हाथ से मैला साफ करने की प्रथा खत्म करने के लिए कार्य योजना तैयार : गहलोत

नयी दिल्ली : केंद्रीय मंत्री थावरचंद गहलोत ने सोमवार को कहा कि केंद्र सरकार ने सीवर और सैप्टिक टैंकों में प्रवेश कर हाथ से सफाई के कार्य को रोकने के लिए विस्तृत कार्य योजना तैयार की है जिसमें सीवेज प्रणाली को आधुनिक बनाने और मशीन से सफाई करने की सुविधा शामिल है. सतत साफ-सफाई पर […]

By Prabhat Khabar Print Desk | August 19, 2019 5:32 PM

नयी दिल्ली : केंद्रीय मंत्री थावरचंद गहलोत ने सोमवार को कहा कि केंद्र सरकार ने सीवर और सैप्टिक टैंकों में प्रवेश कर हाथ से सफाई के कार्य को रोकने के लिए विस्तृत कार्य योजना तैयार की है जिसमें सीवेज प्रणाली को आधुनिक बनाने और मशीन से सफाई करने की सुविधा शामिल है.

सतत साफ-सफाई पर राष्ट्रीय कार्यशाला सह प्रदर्शनी को संबोधित करते हुए गहलोत ने कहा कि सामाजिक न्याय और सशक्तिकरण मंत्रालय, आवास एवं शहरी मामलों का मंत्रालय, ग्रामीण विकास तथा पेयजल एवं साफ-सफाई मंत्रालय ने कार्य योजना तैयार की है . उन्होंने कहा, ‘‘कार्य योजना में यन्त्रीकृत स्वच्छता के क्षेत्र में समुचित प्रौद्योगिकी हस्तक्षेप की पहचान करने की परिकल्पना की गयी है ताकि सीवरों एवं सैप्टिक टैंकों में उतरकर उनकी सफाई करने के काम को समाप्त किया जा सके..” गहलोत ने कहा, ‘‘स्वच्छ भारत वास्तव में स्वस्थ भारत की तरफ पहला कदम है.”

केंद्रीय शहरी विकास मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि उनके मंत्रालय ने सीवर और सैप्टिक टैंकों की मशीन से सफाई के लिए व्यवस्था और प्रक्रिया बनाने तथा तकनीक के इस्तेमाल के प्रयास किये हैं. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी वित्त और विकास निगम के माध्यम से इन कर्मचारियों को अनुदान देने, ऋण के प्रावधान और उनके लिए आजीविका प्रशिक्षण कार्यक्रम आदि चला कर ऐसे कामगारों को औपचारिक रूप से सशक्त किया जा रहा है.

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