संसद के सीटों की संख्या बढ़ाने का प्रस्ताव ला रही है भाजपा, कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी का दावा

नयी दिल्ली : कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी (Manish Tewari) ने रविवार को दावा किया कि भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार 2024 लोकसभा चुनाव से पहले संसद में सीटों की संख्या बढ़ाकर 1000 या उससे अधिक करने का प्रस्ताव लाना चाहती है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 26, 2021 11:09 AM

नयी दिल्ली : कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी (Manish Tewari) ने रविवार को दावा किया कि भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार 2024 लोकसभा चुनाव से पहले संसद में सीटों की संख्या बढ़ाकर 1000 या उससे अधिक करने का प्रस्ताव लाना चाहती है. इंडिया टूडे की रिपोर्ट के मुताबिक मनीष तिवारी ने कहा कि सत्ताधारी भाजपा को ऐसा करने से पहले सार्वजनिक परामर्श लेना चाहिए.

मनीष तिवारी ने एक ट्वीट में कहा कि मुझे भारतीय जनता पार्टी में संसदीय सहयोगियों द्वारा विश्वसनीय रूप से सूचित किया गया है कि लोकसभा चुनाव 2024 से पहले संसद के सीटों की संख्या 1000 या उससे अधिक करने का प्रस्ताव है. 1000 सीटों के रूप में नये संसद कक्ष का निर्माण किया जा रहा है. ऐसा करने से पहले एक गंभीर सार्वजनिक परामर्श होना चाहिए.

कांग्रेस के एक अन्य सांसद कार्ति चिदंबरम ने कहा कि सार्वजनिक बहस की जरूरत है. हमारे जैसे बड़े देश को अधिक सीधे निर्वाचित प्रतिनिधियों की जरूरत है. लेकिन अगर वृद्धि जनसंख्या पर आधारित है तो यह दक्षिणी राज्यों के प्रतिनिधित्व को और कम कर देगी, यह स्वीकार्य नहीं होगा. इसलिए इस पर चर्चा कर इसका आधार तय होना चाहिए.

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बता दें कि वर्तमान में लोकसभा में 543 और राज्यसभा में 245 सदस्य हैं. हालांकि, सरकार ने नये संसद भवन के निर्माण के बाद संसद में जनप्रतिनिधियों की संख्या बढ़ाने के संकेत दिए हैं. इंडिया टुडे के साथ दिसंबर 2020 के एक साक्षात्कार में, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा था कि यह मान लिया जाना चाहिए कि निकट भविष्य में सांसदों की संख्या में वृद्धि होगी क्योंकि कुछ लोकसभा सीटें 1.6 मिलियन से 1.8 मिलियन लोगों का प्रतिनिधित्व करती हैं.

ओम बिरला ने कहा था कि निचले सदन में जगह की कमी के कारण कई सांसदों को मुश्किलों का सामना करना पड़ता है. वर्तमान में, यदि सभी 543 सांसद भवन में मौजूद हैं, तो वे सभी अध्यक्ष को दिखायी भी नहीं देते. कई सांसदों को खंभों के पीछे बैठना पड़ता है. उनकी शिकायत है कि ऐसी स्थिति में वे सदन को संबोधित ठीक से नहीं कर पा रहे हैं. काम करने में कठिनाइयां होती हैं.

ओम बिरला ने कहा कि नये संसद भवन में लोकसभा चैंबर में 888 सदस्यों के बैठने की क्षमता होगी, जिसमें संयुक्त सत्र के दौरान क्षमता को बढ़ाकर 1,224 करने का विकल्प होगा. इसी तरह, राज्यसभा चैंबर में 384 सदस्यों के बैठने की क्षमता होगी.

Posted By: Amlesh Nandan.

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