Sukma Naxals Attack: सुकमा में नक्सलियों का खूनी तांडव, दो ग्रामीणों की गला रेतकर हत्या
Sukma Naxals Attack: छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में नक्सलियों ने एक बार फिर खूनी खेल खेला है. केरलापाल थाना क्षेत्र के सिरसेटी गांव में दो ग्रामीणों की गला रेतकर हत्या कर दी गई. पुलिस मुखबिरी के शक में अंजाम दी गई इस बर्बर घटना से इलाके में दहशत फैल गई है. बस्तर अंचल में नक्सली हिंसा का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. वर्ष 2025 में अब तक माओवादी हिंसा में करीब 35 लोगों की जान जा चुकी है.
Sukma Naxals Attack: छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले से नक्सली हिंसा की एक और दर्दनाक घटना सामने आई है. जिले के केरलापाल थाना क्षेत्र के सिरसेटी गांव में नक्सलियों ने दो ग्रामीणों की निर्मम हत्या कर दी. पुलिस अधिकारियों ने मंगलवार को इस घटना की पुष्टि की है.
पुलिस ने बताया कि घटना की सूचना मिलते ही जांच शुरू कर दी गई है और मामले की विस्तृत जानकारी जुटाई जा रही है. अधिकारियों के अनुसार, प्रारंभिक जानकारी के आधार पर नक्सलियों ने इन ग्रामीणों को पुलिस मुखबिरी के शक में निशाना बनाया है. हालांकि, पुलिस ने कहा है कि घटना की पुष्टि और विस्तृत विवरण बाद में साझा किया जाएगा.
बस्तर अंचल में नक्सली हिंसा का सिलसिला जारी
सुकमा सहित सात जिलों वाले बस्तर क्षेत्र में नक्सली हिंसा का यह सिलसिला लगातार जारी है. वर्ष 2025 में अब तक माओवादी हिंसा में लगभग 35 लोगों की जान जा चुकी है. आम नागरिकों, सुरक्षाबलों और सरकारी कर्मियों पर लगातार हो रहे हमलों ने क्षेत्र की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं.
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‘शिक्षादूतों’ को भी बना रहे निशाना
सिर्फ ग्रामीण ही नहीं, सरकारी स्कूलों में कार्यरत अस्थायी शिक्षकों यानी ‘शिक्षादूतों’ को भी नक्सली निशाना बना रहे हैं. बीजापुर में 29 अगस्त को एक शिक्षादूत का अपहरण कर उसकी हत्या कर दी गई थी, जबकि इससे दो दिन पहले, 27 अगस्त को सुकमा में भी इसी तरह की घटना में एक और शिक्षक की हत्या कर दी गई थी.
प्रशासन अलर्ट, सुरक्षा सख्त
लगातार हो रही इन घटनाओं को देखते हुए प्रशासन और सुरक्षाबलों को अलर्ट पर रखा गया है. इलाके में गश्त बढ़ा दी गई है और संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है. हालांकि, दुर्गम और नक्सल प्रभावी इलाकों में पहुंचना अब भी चुनौती बना हुआ है.
