कोलकाता : राज्य के स्वास्थ्य व परिवार कल्याण विभाग की ओर से एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर आंदोलन कर रहे जूनियर डॉक्टों से काम पर लौटने की अपील की गयी है. विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव राजीव सिन्हा ने इस विज्ञप्ति में कहा है कि जूनियर डॉक्टों के आंदोलन की वजह से आम लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
स्वास्थ्य एक आपातकालीन परिसेवा है और इसका बाधित होना सही नहीं है. एनआरएस मेडिकल कॉलेज अस्पताल में दो दिन पहले जो दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई थी, उसमें सभी जरूरी प्रशासनिक कदम उठाये गये हैं. पुलिस ने पांच लोगों को गिरफ्तार भी किया है और अदालत ने सभी आरोपियों की जमानत याचिका को खारिज कर उन्हें पुलिस हिरासत में भेज दिया है. मुख्यमंत्री खुद पूरे मामले पर नजर रख रही हैं और जरूरी निर्देश भी दे रही हैं.
घायल डॉक्टर परीबाह मुखर्जी की चिकित्सा जारी है. राज्य की स्वास्थ्य राज्य मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य तथा अन्य मंत्रियों ने घायल चिकित्सक व उसके परिजनों से मुलाकात की है. मरीज की चिकित्सा कर रहे डॉक्टरों से भी उन्होंने बात की है. राज्य सरकार ने फैसला लिया है कि डॉ परीबाहा मुखर्जी की चिकित्सा का पूरा खर्च सरकार वहन करेगी. प्रशासन की ओर से हर उचित कदम उठाने के बावजूद आंदोलन को जारी रखने का कोई औचित्य नहीं है. लिहाजा जूनियर डॉक्टरों से अपील की जा रही है कि वह अपने आंदोलन को तत्काल खत्म कर दें और अपने काम पर लौट जायें.