Vande Bharat Express : RSS का गीत किसके दबाव में गाया छात्रों ने? प्रिंसिपल का आया जवाब

Vande Bharat Express : प्रिंसिपल ने बताया कि गीत दक्षिण रेलवे के निर्देश पर नहीं गाया गया था, बल्कि बच्चों ने खुद इसे एक मलयालम देशभक्ति गीत के रूप में गाने का फैसला किया. उन्होंने कहा कि यह पूरी तरह बच्चों की स्वेच्छा से किया गया था, किसी आदेश या दबाव में नहीं.

By Amitabh Kumar | November 10, 2025 9:36 AM

Vande Bharat Express : केरल में शनिवार को एर्नाकुलम-बेंगलुरु वंदे भारत एक्सप्रेस की शुरुआत के दौरान स्कूल के छात्रों ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) का “गण गीत” गाया. इसके बाद विवाद शुरू हो गया. राज्य सरकार ने जांच के आदेश दिए जिससे कई बातें सामने आईं. इस बीच स्कूल की प्रिंसिपल ने छात्रों का बचाव किया. उन्होंने कहा कि यह एक देशभक्ति गीत है. प्रिंसिपल ने स्पष्ट किया कि यह गीत दक्षिण रेलवे के निर्देश पर नहीं गाया गया था, बल्कि बच्चों ने अपनी इच्छा से गाया था. उन्होंने कहा कि इसमें किसी तरह का राजनीतिक उद्देश्य नहीं था, यह सिर्फ देश के प्रति प्रेम दिखाने का तरीका था.

छात्र ट्रेन में आरएसएस का गीत गाते नजर आए

शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एर्नाकुलम-बेंगलुरु वंदे भारत एक्सप्रेस का वर्चुअल उद्घाटन किया. उद्घाटन के तुरंत बाद, एक वीडियो सामने आया जिसमें छात्र ट्रेन में आरएसएस का गीत गाते नजर आए. वीडियो साउदर्न रेलवे द्वारा सोशल मीडिया पर शेयर किया गया. इसके बाद वीडियो वायरल हो गया. यूजर लगातार इसपर रिएक्शन देने लगे. बढ़ते विवाद के बाद साउदर्न रेलवे ने वह वीडियो हटा दिया. बाद में रेलवे ने वही वीडियो फिर से शेयर किया, लेकिन इस बार उसमें गीत का अंग्रेजी अनुवाद भी जोड़ा गया ताकि लोग उसके अर्थ को समझ सकें.

गीत दक्षिण रेलवे के निर्देश पर नहीं गाया गया

न्यूज एजेंसी पीटीआई ने इस संबंध में खबर दी है. एलामक्कारा स्थित सरस्वती विद्यानिकेतन पब्लिक स्कूल के प्रिंसिपल डिंटो के. पी. ने छात्रों द्वारा गाए गए गीत का बचाव करते हुए कहा कि यह एक देशभक्ति गीत है. उन्होंने कहा कि यह गीत दक्षिण रेलवे के निर्देश पर नहीं गाया गया था, बल्कि बच्चों ने खुद इसे एक मलयालम देशभक्ति गीत के रूप में गाने का फैसला किया था. प्रिंसिपल ने यह भी स्वीकार किया कि जब विवाद के बाद साउदर्न रेलवे के एक्स अकाउंट से गीत का वीडियो हटाया गया था, तब स्कूल मैनेजमेंट ने प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) और केंद्रीय रेल मंत्री को पत्र भेजे थे.