मसूद अजहर के प्रति श्रद्धा से स्पष्ट है राहुल को आतंकवादियों से है प्रेम : भाजपा

नयी दिल्ली : राहुल गांधी द्वारा भाजपा पर तंज कसते हुए जैश ए मोहम्मद सरगना मसूद अहजर को ‘जी’ संबोधन पर भाजपा नेताओं ने कांग्रेस अध्यक्ष पर निशाना साधते हुए सोमवार को कहा कि मसूद अजहर के प्रति इस श्रद्धा भाव से स्पष्ट है कि राहुल को आतंकवादियों से प्रेम है. भाजपा ने अपने ट्वीटर […]

By Prabhat Khabar Print Desk | March 11, 2019 9:14 PM

नयी दिल्ली : राहुल गांधी द्वारा भाजपा पर तंज कसते हुए जैश ए मोहम्मद सरगना मसूद अहजर को ‘जी’ संबोधन पर भाजपा नेताओं ने कांग्रेस अध्यक्ष पर निशाना साधते हुए सोमवार को कहा कि मसूद अजहर के प्रति इस श्रद्धा भाव से स्पष्ट है कि राहुल को आतंकवादियों से प्रेम है.

भाजपा ने अपने ट्वीटर एकाउंट पर ‘हैशटैग राहुल लव्स टेररिस्ट’ के तहत कहा कि ‘देश के 44 वीर जवानों की शहादत के लिए जिम्मेदार आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सरगना के लिए राहुल गांधी के मन में इतना सम्मान!’ भाजपा ने ट्वीट के साथ उनके भाषण का वीडियो भी जारी किया.

भाजपा के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा, पहले दिग्विजय सिंह जी ने ‘ओसामा जी और हाफिज सईद जी कहा. अब आप (राहुल गांधी) ‘मसूद अजहर जी’ कह रहे हैं. कांग्रेस पार्टी को यह क्या हो गया है. केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने ट्वीट किया, राहुल गांधी और पाकिस्तान में साझी बात क्या है. यह आतंकवादियों के लिये उनका प्रेम है.

इसे भी पढ़ें…

दिग्विजय की राह पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल, जैश सरगना मसूद अजहर को कहा ‘जी’

ईरानी ने कहा कि कृपया नोट करें कि मसूद अहजर के प्रति श्रद्धा…इस बात का सबूत है कि राहुल आतंकवादियों से प्रेम करते हैं. गौरतलब है कि दिल्ली कांग्रेस के कार्यक्रम के दौरान पुलवामा हमले का उल्लेख करते हुए राहुल गांधी ने भाजपा पर तंज कसा और कहा, ये 56 इंच सीना वाले अपनी पिछली सरकार में ‘मसूद अजहर जी’ के साथ बैठकर गये.

राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल मसूद अजहर को लेकर गये और छोड़कर आये. भाजपा ने मसूद अजहर को जेल से छोड़ा. कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने इस विषय पर ट्वीट में कहा कि राहुलजी के ‘मसूद’ कटाक्ष को जान-बुझकर न समझने वाले भाजपाईयों व चुनिंदा गोदी मीडिया साथियों से 2 सवाल… क्या एनएसए डोभाल आतंकवादी मसूद अज़हर को कंधार जाकर रिहा कर नहीं आये थे? क्या मोदी जी ने पाक की आईएसआई को पठानकोट आतंकवादी हमले की जांच करने नहीं बुलाया?.

Next Article

Exit mobile version