कश्मीर मामलाः शी जिनपिंग के दौरे से पहले चीन का यू-टर्न, भारत सख्त, कांग्रेस बोली- हांगकांग की करो बात

नयी दिल्लीः चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के भारत दौरे से पहले कश्मीर मामला एक बार फिर गरम हो उठा. इस मामले में चीन ने यू ट्रन ले लिया और कहा कि जम्मू-कश्मीर के मसले पर वह नजर बनाए हुए है और भारत-पाकिस्तान को इस मसले को संयुक्त राष्ट्र चार्टर के हिसाब से सुलझाना चाहिए. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 10, 2019 11:37 AM
नयी दिल्लीः चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के भारत दौरे से पहले कश्मीर मामला एक बार फिर गरम हो उठा. इस मामले में चीन ने यू ट्रन ले लिया और कहा कि जम्मू-कश्मीर के मसले पर वह नजर बनाए हुए है और भारत-पाकिस्तान को इस मसले को संयुक्त राष्ट्र चार्टर के हिसाब से सुलझाना चाहिए. भारत ने दो टूक कहा कि वह अपने आंतरिक मामलों में इस तरह की टिप्पणी का स्वागत नहीं करता है.
इस बीच मुख्य विपक्षी कांग्रेस ने सरकार को सलाह दी है कि वह भी हांगकांग में लोकतंत्र समर्थक प्रदर्शन, उइगर मुस्लिमों पर अत्याचार और साउथ चाइना सी का मुद्दा उठाकर चीन को घेरे. चीन ने यह बात तब कही है जब पाक प्रधानमंत्री इमरान खान चीन के राष्ट्रपति के बीच बैठक हुई. चीन के राष्ट्रपति शुक्रवार को भारत आ रहे हैं. पीएम मोदी के साथ वो अनौपचारिक शिखर वार्ता करेंगे.
चीन के इस बयान कि जम्मू-कश्मीर का विवाद संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों के मुताबिक सुलझाया जाना चाहिए, पर पूछे गए सवाल के जवाब में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा, ‘भारत का हमेशा से और स्पष्ट रुख रहा है कि जम्मू-कश्मीर हमारा अभिन्न हिस्सा है. चीन भी हमारे रुख से वाकिफ है. भारत के आंतरिक मामले दूसरे देशों की टिप्पणी के लिए नहीं हैं.
कहा कि , हमने चीनी राष्ट्रपति और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की मुलाकात से जुड़ी रिपोर्ट देखी है, जिसमें कश्मीर पर भी उनकी चर्चा का जिक्र है. कश्मीर पर चीन का बुधवार का बयान उसके विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुआंग के मंगलवार को दिए उस बयान से उलट है जिसमें उन्होंने कहा था कि मसले को नई दिल्ली और इस्लामाबाद को मिलकर सुलझाना चाहिए.
पाकिस्तान के पीएम इमरान खान से मुलाकात के बाद शी जिनपिंग ने कहा, ‘अंतरराष्ट्रीय और क्षेत्रीय हालात चाहे जितना भी बदल जाएं, चीन और पाकिस्तान की दोस्ती अटूट और चट्टान की तरह रहेगी. दोनों देशों के बीच सहयोग हमेशा मजबूत रहेगी.
कश्मीर पर चीन के बयान से भड़की कांग्रेस
शी जिनपिंग के भारत दौरे से पहले चीन ने जम्मू-कश्मीर के मसले पर बयान दिया है. अब इस बयान पर भारत में विवाद हो रहा है. कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने इस मसले पर केंद्र सरकार से सवाल किया और कहा कि क्यों नहीं, भारत चीन से तिब्बत, हांगकांग के बारे में बात करता है.
कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने गुरुवार को ट्वीट किया कि अगर शी जिनपिंग कह रहे हैं कि उनकी नज़र जम्मू-कश्मीर पर है, तो प्रधानमंत्री या विदेश मंत्रालय क्यों नहीं कहता है कि भारत हांगकांग में हो रहे लोकतंत्र को लेकर प्रदर्शन को देख रहा है, शिंजियांग में हो रहे मानवाधिकार के उल्लंघन, तिब्बत की स्थिति और साउथ चाइना पर चीन की दखल पर हिंदुस्तान नज़र बनाए हुए है.