जॉन कैरी ने भारत को बताया स्थापित महाशक्ति, लेकिन दिल्ली के जाम पर ले ली चुटकी

नयी दिल्ली : अमेरिका के विदेश सचिव जॉन केरी ने आज आइआइटी दिल्ली के छात्रों को संबोधित किया. अपने संबोधन में केरी ने कहा कि विश्व की दो महानतम लोकतांत्रिक संस्थाए एक साथ भविष्य के लिए काम कर रही हैं. भारत एक स्थापित महाशक्ति है. उन्होंने कहा कि इसमें कोई शक की गुंजाइश नहीं कि […]

By Prabhat Khabar Print Desk | August 31, 2016 12:12 PM

नयी दिल्ली : अमेरिका के विदेश सचिव जॉन केरी ने आज आइआइटी दिल्ली के छात्रों को संबोधित किया. अपने संबोधन में केरी ने कहा कि विश्व की दो महानतम लोकतांत्रिक संस्थाए एक साथ भविष्य के लिए काम कर रही हैं. भारत एक स्थापित महाशक्ति है. उन्होंने कहा कि इसमें कोई शक की गुंजाइश नहीं कि भारत अमेरिका का विश्वसनीय सहयोगी है. राष्‍ट्रपति बराक ओबामा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने व्यक्तिगत स्तर पर संबध विकसित किए हैं. यह संबंध दूरदृष्टि और समान उद्देश्यों के आधार पर बना है.

संबोधन के दौरान जॉन केरी ने दिल्ली की बारिश और जाम पर भी चुटकी ली. केरी ने कहा, ‘पता नहीं आप सब कैसे यहां पहुंचे? आपने जरूर नाव की मदद ली होगी यहां तक पहुंचने के लिए.’ आपको बता दें कि सोमवार को वह दिल्ली के जाम में फंस गए थे जिसके बाद उन्हें परेशानी हुई थी.वहीं, आज बारिश व जाम के कारण उनके तीन धार्मिक स्थलों पर जाने के कार्यक्रम को रद्द कर दिया गया.

आतंकवाद पर चिंता जताते हुए कैरी ने कहा कि आतंकवाद और कट्टरपंथी ताकतों से कोई एक देश अकेले नहीं लड़ सकता है. दाइश, अलकायदा, आइएसआइएस जैसे आतंकी संगठनों से निपटने के लिए वैश्विक स्तर पर सहयोग जरूरी है. भारत की तरक्की वैश्विक चुनौतियों जैसे गरीब, आतंकवाद और अस्थिरता से निपटने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी. वैश्विक स्तर पर भारत एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है जिसपर दुनिया की नजर है. कैरी ने कहा कि हमें आतंक और हिंसा के मूल कारणों के तह तक जाने कह जरुरत है जिसके लिए कड़ी मेहनत करनी होगी.

कैरी ने कहा कि भारत और अमेरिका के बीच बेहतर संबंध दोनों देशों के लिए ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया के लिए महत्वपूर्ण है. इस समय विश्व के कई हिस्सों में सैन्य बलों का प्रयोग किया जा रहा है. भारत और अमेरिका ऐसे देश हैं जो अंतरराष्ट्रीय कानूनों के हवाले शांति और व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं. दोनों देश अपने लोकतांत्रिक मूल्यों पर कायम हैं और हम नागरिकों के अधिकारों की सुरक्षा में यकीन रखते हैं.

कैरी ने कहा कि किसी देश की ऊर्जा नीतियां भी जलवायु परिवर्तन से जुड़ी समस्याएं तय करती हैं. आइआइटी छात्रों को संबोधित करते हुए कैरी ने कहा कि आप सब भविष्य के इंजिनियर हैं. आपके पास यह महत्वपूर्ण मौका है कि नए इंजिनियर, उद्यमियों, नई खोज करने वालों के साथ एनर्जी ट्रांसफॉर्मेशन के लिए काम करें. उन्होंने कहा कि चीन, फिलीपींस को साउथ चाइना सी पर अंतरराष्ट्रीय ट्राइब्यूनल के फैसले का सम्मान करना चाहिए.

डॉनल्ड ट्रंप की विचारधार पर पूछे गए सवाल के जवाब में जॉन केरी ने कहा कि आपको अमेरिका की जनता के अच्छे फैसले पर भरोसा रखना चाहिए. किसी भी तरह का ध्रुवीकरण अच्छा नहीं है. यह असहिष्णुता और सरकार के प्रति लोगों की नाराजगी को बताता है. उन्होंने कहा कि भारत और अमेरिका की ऐतिहासिक सुंदरता इसी में है कि हम दोनों ने असंभव लगने वाली चीजों को संभव कर इतिहास बनाया.

जॉन केरी ने जीएसटी बिल का उल्लेख करते हुए कहा कि भारत सरकार ने जीएसटी बिल और दिवालिया घोषित करने के संबंध में नए कानून पारित किए. विदेशी निवेश के नियमन के लिहाज से यह महत्वपूर्ण फैसला है.

केरी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पाकिस्तान के साथ संबंध सुधारने के प्रयास की पुरजोर सराहना की. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के पीएमस नवाज शरीफ को शपथ ग्रहण समारोह में बुलाने का श्रेय पीएम मोदी को जरूर दिया जाना चाहिए. इसके लिए मोदी की जितनी भी तारीफ की जाए कम है. यह स्पष्ट है कि पाकिस्तान को आतंकी घटनाओं और संगठनों से जुड़े अपने लोगों के खिलाफ सख्त कदम उठाना होगा और आतंकवाद को अपनी जमीन से जड़ से खत्म करना होगा.

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