Doctor Strike: देशभर में डॉक्‍टरों की हड़ताल, कई बड़े अस्‍पतालों में OPD सेवाएं ठप्‍प, मरीज बेहाल

नयी दिल्ली : पश्चिम बंगाल में डॉक्टरों पर हुए हमले के विरोध में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आइएमए) के आह्वान पर देशभर के डॉक्टर 17 जून को हड़ताल पर रहेंगे. यह जानकारी आइएमए ने रविवार को दी. आपात सेवाओं को हड़ताल से अलग रखा गया है. ओपीडी सेवा सहित गैर जरूरी सेवाएं सोमवार सुबह छह बजे […]

By Prabhat Khabar Print Desk | June 17, 2019 7:50 AM
नयी दिल्ली : पश्चिम बंगाल में डॉक्टरों पर हुए हमले के विरोध में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आइएमए) के आह्वान पर देशभर के डॉक्टर 17 जून को हड़ताल पर रहेंगे. यह जानकारी आइएमए ने रविवार को दी. आपात सेवाओं को हड़ताल से अलग रखा गया है. ओपीडी सेवा सहित गैर जरूरी सेवाएं सोमवार सुबह छह बजे से मंगलवार सुबह छह बजे तक 24 घंटे के लिए बंद रहेंगी.
-कर्नाटक : बेंगलुरु के विक्टोरिया अस्पताल में विरोध जताते डॉक्‍टर
-मध्य प्रदेश: भोपाल एम्स के डॉक्‍टरों ने भी विरोध प्रदर्शन किया.
-पश्चिम बंगाल की मुख्‍यमंत्री ममता बनर्जी डॉक्‍टरों से बातचीत को तैयार, वे नबाना में राज्य के प्रत्येक मेडिकल कॉलेज के दो प्रतिनिधियों से मिलेंगी.
– सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को कहा कि देश के सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों की सुरक्षा की मांग वाली याचिका पर वह 18 जून को सुनवाई करेगा.
-लखनऊ: किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KGMU) के डॉक्टर हड़ताल पर.
-झारखंड: राजेंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (RIMS), रांची में डॉक्टरों ने पश्चिम बंगाल में डॉक्टरों के खिलाफ हिंसा का विरोध किया.
-भुवनेश्वर: पश्चिम बंगाल में डॉक्टरों के खिलाफ हिंसा के मद्देनजर डॉक्टरों का अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में विरोध प्रदर्शन जारी. #Odisha
-वाराणसी: बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के सर सुंदरलाल अस्पताल में हड़ताल पर डॉक्टर, मरीज परेशान
-असम: गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों ने पश्चिम बंगाल में डॉक्टरों के खिलाफ हिंसा का विरोध किया.
– दिल्ली: पश्चिम बंगाल में डॉक्‍टरों के खिलाफ हिंसा को लेकर हड़ताल के समर्थन में ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (AIIMS) के रेजिडेंट डॉक्टर्स आज दोपहर 12 बजे से कल सुबह 6 बजे तक हड़ताल पर रहेंगे. कैजुअल्टी, आईसीयू और लेबर रूम सहित आपातकालीन सेवाओं को जारी रखा गया है.
-राजस्थान: जयपुर के जयपुरिया अस्पताल में हड़ताल पर डॉक्टर, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने पश्चिम बंगाल में डॉक्टरों के खिलाफ हिंसा के मद्देनजर डॉक्टरों की देशव्यापी हड़ताल का आज आह्वान किया है.
– गुजरात : इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने आज पश्चिम बंगाल में डॉक्टरों के खिलाफ हिंसा के मद्देनजर गुजरात के डॉक्‍टरों ने देशव्यापी हड़ताल का आह्वान किया. वडोदरा के सर सयाजीराव जनरल अस्पताल के डॉक्टरों ने आउट पेशेंट विभाग के बाहर विरोध प्रदर्शन किया.

– आईएमए त्रिपुरा यूनिट के जनरल सेक्रेटरी डॉ एस देबबर्मा ने कहा, ‘ऑल त्रिपुरा गवर्नमेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन और आईएमए त्रिपुरा ने पश्चिम बंगाल में डॉक्टरों के खिलाफ हुए हालिया हिंसा के विरोध में 24 घंटे के लिए सभी ओपीडी सेवाएं बंद कर दी है.’

राष्ट्रीय राजधानी दिल्‍ली में भी कई सरकारी और निजी अस्पतालों में सोमवार को स्वास्थ्य सुविधाएं प्रभावित हो सकती हैं जहां कई डॉक्टरों ने पश्चिम बंगाल में हड़ताल कर रहे अपने साथियों के समर्थन में एक दिन के लिए काम का बहिष्कार करने का फैसला किया है. हालांकि, पहले अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ने इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) द्वारा बुलाई गई हड़ताल में शामिल होने से इनकार कर दिया था. आईएमए ने 17 जून को देशभर में हड़ताल की घोषणा की है.
AIIMS ने देर रात जारी एक बयान में कहा कि वह आईएमए द्वारा बुलाई गई राष्ट्रव्यापी हड़ताल में भाग नहीं लेगा, लेकिन सोमवार सुबह आठ और नौ बजे विरोध मार्च निकाला जाएगा. हालांकि अब एम्‍स इस हड़ताल के समर्थन में उतर आया है और यहां के डॉक्‍टर भी हड़ताल का समर्थन करेंगे.
केंद्र सरकार के सफदरजंग अस्पताल, लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज अस्पताल, आरएमएल अस्पताल और दिल्ली सरकार के जीटीबी अस्पताल, डॉ बाबा साहेब अंबेडकर अस्पताल, संजय गांधी मेमोरियल अस्पताल तथा दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल के डॉक्टर सोमवार को काम नहीं करेंगे.
आईएमए ने कहा कि सभी बाह्यरोगी विभाग (ओपीडी), नियमित ऑपरेशन थियेटर सेवाएं और वार्ड में डॉक्टरों के दौरे सोमवार को सुबह छह बजे से अगले दिन सुबह छह बजे तक निलंबित रहेंगे. उसने कहा कि आपातकालीन सेवाएं चलती रहेंगी.
पश्चिम बंगाल में जूनियर डॉक्टर 11 जून से हड़ताल पर हैं. कोलकाता के एनआरएस मेडिकल कॉलेज अस्पताल में एक रोगी की मौत के बाद उसके रिश्तेदारों ने दो डॉक्टरों पर हमला कर दिया था और वे गंभीर रूप से घायल हो गये थे. कोलकाता के डॉक्टरों के साथ एकजुटता दिखाते हुए देशभर में डॉक्टरों ने काम नहीं करने का फैसला किया है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने शनिवार को राज्यों से डॉक्टरों और चिकित्सा कर्मियों को किसी भी तरह की हिंसा से बचाने के लिए विशेष विधेयक पारित करने पर विचार करने को कहा. आईएमए ने डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों को हिंसा से बचाने के लिए व्यापक केंद्रीय कानून बनाने की मांग की है.

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