BKU नेता राकेश टिकैत पर केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर का पलटवार, कहा- किसानों के साथ सरकार ने की 11 राउंड बात

Rakesh Tikait, Anurag Thakur, New agricultural laws : नये कृषि कानून के खिलाफ चल रहे आंदोलन को लेकर भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत द्वारा लंबा चलने और बातचीत के सवाल पर अनुराग ठाकुर ने पलटवार किया है. उन्होंने कहा है कि केंद्र सरकार ने किसानों के साथ एक नहीं, 11 दौर की बैठक की है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 5, 2021 8:20 PM

नये कृषि कानून के खिलाफ चल रहे आंदोलन को लेकर भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत द्वारा लंबा चलने और बातचीत के सवाल पर केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने पलटवार किया है. उन्होंने कहा है कि केंद्र सरकार ने किसानों के साथ एक नहीं, 11 दौर की बैठक की है.

बेंगलुरु में केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा है कि ”भारत सरकार के वरिष्ठ मंत्रियों ने किसानों के साथ एक नहीं, बल्कि 11 दौर की बैठक की है. कृषि मंत्री ने कहा कि सरकार बातचीत के लिए हमेशा तैयार है. सरकार ने इस साल एमएसपी में वृद्धि की है और एमएसपी पर अधिक कृषि उपज की खरीद की है.”

मालूम हो कि इससे पहले किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा था कि ”जब भारत सरकार हमें बातचीत के लिए आमंत्रित करेगी, हम जायेंगे. जब तक सरकार हमारी मांगें पूरी नहीं करती, तब तक किसानों का आंदोलन जारी रहेगा. आजादी के लिए संघर्ष 90 साल तक चला, इसलिए मुझे नहीं पता कि यह आंदोलन कब तक चलेगा.”

केंद्रीय मंत्री ठाकुर ने कृषि कानूनों को लेकर मंडियों पर सवाल उठाने और मंडियों को बंद करने की अफवाह फैलानेवाले को लेकर कहा कि ऐसे लोगों को भी बख्शा नहीं जायेगा. साथ ही उन्होंने पूछा कि ”पिछले दो साल में कौन-सी मंडी बंद हुई थी?”

मालूम हो कि राकेश टिकैत ने अगले साल देश के कई राज्यों में होनेवाले विधानसभा चुनाव से पहले आंदोलन को बड़ा बनाने का आह्वान करते हुए कहा कि देश में ‘सेल फॉर इंडिया’ का बोर्ड लग चुका है. जो देश बेच रहे हैं, उनकी पहचान करनी होगी. बड़े-बड़े आंदोलन चलाने पड़ेंगे.

मुजफ्फरनगर में रविवार को आयोजित किसान महापंचायत में राकेश टिकैत ने कहा कि ”संयुक्त किसान मोर्चा के फैसले के तहत पूरे देश में बड़ी-बड़ी सभाएं करनी पड़ेंगी. हमें फसलों पर एमएसपी की गारंटी चाहिए.” साथ ही कहा कि पीएम ने कहा था कि 2022 में किसानों की आय दोगुनी होगी. पहली जनवरी से हम दोगुनी रेट पर फसल बेचेंगे.

Next Article

Exit mobile version