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Pulwama Attack शहीदों के परिजनों के लिए इस भिखारिन ने दान किये 6.61 लाख रुपये

बीते 14 फरवरी को जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir) के पुलवामा में हुई आतंकी घटना (Pulwama terror attack) में मारे गये केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के अर्धसैनिक बलों के परिवार के सदस्यों की मदद के लिए अलग-अलग स्रोतों से मदद आ रही है. लेकिन हम यहां जिस दान की बात कर रहे हैं, वह एक […]

बीते 14 फरवरी को जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir) के पुलवामा में हुई आतंकी घटना (Pulwama terror attack) में मारे गये केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के अर्धसैनिक बलों के परिवार के सदस्यों की मदद के लिए अलग-अलग स्रोतों से मदद आ रही है. लेकिन हम यहां जिस दान की बात कर रहे हैं, वह एक भिखारिन की तरफ से आया है और यह उसके जीवनभर की ‘कमाई’ थी.

दरअसल,राजस्थान के अजमेर की रहनेवाली महिला नंदिनी शर्मा ने शहर के बजरंगगढ़ में स्थित अंबे माता मंदिर के बाहर एक मंदिर के बाहर भीख मांगकर अपने जीवनकाल मेंछहलाख 61 हजार रुपये (Rs 6, 61,000) जमा किये थे. अपने निधन से छह महीने पहले उन्होंने इस धन को मंदिर के ट्रस्टियों को यह कहकर सौंप दिया था कि इसे देश और समाज के कल्याण कार्य में लगाया जाए.

अब नंदिनी शर्मा की इच्छा के अनुसार मंदिर के ट्रस्टियों ने इस धन का दान मुख्यमंत्री राहत कोष के माध्यम से पुलवामा आतंकी हमले में मारे गये सीआरपीएफ जवानों के परिवारों को दान करने का निर्णय लिया है.

अगस्त, 2018 में नंदिनी शर्मा की मौत के बाद ट्रस्टी पैसे दान करने लिए सही समय का इंतजार कर रहे थे. पुलवामा हमले की त्रासदी को देख कर ट्रस्टियों ने निश्चय किया कि यही नंदनी शर्मा और देश के जवानों को सच्ची श्रद्धांजलि होगी.

मंदिर के एक ट्रस्टी संदीप गौड़ इस बारे में कहतेहैं, नंदिनी शर्मा नाम की बुजुर्ग महिला मंदिर के बाहर भीख मांगती थी और उसकी जीवन भर की बचत एक बैंक में हमारे माध्यम से जमा की गयी थी. वह छह महीने पहले गुजर गयी और वह चाहती थी कि उसकी बचत का उपयोग अच्छे उद्देश्य के लिए किया जाए. ऐसे में हमने आपसी सहमति से यह रकम सीआरपीएफ के उन जवानों के लिए बनायेगये राहत कोष में दान करने का फैसला किया है, जो आतंकी हमले में मारे गए थे. ट्रस्टियों ने इस सप्ताह की शुरुआत में अजमेर के जिला कलेक्टर विश्व मोहन शर्मा को चेक सौंपा.

विश्व मोहन शर्मा कहते हैं, मंदिर के ट्रस्टी जिला प्रशासन कार्यालय में आये और हमले के पीड़ितों की मदद के लिए मुख्यमंत्री राहत कोष में पैसे दान करने की इच्छा जतायी. कानूनी प्रक्रिया पूरी करने के बाद पैसा स्वीकृत किया गया और एक प्रमाणपत्र जारी कर दिया गया. मुख्यमंत्री राहत कोष राजस्थान की राज्य सरकार द्वारा पुलवामा आतंकवादी घटना से शहीदों के परिवारों को दान के लिए नामित राजस्व है. उन्होंने कहा कि भिखारी द्वारा बचाई गई राशि को निधि में जोड़ा गया. आशा है, ऐसे और भी लोग इस तरह कीनेकी के साथ सामने आएंगे.

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