India-China Tension: भारत शांतिपूर्ण तरीके से निकालना चाहता है हल, लेकिन चीन है कि मानता नहीं

नयी दिल्ली : गलवान घाटी विवाद के बाद शुरू हुआ भारत चीन तनाव (India China Tension) अभी भी जारी है. भारत (India) अपने स्तर से तनाव को कम करने का हर संभव प्रयास कर रहा है, लेकिन चीन (China) लगातार अपनी हदें लांघ रहा है. विदेश मंत्रालय (Ministry of External Affairs) ने कहा कि भारत शांतिपूर्ण वार्ता के माध्यम से सभी मुद्दों को हल करने के लिए तैयार है, लेकिन चीन लगातार उकसावे की कार्रवाई कर रहा है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 1, 2020 8:26 PM

नयी दिल्ली : गलवान घाटी विवाद के बाद शुरू हुआ भारत चीन तनाव (India China Tension) अभी भी जारी है. भारत (India) अपने स्तर से तनाव को कम करने का हर संभव प्रयास कर रहा है, लेकिन चीन (China) लगातार अपनी हदें लांघ रहा है. विदेश मंत्रालय (Ministry of External Affairs) ने कहा कि भारत शांतिपूर्ण वार्ता के माध्यम से सभी मुद्दों को हल करने के लिए तैयार है, लेकिन चीन लगातार उकसावे की कार्रवाई कर रहा है.

मंगलवार को विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘भारतीय पक्ष शांतिपूर्ण बातचीत के माध्यम से पश्चिमी क्षेत्र में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर सभी मुद्दों को हल करने के लिए दृढ़ता से प्रतिबद्ध है. मंत्रालय ने कहा कि चीन ने उन बातों की अनदेखी की जिन पर पहले सहमति बनी थी और उकसावे वाली सैन्य कार्रवाई की.

मंत्रालय ने कहा कि चीनी पक्ष ने पैंगोंग सो के दक्षिण तट के क्षेत्र में यथास्थिति को बदलने का प्रयास किया. भारतीय पक्ष ने चीन की उकसावे वाली कार्रवाई का जवाब दिया और उचित रक्षात्मक कदम उठाए. चीनी सैनिकों ने 31 अगस्त को फिर उकसावे वाली कार्रवाई की जबकि स्थिति सामान्य करने के लिए कमांडर लेवल की वार्ता चल रही थी.

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भारत ने चीन पर आरोप लगाया है कि साल की शुरुआत से ही वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चीनी पक्ष का व्यवहार और कार्रवाई स्पष्ट रूप से द्विपक्षीय समझौतों का उल्लंघन है. बता दें कि भारत और चीन ने पूर्वी लद्दाख में पैंगोंग झील के दक्षिणी किनारे पर दोनों पक्षों के बीच ताजा टकराव से उत्पन्न तनाव को कम करने के लिए मंगलवार को एक और दौर की सैन्य वार्ता की.

सूत्रों ने कहा कि ब्रिगेड कमांडर-स्तरीय वार्ता पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर भारतीय क्षेत्र में चुशूल में सुबह 10 बजे शुरू हुई. बैठक का विशिष्ट एजेंडा पैंगोंग झील के आसपास की स्थिति पर चर्चा थी. भारतीय सेना ने सोमवार को कहा था कि चीनी सेना ने 29 और 30 अगस्त की दरम्यानी रात पूर्वी लद्दाख में उकसावे की कार्रवाई करते हुए पैंगोंग झील के दक्षिण में एकतरफा तरीके से यथास्थिति बदलने की कोशिश की. लेकिन भारतीय सैनिकों ने उसे नाकाम कर दिया.

सोमवार को हुई वार्ता का नहीं निकला कोई नतीजा

सूत्रों ने कहा कि दोनों पक्षों ने सोमवार को करीब छह घंटे तक बातचीत की, लेकिन उसका कोई ठोस नतीजा नहीं निकला। उन्होंने कहा कि कि क्षेत्र पर कब्जा करने के प्रयास के तहत बड़ी संख्या में चीनी सैनिक पैंगोंग झील के दक्षिणी किनारे की ओर बढ़ रहे थे. करीब साढ़े तीन महीने से चल रहे सीमा विवाद को हल करने के लिए दोनों पक्षों के बीच बातचीत जारी है.

Posted by: Amlesh Nandan.

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