किस सीट पर भाजपा का रहा कब्जा, किन सीटों पर रही कड़ी टक्कर

नयी दिल्ली : दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को जीत मिली. भाजपा के खाते में आठ सीटें आयी. 2015 के विधानसभा चुनावों में आम आदमी पार्टी ने कुल 67 सीटों पर जीत हासिल की थी और बीजेपी मात्र तीन सीटों पर सिमट गई थी.भाजपा ने इस बार भले बेहतर प्रदर्शन ना किया हो […]

By Prabhat Khabar Print Desk | February 13, 2020 3:32 PM

नयी दिल्ली : दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को जीत मिली. भाजपा के खाते में आठ सीटें आयी. 2015 के विधानसभा चुनावों में आम आदमी पार्टी ने कुल 67 सीटों पर जीत हासिल की थी और बीजेपी मात्र तीन सीटों पर सिमट गई थी.भाजपा ने इस बार भले बेहतर प्रदर्शन ना किया हो लेकिन सीटों की संख्या तीन से बढ़ाकर आठ कर ली है. ऐसी कई सीटें जिस पर आप और भाजपा के बीच कड़ी टक्कर रही. जीत और हार के कारण पर विशेषज्ञों ने अपनी राय रखी है.

आम आदमी पार्टी ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में लगभग 54 फीसद वोट हासिल किये हैं जबकि भाजपा ने 38.5 फीसदी वोट अपनी तरफ किया. पिछली बार की तुलना में यह छह फीसदी ज्यादा हैं. दिल्ली में 1993 में हुए पहले विधानसभा चुनाव में भाजपा को 42.82 प्रतिशत वोट मिले थे. 1998 में 34.02 फीसदी, 2003 में 35.22 प्रतिशत, 2008 में 36.34 फीसदी, 2013 में 33.07 प्रतिशत और 2015 में 32.19 फीसदी वोट हासिल किए थे. भाजपा ने जिन आठ सीटों पर जीत हासिल की है.

लक्ष्मी नगर– भाजपा ने लक्ष्मी नगर सीट से जीत हासिल की है. इस सीट से भाजपा के अभय वर्मा ने आम आदमी पार्टी के नितिन त्यागी को हराया है. अभय वर्मा को 65,462 मत मिले जबकि नितिन त्यागी को 64629 मत मिले.
घोंडा- भाजपा ने यह सीट आप के खाते से निकालकर अपने खाते में जोड़ी है. भाजपा के अजय महावर ने श्रीदत्त शर्मा को 22 हज़ार से ज़्यादा वोटों से हराया है.
विश्वास नगर- भाजपा इस बार भी विश्वास नगर का विश्वास जीतने में सफल रही है. साल 2015 के चुनाव में भी भाजपा ने इस सीट पर कब्जा किया था. ओम प्रकाश शर्मा लगातार दूसरी बार इस सीट से जीते हैं. पिछली बार वे 10 हजार के करीब वोट से जीतने में सफल रहे थे इस बार जीत का अंतर बढ़ा है. आम आदमी पार्टी के दीपक सिंघला को 16,457 वोटों से हराया है .
गांधी नगर- साल 2015 में भाजपा ने यह सीट भी जीती थी. भाजपा के अनिल कुमार वाजपेयी ने आम आदमी पार्टी के नवीन चौधरी को हराया है.
रोहतास नगर- भाजपा ने यह सीट इस बार आम आदमी पार्टी के खाते से छिनकर अपने नाम की है. साल 2015 के चुनाव में आम आदमी पार्टी ने यह सीट जीती थी. बीजेपी के जीतेंद्र महाजन ने आम आदमी पार्टी की सरिता सिंह को क़रीब 16 हज़ार वोटों से हराया.
बदरपुर- इस सीट पर अंतिम मौके तक सस्पेंश बना रहा. भाजपा ने इस सीट को कम अंतर से ही सही लेकिन जीत लिया. भाजपा के रामवीर सिंह बिधुड़ी ने आप के राम सिंह नेताजी को हराया इस सीट पर जीत का अंतर 3,719 रहा.
करावल नगर- यह सीट बेहद खास रही है इस सीट से पिछली बार आम आदमी पार्टी के कपिल मिश्रा ने चुनाव जीता था. कपिल मिश्रा बागी हुए तो इस बार आप ने इस सीट से दुर्गेश पाठक को मैदान में उतारा था. भाजपा के मोहन सिंह बिष्ट ने आप के दुर्गेश पाठक को 26 हज़ार से ज़्यादा वोटों से हराया है.
रोहिणी- भाजपा के विजेंद्र गुप्ता अपनी सीट बचाने में सफल रहे. आम आदमी पार्टी के राजेश नामा बंसीवाला को करीब 12 हज़ार वोटों से हराया है. भाजपा ने जिन सीटों पर जीत हासिल की है उनकी स्थिति क्या है यह स्पष्ट है. अब जिन सीटों पर जीत का अंतर कम रहा जिसे भाजपा अपने खाते में नहीं जोड़ सकी उन्हें भी समझना जरूरी है.
बिजवासन- इस सीट में जीत का अंतर मात्र 753 रहा है. इस पर आप के भूपेंद्र सिंह जून ने भाजपा के सत प्रकाश राणा को हराया है.
आदर्श नगर- इस सीट पर आम आदमी पार्टी के पवन शर्मा जीते हैं उन्होंने 1589 मतो से भाजपा के राज कुमार भाटिया को हराया है.
कस्तूरबा नगर- आम आदमी पार्टी के मदन लाल को इस सीट पर जीत हासिल हुई. उन्होंने बीजेपी के रवींद्र चौधरी को 3,165 मतों के अंतर से हराया है.
पटपड़गंज-आम आदमी पार्टी के लिहाज से सबसे अहम सीट. दिल्ली सरकार के उप मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री रहे मनीष सिसोदिया इसी सीट से चुनावी मैदान में थे. इस सीट पर भाजपा के रवींद्र सिंह नेगी से कड़ा मुक़ाबला रहा. जीत का अंतर 3,207 वोट रहा मनीष सिसोदिया ने जीत हासिल की.

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