‘बाउंड्री” के बजाय WC फाइनल में होना चाहिए था एक और सुपर ओवर : सचिन

नयी दिल्ली : सचिन तेंदुलकर ने मंगलवार को विश्व कप फाइनल जैसी स्थिति आने पर ‘बाउंड्री’ की संख्या के आधार पर विजेता का निर्धारण करने के बजाय एक दूसरा सुपर ओवर खेलने की वकालत की. लार्ड्स में रविवार को खेले गये फाइनल में इंग्लैंड को अधिक बाउंड्री लगाने के कारण विजेता घोषित किया गया. न्यूजीलैंड […]

By Prabhat Khabar Print Desk | July 16, 2019 8:49 PM

नयी दिल्ली : सचिन तेंदुलकर ने मंगलवार को विश्व कप फाइनल जैसी स्थिति आने पर ‘बाउंड्री’ की संख्या के आधार पर विजेता का निर्धारण करने के बजाय एक दूसरा सुपर ओवर खेलने की वकालत की.

लार्ड्स में रविवार को खेले गये फाइनल में इंग्लैंड को अधिक बाउंड्री लगाने के कारण विजेता घोषित किया गया. न्यूजीलैंड के खिलाफ उसका मैच और सुपर ओवर दोनों टाई छूटे थे. तेंदुलकर ने 100एमबी से कहा, मुझे लगता है कि दोनों टीमों की बाउंड्री पर विचार करने के बजाय एक अन्य सुपर ओवर से विजेता का फैसला होना चाहिए था.

केवल विश्व कप फाइनल ही नहीं, प्रत्येक मैच महत्वपूर्ण है. जिस तरह से फुटबॉल में जब टीमें अतिरिक्त समय में जाती है तो पूर्व का खेल कुछ मायने नहीं रखता. तेंदुलकर से पूछा गया कि नाकआउट चरण में विश्व कप के प्रारूप में बदलाव की जरूरत है, उन्होंने कहा, जो दो टीमें चोटी पर रहती हैं उनके लिये निश्चित तौर पर निरंतर अच्छा प्रदर्शन करने के लिये कुछ होना चाहिए.

उन्होंने इसके साथ ही कहा कि सेमीफाइनल में पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धौनी को नंबर सात के बजाय नंबर पांच पर भेजा जाना चाहिए था. तेंदुलकर ने कहा, निसंदेह, मैं धौनी को नंबर पांच पर भेजता. भारत तब जिस स्थिति में था तब वह पारी संवार सकते थे. हार्दिक छठे और कार्तिक सातवें नंबर पर बल्लेबाजी के लिये आ सकते थे.

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