को कैच दे दिया और 122 रन बनाकर ड्रेसिंग रूम लौट गईं. प्रतीका के आउट होने के बाद, जेमिमा रोड्रिग्स ने 55 गेंदों में नाबाद 76 रनों की पारी खेलकर भारत को 340/3 के स्कोर तक पहुंचाया.
भारत ने न्यूजीलैंड पर 53 रनों से दर्ज की जीत
जवाब में, अमेलिया केर (45), ब्रुक हॉलिडे (81) और इसाबेला गेज (65) के शानदार प्रदर्शन के बावजूद न्यूजीलैंड लड़खड़ा गया. इन तीनों की कड़ी मेहनत जीत हासिल करने में नाकाम रही और न्यूजीलैंड को 53 रनों से (डीएलएस पद्धति) हार का सामना करना पड़ा. इस जीत ने भारत को सेमीफाइनल में जगह बनाने वाली चौथी टीम बना दिया. लीग चरण में भारत को अब भी एक और मैच खेलना है, जो बांग्लादेश के खिलाफ है. बांग्लादेश का इस टूर्नामेंट में प्रदर्शन काफी खराब रहा है और वह अंक तालिका में सबसे नीचे आठवें स्थान पर है.
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