Covid-19: कोरोना के इलाज के लिए केंद्र सरकार ने सस्ती स्टेरॉयड Dexamethasone को दी मंजूरी

नयी दिल्ली : देश में लगातार कोरोनावायरस का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है. भारत में कोविड-19 के मामले 5 लाख के पार हो गये हैं. कोरोनावायरस की अभी तक कोई सटीक दवा या वैक्सीन नहीं बन पाया है. अब केंद्र सरकार ने गंभीर लक्षणों वाले मरीजों के इलाज के लिए एक सस्ती स्टेरॉयड ड्रग डेक्सामेथासोन के इस्तेमाल की इजाजत दे दी है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक संशोधित प्रोटोकॉल जारी किया है, उसमें इसका जिक्र है.

By Prabhat Khabar Print Desk | June 27, 2020 5:05 PM

नयी दिल्ली : देश में लगातार कोरोनावायरस का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है. भारत में कोविड-19 के मामले 5 लाख के पार हो गये हैं. कोरोनावायरस की अभी तक कोई सटीक दवा या वैक्सीन नहीं बन पाया है. अब केंद्र सरकार ने गंभीर लक्षणों वाले मरीजों के इलाज के लिए एक सस्ती स्टेरॉयड ड्रग डेक्सामेथासोन के इस्तेमाल की इजाजत दे दी है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक संशोधित प्रोटोकॉल जारी किया है, उसमें इसका जिक्र है.

मंत्रालय ने बताया कि अद्यतन किये गये प्रोटोकॉल में कोविड-19 के मध्यम से गंभीर स्तर के मामलों के प्रबंधन के लिए मिथाइलप्रेडनिसोलोन के विकल्प के तौर पर डेक्सामेथासोन के इस्तेमाल की सलाह को शामिल किया है. यह बदलाव ताजा उपलब्ध साक्ष्यों पर विचार करने एवं विशेषज्ञों के साथ विचार-विमर्श करने के बाद किया गया. संशोधित ‘कोविड-19 के लिए नैदानिक प्रबंधन प्रोटोकॉल’ के अनुसार फेफड़ों संबंधी संक्रमण के लिए पहले से ही इस्तेमाल किये जा रहे डेक्सामेथासोन का इस्तेमाल उपचार संबंधी दिशा-निर्देशों में पहले से शामिल मिथाइलप्रेडनिसोलोन के विकल्प के तौर पर भी किया जा सकता है.

स्वास्थ्य मंत्रालय ने 13 जून को कोविड-19 के इलाज के लिए आपातकाल में वायरसरोधी दवा रेमडेसिविर, प्रतिरोधक क्षमता के लिए इस्तेमाल होने वाली दवा टोसीलीजुमैब के इस्तेमाल और प्लाज्मा उपचार की अनुमति दे दी थी. उसने बीमारी की शुरुआत में सार्थक प्रभाव के लिए मलेरिया रोधक दवा हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन (एचसीक्यू) का इस्तेमाल करने और गंभीर मामलों में इससे बचने की भी सलाह दी थी.

इन दवाओं का इस्तेमाल ‘अनुसंधानात्मक पद्धति’ के तहत संशोधित उपचार प्रोटोकॉल में शामिल है. मध्यम रूप से संक्रमित मरीजों को विशेषत: भर्ती किये जाने के 48 घंटे के भीतर या ऑक्सीजन की आवश्यकता बढ़ने पर उपचार के लिए तीन दिन तक 0.5 से 1 मिलीग्राम/किग्रा मिथाइलप्रेडनिसोलोन या 0.1 से 0.2 मिलीग्राम/किग्रा डेक्सामेथासोन दिए जाने पर विचार करने की सलाह दी है. दवा के इस्तेमाल की अवधि की नैदारिक प्रतिक्रिया के अनुसार समीक्षा की जानी चाहिए.

मंत्रालय ने कहा कि जिन मरीजों को सांस लेने में दिक्कत है और जिन्हें यांत्रिक वेंटिलेटशन की आवश्यकता है, उन्हें पांच से सात दिन तक दो खुराकों में बांटकर एक से दो मिलीग्राम / किग्रा/दिन मिथाइलप्रेडनिसोलोन या 0.2 से 0.4 मिलीग्राम / किग्रा प्रति दिन डेक्सामेथासोन देने पर विचार किया जाना चाहिए. डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि कॉर्टिकोस्टेरॉइड डेक्सामेथासोन का ब्रिटेन में अस्पताल में भर्ती कोविड-19 के मरीजों पर परीक्षण किया गया और इससे गंभीर रूप से बीमार मरीजों को लाभ हुए.

शनिवार की सुबह जारी बुलेटिन के मुताबिक पिछले 24 घंटे में भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के एक दिन में सर्वाधिक 18,552 नये मामले सामने के बाद शनिवार को संक्रमित लोगों की कुल संख्या पांच लाख से अधिक हो गयी और 384 और लोगों की मौत हो जाने के बाद मृतक संख्या बढ़कर 15,685 हो गयी है.

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सुबह आठ बजे तक के ताजा आंकड़ों के अनुसार पिछले 24 घंटे में सामने आए कोरोना वायरस संक्रमण के 18,552 नए मामलों के साथ देश में अब तक इस महामारी की जद में आने वालों की कुल संख्या 5,08,953 हो गयी है. इस अवधि में 384 और लोगों की जान गयी है जिससे मृतक संख्या बढ़कर 15,685 तक पहुंच गयी है.

Posted By: Amlesh Nandan Sinha.

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