क्रिकेट का महाकुंभ 22 दिन शेष : इस विश्व कप में दर्शकों को खलेगी इन दिग्गजों की कमी

आइसीसी क्रिकेट विश्व कप शुरू होने में अब सिर्फ 22 बचे हैं. 30 मई से शुरू हो रहे विश्व कप में इस बार सभी की नजरें विराट कोहली, थिसारा परेरा, जोस बटलर, ट्रेंट बोल्ट जैसे खिलाड़ियों पर रहेंगी, जो इस समय शानदार फॉर्म में चल रहे हैं. एक ओर इस विश्व कप से भविष्य के […]

By Prabhat Khabar Print Desk | May 8, 2019 6:11 AM
आइसीसी क्रिकेट विश्व कप शुरू होने में अब सिर्फ 22 बचे हैं. 30 मई से शुरू हो रहे विश्व कप में इस बार सभी की नजरें विराट कोहली, थिसारा परेरा, जोस बटलर, ट्रेंट बोल्ट जैसे खिलाड़ियों पर रहेंगी, जो इस समय शानदार फॉर्म में चल रहे हैं.
एक ओर इस विश्व कप से भविष्य के कई सितारे निकलेंगे, वहीं इस विश्व कप के बाद क्रिस गेल, महेंद्र सिंह धौनी जैसे कुछ दिग्गज खिलाड़ियों के क्रिकेट से संन्यास लेने की भी संभावना है. लेकिन, यहां हम एक नजर डालेंगे उन चार दिग्गज खिलाड़ियों पर, जो अपने फॉर्म में थे और इस विश्व कप में खेल सकते थे, लेकिन उन्होंने इससे पहले ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह कर सबको चौंका दिया.
एबी डिविलियर्स
दुनिया भर के क्रिकेट प्रेमियों को सबसे बड़ा झटका उस समय लगा, जब पिछले साल ‘मिस्टर 360 डिग्री’ से मशहूर दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेटर एबी डिविलियर्स ने क्रिकेट को अलविदा कह दिया.
एबी भले ही दक्षिण अफ्रीका को उसका पहला विश्व कप जिताने में नाकाम रहे, लेकिन पिछले विश्व कप में उन्होंने अपने प्रदर्शन से सभी क्रिकेट प्रेमियों का दिल जीत लिया. हालांकि, सेमीफइनल में न्यूजीलैंड से हारने के बाद सभी दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेट प्रशंसकों का दिल टूट गया था. 2015 विश्व कप में अपनी टीम की कप्तानी करते हुए एबी ने अपनी सात पारियों में 96.40 की शानदार औसत और 144.31 की स्ट्राइक रेट से कुल 482 रन बनाये थे.
इसके साथ ही वह टूर्नामेंट में दक्षिण अफ्रीका की ओर से सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज भी रहे थे. सिडनी क्रिकेट मैदान में वेस्टइंडीज के खिलाफ उन्होंने 245.45 की अविश्वसनीय स्ट्राइक रेट के साथ 66 गेंदों पर नाबाद 162* रनों की शानदार पारी खेली, जिसमें सत्रह चौके और आठ छक्के शामिल थे. सभी को उम्मीद थी कि वह विश्व कप 2019 में भी वैसा ही प्रदर्शन दोहरायेंगे, लेकिन आश्चर्यजनक रूप से, उन्होंने पिछले साल अपनी सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में होने के बावजूद क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास ले लिया.
ब्रेंडन मैकुलम
ब्रेंडन मैकुलम न्यूजीलैंड के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज और कप्तान रहे हैं. वह ब्लैक कैप्स को विश्व कप फाइनल तक पहुंचाने वाले पहले कप्तान थे, जहां ऑस्ट्रेलिया ने उन्हें हराया था. मैकुलम ने अपनी बेहतरीन नेतृत्व क्षमता से टीम को खिताब का प्रबल दावेदार बना दिया था. टूर्नामेंट के दौरान, उनके नेतृत्व में कई खिलाड़ियों ने अपने करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया था.
मैकुलम ने न्यूजीलैंड के लिए नौ मैचों में 328 रन बनाये थे. टूर्नामेंट में उनका सर्वाधिक स्कोर इंग्लैंड के खिलाफ (77 रन) था. वहीं विश्व कप में सबसे तेज अर्धशतक (18 गेंदों पर 51 रन) बनाने का रिकॉर्ड भी उनके नाम दर्ज है. मैकुलम ने 24 फरवरी 2016 को 35 साल की उम्र में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेकर सभी क्रिकेट प्रशंसकों को हैरान कर दिया था, क्योंकि वह शानदार फॉर्म में थे.
मोर्ने मोर्कल
मोर्ने मोर्कल दूसरे दक्षिण अफ्रीकी खिलाड़ी हैं, जिन्होंने विश्व कप 2015 में असाधारण प्रदर्शन किया था और दक्षिण अफ्रीकी टीम को सेमीफाइनल तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी थी. इस तेज गेंदबाज ने विश्व कप में खेले आठ मैचों में कुल 17 विकेट झटके थे. टूर्नामेंट का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन उन्होंने आयरलैंड के खिलाफ किया, जब उन्होंने अपने नौ ओवर के स्पेल में 34 रन देकर तीन विकेट लिये थे. लेकिन, मोर्कल ने 26 फरवरी 2018 को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर सबको चौंका दिया.
माइकल क्लार्क
पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान माइकल क्लार्क ने अपने नेतृत्व में कंगारू टीम को रिकॉर्ड पांचवीं बार विश्व कप का खिताब जिताया था, लेकिन इस विश्व कप के बाद उन्होंने 34 साल की उम्र में क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी, जो सचमुच में काफी चौंकाने वाला था. पहली बार विश्व कप में कप्तानी कर रहे क्लार्क ने अपनी असाधारण नेतृत्व क्षमता का प्रदर्शन किया था.

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