धर्मांतरण मुद्दे पर दोनों सदनों में हंगामा, सांसद ने लोकसभा उपाध्यक्ष पर फेंके पेपर

नयी दिल्ली: धर्मान्तरण के मुद्दे पर आज कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, वामदल, राजद, आप सदस्यों ने लोकसभा में सरकार को घेरा और प्रधानमंत्री के जवाब की मांग करते हुए भारी शोर शराबा किया जिसके कारण सदन को चार बार स्थगित करना पडा. भोजनावकाश के बाद आसन के समक्ष नारेबाजी कर रहे राजद के राजेश रंजन ने […]

By Prabhat Khabar Print Desk | December 22, 2014 6:04 PM

नयी दिल्ली: धर्मान्तरण के मुद्दे पर आज कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, वामदल, राजद, आप सदस्यों ने लोकसभा में सरकार को घेरा और प्रधानमंत्री के जवाब की मांग करते हुए भारी शोर शराबा किया जिसके कारण सदन को चार बार स्थगित करना पडा.

भोजनावकाश के बाद आसन के समक्ष नारेबाजी कर रहे राजद के राजेश रंजन ने अखबार को फाडकर टेबल के पास हवा में उछाल दिया. जिसपर बाद में उपाध्यक्ष ने सख्त आपत्ति जताई और रंजन ने क्षमा मांगी.

हंगामे के दौरान ही माकपा सदस्य ए संपत की तबीयत खराब हो गई. एक बार के स्थगन के बाद सदन की कार्यवाही शुरु होने पर कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, वाम दल, राजद, आप के सदस्य धर्मान्तरण का विषय उठाते हुए अध्यक्ष के आसन के समीप आकर नारेबाजी करने लगे.

कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खडगे ने कहा, ‘‘ हर राज्य में ‘घर वापसी’ के नाम पर धर्मां’तरण किया जा रहा है. लोगों को प्रलोभन दिया जा रहा है. संविधान में प्रत्येक व्यक्ति को अपनी पसंद का धर्म मानने का अधिकार है. ऐसे कार्यो से देश में अशांति फैल सकती है. मोदी के नाम पर यह सरकार बनी है. इसलिए प्रधानमंत्री सदन में बयान दें.’’ संसदीय कार्य मंत्री वेंकैया नायडू ने कहा कि देश के लोग देख रहे हैं कि क्या हो रहा है. जो लोग सदन में नहीं हैं, उनके बारे में नारे लगाए जा रहे हैं. इसे कार्यवाही से हटाया जाना चाहिए. कल सुबह आठ बजे से विधानसभा चुनावों (झारखंड और जम्मू कश्मीर) की मतगणना शुरु होगी तब आपको जवाब मिल जायेगा.

मल्लिकार्जुन खडगे ने इसका विरोध करते हुए कहा कि हमें विरोध करने का अधिकार है. हमारी बातों को कार्यवाही से नहीं निकाला जा सकता.

इसी बीच, लोकपाल और लोकायुक्त एवं अन्य संबद्ध विधि (संशोधन) विधेयक चर्चा एवं पारित होने के लिए लिया गया. हालांकि विपक्षी सदस्यों का शोर शराबा जारी रहा.

इसी बीच, अध्यक्ष के आसन के पास नारेबाजी कर रहे राजद के राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने एक समाचारपत्र की प्रति को फाडकर टेबल के पास हवा में उछाल दिया। इसके बाद उपाध्यक्ष एम थम्बीदुरई ने तीन बजकर पांच मिनट पर सदन की कार्यवाही पांच मिनट के लिए स्थगित कर दी.

तीन बजकर 10 मिनट पर कार्यवाही दोबारा शुरु होने पर स्थिति ज्यों की त्यों बनी रही.उपाध्यक्ष थम्बीदुरई ने राजेश रंजन द्वारा अखबार फाडकर उछाले की घटना पर गहरी आपत्ति व्यक्त करते हुए कहा, ‘‘ जिस तरह से राजेश रंजन ने कागज मेरे उपर फेंका, उसपर मैं गहरी आपत्ति व्यक्त करता हूं. यह गलत है. आप अपनी बात रखें लेकिन मेरे उपर कागज फेंके, यह ठीक नहीं है. यह अच्छी बात नहीं है कि आसन के प्रति असम्मान प्रदर्शित किया जाए.’’

राजेश रंजन ने कहा कि उन्होंने उपाध्यक्ष के पर कागज नहीं फेंका और उनका सम्मान करते हैं लेकिन अगर उन्हें ऐसा लगा तो वह ‘सॉरी’ कहते हैं.

कांग्रेस नेता मल्लिकाजरुन खडगे ने कहा, ‘‘ आप (थम्बीदुरई) वरिष्ठ नेता है. आपके पास काफी अनुभव है. हमारा आसन के प्रति असम्मान प्रदर्शित करने का कोई इरादा नहीं है. हमारी नाराजगी सरकार के प्रति है जो हमारी बात नहीं सुन रही है.’’ इस दौरान कांग्रेस, तृणमूल, वामदल सदस्यों का शोर शराबा जारी रहा. माकपा के ए संपत आसन के समीप आकर विपक्ष के नेता को नहीं बोलने देने के विषय को उठाने लगे. इस दौरान उनकी तबियत खराब हो गई और सदन को 10 मिनट के लिए स्थगित कर दिया गया.

सदन में एक डाक्टर को उनकी जांच करते देखा गया. केंद्रीय मंत्री डा. हर्षवर्धन, वेंकैया नायडू, जितेन्द्र सिंह के अलावा ने एस एस आहलुवालिया समेत कई नेताओं को संपत का हालचाल पूछते देखा गया. कुछ देर बाद उन्हें सदन से बाहर ले जाया गया.

साढे तीन बजे एक बार फिर आधे घंटे के लिए कार्यवाही स्थगित कर दी गई.

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