ED ने शिखर धवन को भेजा नोटिस, ऑनलाइन बेटिंग ऐप मामले में पूछताछ के लिए बुलाया
ED sends notice to Shikhar Dhawan: प्रवर्तन निदेशालय ने पूर्व भारतीय क्रिकेटर शिखर धवन को अवैध सट्टेबाजी ऐप ‘वन एक्स बेट’ से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में समन किया है. ईडी पीएमएलए के तहत उनके बयान दर्ज कर जांच आगे बढ़ाएगी.
ED sends notice to Shikhar Dhawan: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने भारत के पूर्व क्रिकेटर शिखर धवन (Shikhar Dhawan) को कथित अवैध सट्टेबाजी ऐप से जुड़े धन शोधन मामले में पूछताछ के लिए समन किया है. अधिकारियों के मुताबिक, धवन को गुरुवार को एजेंसी के सामने पेश होकर बयान दर्ज कराने के लिए कहा गया है. ईडी की जांच ‘वन एक्स बेट’ नामक ऐप से जुड़ी है, जो कथित तौर पर अवैध ऑनलाइन सट्टेबाजी और धन शोधन गतिविधियों में संलिप्त बताया जा रहा है.
विज्ञापनों के जरिए ऐप से जुड़े होने की आशंका
सूत्रों का कहना है कि 39 वर्षीय धवन का नाम इस मामले में इसलिए आया क्योंकि उन्होंने कथित तौर पर कुछ विज्ञापनों के माध्यम से इस ऐप का प्रचार किया था. ईडी यह समझना चाहती है कि धवन की भूमिका केवल विज्ञापन तक सीमित थी या उनके और भी वित्तीय लेन-देन ऐप से जुड़े हुए हैं. जाँच एजेंसी पीएमएलए (धन शोधन निवारण अधिनियम) के तहत उनका बयान दर्ज करेगी ताकि मामले की गहराई से जानकारी मिल सके.
इससे पहले भी कई सेलिब्रिटीज और पूर्व खिलाड़ियों के नाम ऐसे मामलों में सामने आए हैं. एजेंसी का मानना है कि इन ऐप्स का प्रचार आम जनता को गुमराह कर अवैध गतिविधियों की ओर ले जाता है और इससे सरकार को बड़े पैमाने पर कर राजस्व का नुकसान होता है.
अवैध सट्टेबाजी ऐप्स पर एजेंसियों की सख्ती
ईडी और अन्य जांच एजेंसियां लंबे समय से अवैध ऑनलाइन सट्टेबाजी प्लेटफॉर्म्स पर नजर बनाए हुए हैं. इन ऐप्स के जरिए निवेशकों और आम लोगों से करोड़ों रुपये की ठगी का आरोप है. सूत्रों के मुताबिक, कई मामलों में यह धन विदेशों में भेजा गया, जिससे मनी लॉन्ड्रिंग के पहलू और भी गंभीर हो जाते हैं.
इसी सिलसिले में पिछले महीने पूर्व क्रिकेटर सुरेश रैना से भी पूछताछ की गई थी. जांच एजेंसी का मानना है कि इन ऐप्स का नेटवर्क काफी व्यापक है और इसमें कई हाई-प्रोफाइल चेहरे भी सीधे या परोक्ष रूप से शामिल हो सकते हैं.
केंद्र सरकार का नया कानून
ऑनलाइन गेमिंग और सट्टेबाजी से जुड़े खतरों को देखते हुए केंद्र सरकार ने हाल ही में वास्तविक धन वाली ऑनलाइन गेमिंग पर प्रतिबंध लगाने वाला कानून पारित किया है. इस कानून का उद्देश्य लोगों को आर्थिक नुकसान और लत जैसी समस्याओं से बचाना है.
ईडी की यह कार्रवाई भी सरकार के इसी रुख के अनुरूप मानी जा रही है. विशेषज्ञों का मानना है कि अगर बड़े खिलाड़ियों और सेलिब्रिटीज को ऐसे मामलों में जिम्मेदार ठहराया जाता है, तो इससे ऑनलाइन सट्टेबाजी उद्योग पर सख्त अंकुश लगाने में मदद मिलेगी.
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