मैं कोहली की तरह महान खिलाड़ी नहीं : धौनी

मोहाली : भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धौनी ने विराट कोहली की एक और बेहतरीन पारी की सराहना करते हुए कहा कि स्वाभाविक आक्रामकता और धीरे- धीरे विकसित धैर्य का संयोजन इस स्टार बल्लेबाज के लिए शानदार काम कर रहा है. कोहली ने कल रात आस्ट्रेलिया के खिलाफ ग्रुप मैच में 51 गेंद में नाबाद 82 […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 28, 2016 12:36 PM

मोहाली : भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धौनी ने विराट कोहली की एक और बेहतरीन पारी की सराहना करते हुए कहा कि स्वाभाविक आक्रामकता और धीरे- धीरे विकसित धैर्य का संयोजन इस स्टार बल्लेबाज के लिए शानदार काम कर रहा है. कोहली ने कल रात आस्ट्रेलिया के खिलाफ ग्रुप मैच में 51 गेंद में नाबाद 82 रन की पारी खेलकर भारत को अकेले दम पर जीत दिलाते हुए आईसीसी विश्व टी20 के सेमीफाइनल में जगह दिलाई और इस दौरान धौनी अंत में दूसरे छोर पर इस बल्लेबाज का साथ निभा रहे थे.

धौनी ने मैच के बाद प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ‘‘यह बेहतरीन पारी थी. विशेषकर इस तथ्य को ध्यान में रखते हुए कि विकेट बल्लेबाजी के लिए आसान नहीं था, शार्ट गेंदों को खेलना आसान नहीं था. अच्छी चीज ये रही कि उन्होंने स्पिनरों से काफी गेंदबाजी नहीं करायी. उसने (कोहली ने) युवी (युवराज सिंह) के साथ साझेदारी की जिनका टखना मुड़ गया और वे तेज दो रन नहीं ले पाये.

उस समय भी उसने अच्छी बल्लेबाजी की और विकेटों के बीच उसकी दौड़ बेहतरीन थी.’ कोहली ने धौनी के साथ 31 गेंद में 67 रन की अटूट साझेदारी के दौरान अधिकांश रन बनाये लेकिन इस दौरान कप्तान ने मुश्किल हालात में शानदार जज्बा दिखाते हुए टीम को लक्ष्य तक पहुंचाया.धौनी और कोहली ने विकेटों के बीच शानदार दौड लगाई और कप्तान ने कहा कि तेज दौड़ने वाला खिलाड़ी हमेशा टीम के लिए अहम होता है.

धौनी ने अच्छे रनर की अहमियत पर मजाकिया लहजे में कहा, ‘‘उसे अब भी मुझे भुगतान करना है. मैं उसके रन दौड़ रहा था.” उन्होंने कहा, ‘‘बीच के ओवरों में अगर आप अच्छे रनर हैं तो यह आपके ऊपर से दबाव कम कर देता है और क्षेत्ररक्षकों और गेंदबाजों को दबाव में डाल देता है. मैं ऐसा खिलाडी नहीं हूं जो महान हो.

मैं सिर्फ गैरपारंपरिक क्रिकेट खेलता हूं, एक रन को दो रन में बदलने की कोशिश करता हूं और अगर मेरे क्षेत्र में आये तो छक्का जड़ने की कोशिश करता हूं. मैं विराट की तरह नहीं हूं जो कहीं भी शाट खेल सकता है.” भारतीय कप्तान ने कहा, ‘‘मध्यक्रम के कई बल्लेबाज जो अच्छे थे वे अच्छे रनर भी थे. इसका एक उदाहरण माइकल बेवेन हैं. आपके पास क्षेत्ररक्षक को दबाव में डालने का मौका होता है विशेषकर तेज गेंदबाजों को.

प्रत्येक टीम में ऐसे क्षेत्ररक्षक होते हैं जो सबसे तेज नहीं होते या ऐसे क्षेत्ररक्षक जो तेज तो होते हैं लेकिन तेज थ्रो नहीं फेंक पाते. इसलिए आपको इन्हें निशाना बनाना होता है.” कोहली के साथ बल्लेबाजी के दौरान युवराज को टखना मुड़ने के कारण परेशानी का सामना करना पड़ रहा था जिसके बाद वह एक्सट्रा कवर पर कैच देकर पवेलियन लौट गये.