Coronavirus: रूस की खास डिवाइस से हवा में कोरोना वायरस की होगी पहचान

Coronavirus रूस ने दावा किया है कि उसने एक ऐसे डिवाइस को बनाया है जो हवा में कोरोना वायरस की मौजूदगी का पता लगा लेगा

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 30, 2020 5:33 PM

Coronavirus : भारत समेत दुनिया के तमाम देश कोरोना वायरस के संक्रमण से जूझ रहे हैं. रविवार को पूरी दुनिया में इस वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 2.5 करोड़ के पार हो गई है. कोरोना संक्रमण के मामले में अमेरिका पहले पायदान पर है. ब्राजील दूसरे और भारत तीसरे पायदान पर है. दुनिया में कोरोना की वैक्सीन का बनाने का दावा करने वाले रूस ने अब हव में इस वायरस के मौजूदगी का पता लगाने वाले डिवाइस को बनाया है.

रूस ने दावा किया है कि उसने एक ऐसे डिवाइस को बनाया है जो हवा में कोरोना वायरस की मौजूदगी का पता लगा लेगा. रूस ने दावा किया है कि उसने एक ऐसा उपकरण विकसित किया है जो हवा में ही बैक्टीरिया, विषाक्त पदार्थों और वायरस से होने वाली बीमारी का पता लगाने में सक्षम है. इस डिवाइस को रूस की केएमजे फैक्टरी ने डिफेंस मिनिस्ट्री और कोरोना वैक्सीन बनाने वाली गामालेया इंस्टीट्यूट के साथ मिलकर तैयार किया है.

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार शुक्रवार को मॉस्को के पास सैन्य-औद्योगिक मंच 2020 में ‘केमिस्ट्री बायो’ नाम के उपकरण को दिखाया गया जिसे KMZ फैक्ट्री द्वारा बनाया गया. बता दें कि रूस की केएमजे फैक्टरी दुनियाभर में प्रसिद्ध जेनिथ कैमरा (Zenit Cameras) का निर्माण भी करती है. डिटेक्टर बायो कोई पॉकेट गैजेट नहीं है, और यह कुछ हद तक रेफ्रिजरेटर की तरह दिखता है, इसके आकार को लेयर केक डिजाइन में तैयार किया गया है.

बता दें कि रूस ने यह दावा किया है कि उसने कोरोना की दूसरी वैक्सीन भी तैयार कर ली गयी है. राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने शनिवार को देश की दूसरी कोरोना वायरस वैक्सीन को बहुत बढ़िया बताया. पुतिन ने कहा कि रूस की दूसरी वैक्सीन ‘इपीवैककोरोना’ का कॉम्पिटिशन पहली वैक्सीन ‘स्पुतनिक-वी’ से होगा. पुतिन ने कहा है कि कोरोना की वैक्सीन बाजार में लाने के लिए रूस दुनिया को रास्ता दिखा रहा है.

Posted by : Rajat Kumar

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