Cauvery River Dispute: क्यों किसान और कन्नड समर्थक कर रहे उग्र प्रदर्शन? बंद को लेकर सुरक्षा के व्यापक इंतजाम

किसान संगठनों और कन्नड़ समर्थक संगठनों ने कावेरी नदी घाटी जिलों मैसुरु, मांड्या, चामराजनगर, रामानगर, बेंगलुरु और राज्य के अन्य हिस्सों में विरोध प्रदर्शन कर अपना रोष व्यक्त किया.

By ArbindKumar Mishra | September 23, 2023 9:53 AM

तमिलनाडु के लिए कावेरी नदी से जल छोड़ने को लेकर कर्नाटक के विभिन्न हिस्सों में विरोध प्रदर्शन लगातार बढ़ता ही जा रहा है. किसानों और कन्नड समर्थकों ने आज व्यापक बंद का आह्वान किया है. जिसको लेकर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. सुबह से ही प्रदर्शनकारी सड़क पर उतर गये और आंदोलन करने लगे. कर्नाटक के गृह मंत्री जी परमेश्वर ने कहा कि पुलिस किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है. इधर कावेरी नदी जल-बंटवारे मुद्दे पर विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों और कन्नड़ समर्थक संगठनों के सदस्यों ने मांड्या में मानव-शृंखला बनाई.

क्या है मामला, क्यों प्रदर्शन कर रहे किसान और कन्नड समर्थक

कावेरी जल नियमन समिति (सीडब्ल्यूआरसी) ने 12 सितंबर को दिए अपने आदेश में कर्नाटक को अगले 15 दिन तक तमिलनाडु को हर दिन 5,000 क्यूसेक पानी देने का निर्देश दिया था. सीडब्ल्यूआरसी ने इस आदेश को बरकरार रखा था. सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को इन आदेशों में हस्तक्षेप से इंकार कर दिया था. जिसके बाद कर्नाटक के विभिन्न हिस्सों में विरोध प्रदर्शन शुरू हुए.

क्या है प्रदर्शनकारियों की मांग

किसान संगठनों और कन्नड़ समर्थक संगठनों ने कावेरी नदी घाटी जिलों मैसुरु, मांड्या, चामराजनगर, रामानगर, बेंगलुरु और राज्य के अन्य हिस्सों में विरोध प्रदर्शन कर अपना रोष व्यक्त किया. प्रदर्शनकारियों ने राज्य सरकार से पड़ोसी राज्य को पानी नहीं छोड़ने का आग्रह किया. कर्नाटक का कहना है कि वह कावेरी नदी घाटी क्षेत्रों में खड़ी फसलों के लिए सिंचाई के पानी और पेयजल की अपनी जरूरतों को ध्यान में रखते हुए पानी छोड़ने की स्थिति में नहीं है, क्योंकि मानसून में कम बारिश के कारण पानी की कमी हो गई है.

गृह मंत्री जी परमेश्वर ने कहा, विरोध करना उनका अधिकार

कर्नाटक सरकार से पानी न छोड़ने और इसके बजाय राज्य के हितों की रक्षा करने की मांग को लेकर विभिन्न स्थानों पर किसानों और संगठनों के विरोध प्रदर्शन के बारे में गृह मंत्री जी परमेश्वर ने कहा, इसमें कुछ भी गलत नहीं है. विरोध करना उनका अधिकार है और सरकार को इस पर कोई आपत्ति नहीं है. लेकिन सार्वजनिक संपत्ति को नष्ट नहीं किया जाना चाहिए, उन्हें किसी भी अवैध गतिविधि में शामिल नहीं होना चाहिए और लोगों को असुविधा नहीं होनी चाहिए. मैं इस संबंध में उनसे अपील करता हूं.

Also Read: Karnataka: क्या कर्नाटक कांग्रेस में सब ठीक नहीं? तीन और उपमुख्यमंत्री की मांग पर बवाल

बंद के दौरान अप्रिय घटना से निपटने के लिए पुलिस बल तैयार

गृह मंत्री जी परमेश्वर ने कहा कि यदि कोई अप्रिय घटना होती है तो पुलिस स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है. उन्होंने कहा कि मांड्या जिले में केआरएस बांध के निकट और अन्य स्थानों पर जहां विरोध प्रदर्शन हो रहा है, सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है. बेंगलुरु के पुलिस आयुक्त बी दयानंद ने अपने अधीनस्थों के साथ बैठकें कीं और शहर के सभी पुलिस उपायुक्तों को सतर्क रहने और किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए अपने-अपने अधिकार क्षेत्र में, खासकर तमिल बहुल इलाकों में सुरक्षा बढ़ाने के निर्देश दिए.

Next Article

Exit mobile version