मखदुमपुर : जिले के ऐतिहासिक प्राकृतिक छटाओं परिपूर्ण प्रखंड क्षेत्र के अंतरराष्ट्रीय पर्यटक स्थल वाणावर की वादियां विदेशी सैलानियों से गुलजार रहा. गुरुवार की दोपहर वियतनाम से 70 की संख्या विदेशी सैलानियों का झंडी का आगमन वादियों में हुआ.
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अरवल : वियतनाम से वाणावर पहुंचे 70 विदेशी सैलानी
मखदुमपुर : जिले के ऐतिहासिक प्राकृतिक छटाओं परिपूर्ण प्रखंड क्षेत्र के अंतरराष्ट्रीय पर्यटक स्थल वाणावर की वादियां विदेशी सैलानियों से गुलजार रहा. गुरुवार की दोपहर वियतनाम से 70 की संख्या विदेशी सैलानियों का झंडी का आगमन वादियों में हुआ. भारत और नेपाल भ्रमण पर निकले वियतनाम सैलानियों बनारस से होते हुए बोधगया पहुंचे और सड़क […]
भारत और नेपाल भ्रमण पर निकले वियतनाम सैलानियों बनारस से होते हुए बोधगया पहुंचे और सड़क मार्ग से वाणावर पहुंचे.
विदेशी सैलानी वादियों के पहाड़ पर लाये खाना को खाया और पिकनिक मनाया. पर्यटकों ने वादियो में जमकर मौज मस्ती किया.
सैलानियों को वाणावर लेकर पहुचे ग्रुप लीडर भिक्षणि शिको लियोन फेन ने बताया वियतनाम के बुद्धा प्लेस से ये सैलानी भारत भ्रमण पर निकले हैं. जो भगवान बुद्ध और सम्राट अशोक से जुड़े स्थलों को देखने वाणावर पहुंचे हैं.
उन्होंने संसाधन के अभाव को बताते हुए कहा इस इलाके में रात्रि विश्राम की अच्छी व्यवस्था नहीं है, जिससे लौटना पड़ रहा है. ये सभी पर्यटक काओडोल पहाड़ी जायेंगे. वहां भी भगवान बुद्ध की प्रतिमा का पूजा करेंगे. पर्यटक पहाड़ स्थित गुफा का अवलोकन किया.
कर्ण चोपड़ गुफा ,सुदामा गुफा व लोमश ऋषि गुफा को देखकर अचंभित रह गये. गुफा देख रहे विदेशियों के साथ रहे सैलानी भंते ज्ञानवंश ने बताया यह गुफाएं काफी आकर्षक है. इस तरह की गुफाएं भारत में कहीं नहीं है इन गुफाओं में बोलने के बाद उत्पन्न प्रतिध्वनि बहुत अच्छा लगता है.
सरकार को इन गुफाओं को अच्छी तरह से रख-रखाव करना चाहिए, जिससे यहां आये सैलानियों को दिक्कत ना हो. सैलानियों को वाणावर के बारे में जानकारी दे रहे बिहार टूरिज्म के गाइड राकेश प्रसाद ने बताया कि वियतनाम से पर्यटक हर साल इन वादियों में आते हैं.
पेयजल के संकट से जूझ रहा वाणावर पहाड़
वाणावर पहाड़ के कई इलाका पेयजल संकट से जूझ रहा है. सतघरवा गुफा के समीप अवस्थित कुआं में पानी नहीं है. पानी नहीं रहने से आये पर्यटकों को परेशानी होता है. गुरुवार आये वियतनाम के पर्यटकों को पेयजल संकट से जूझना पड़ा.
पर्यटकों को प्यास बुझाने के लिए बोतल बंद पानी खरीदना पड़ा. पर्यटक के साथ रहे भंते विमल ने बताया गुफा के समीप पानी नहीं रहने से परेशानी हुआ. जहां-तहां गंदगी लगा है. सरकार को इस इलाके को विकसित करना चाहिए.
गुफाओं में की साधना,मोमबत्ती जला की पूजा-अर्चना
वियतनाम से वाणावर पहुंचे सैलानियों ने गुफाओं में जाकर साधना किया. गुफा के अंदर मोमबत्ती जलाया और भगवान बुद्ध के श्लोकों का पाठ अपने भाषा में किया. पर्यटकों ने लगभग एक घंटे तक गुफा में मंत्र का पाठ करते रहे.
वहीं पर्यटकों ने काओडोल पहाड़ स्थित श्रमनपुर बोध बिहार में भगवान बुद्ध की प्रतिमा के समीप घंटों मंत्र जाप करते रहे. महंथ भंते आर्य कृति ने बताया कि पर्यटकों ने भगवान बुद्ध का पूजा अर्चना किया. मोमबत्ती जलाकर विश्व शांति की पाठ किया.
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