एमजे अकबर मामला : स्मृति का टिप्पणी से इनकार, विजयवर्गीय ने कहा – इस्तीफे पर सरकार लेगी निर्णय

मुंबई/कोलकाता : केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने अपने मंत्रिमंडल सहयोगी एमजे अकबर के खिलाफ लगे यौन उत्पीड़न के आरोपों पर बृहस्पतिवार को कुछ कहने से इनकार कर दिया. वहीं,भाजपा महासचिवकैलाश विजयवर्गीयनेउनके इस्तीफे पर टिप्पणी करने से इनकार करते हुए कहा कि इस बारे में सरकार को निर्णय करना है. स्मृति ईरानीनेमुंबई में साथ ही यह […]

By Prabhat Khabar Print Desk | October 11, 2018 7:54 PM

मुंबई/कोलकाता : केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने अपने मंत्रिमंडल सहयोगी एमजे अकबर के खिलाफ लगे यौन उत्पीड़न के आरोपों पर बृहस्पतिवार को कुछ कहने से इनकार कर दिया. वहीं,भाजपा महासचिवकैलाश विजयवर्गीयनेउनके इस्तीफे पर टिप्पणी करने से इनकार करते हुए कहा कि इस बारे में सरकार को निर्णय करना है.

स्मृति ईरानीनेमुंबई में साथ ही यह भी कहा कि उन महिलाओं के साथ इंसाफ होना चाहिए जो अपनी बात रख रही हैं. मी टू अभियान के तेज होने पर कुछ महिला पत्रकार भी सामने आयीं और उन्होंने विदेश राज्यमंत्री एमजे अकबर पर दो अखबारों में उनके संपादक रहने के दौरान यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाया. अकबर के खिलाफ आरोपों के संबंध में पूछे जाने पर केंद्रीय कपड़ा मंत्री ने कहा, संबंधित सज्जन इस मुद्दे पर बोलने पर बेहतर होंगे. उन्होंने कहा, मैं इस बात की प्रशंसा करती हूं कि मीडिया अपनी (पूर्व) महिला सहयोगियों का साथ दे रहा है, लेकिन मेरा मानना है कि संबंधित सज्जन को बयान देना है न कि मुझे, क्योंकि मैं व्यक्तिगत रूप से वहां नहीं थी.

उन्होंने कहा, मैंने इस खास मुद्दे पर बार-बार कहा है कि विशेष तौर पर अपनी आपबीती सामने रख रही महिलाओं को किसी भी तरह शर्मिंदा नहीं होना चाहिए. उन्हें परेशान नहीं किया जाना चाहिए तथा उनका मजाक नहीं उड़ाया जाना चाहिए. ईरानी ने कहा कि महिलाएं उत्पीड़न का शिकार बनने नहीं, बल्कि अपने सपने को साकार करने, सम्मानजनक जिंदगी जीने के लिए काम करने जाती हैं. उन्होंने कहा, इसलिए, मैं आज यहां कहूंगी कि अपने पेशेवर जिंदगी में महिलाओं के साथ जो कुछ हुआ, उसके बारे में सामने आकर बोलना बहुत मुश्किल भरा होगा. लेकिन, हमारे समाज में इस वक्त अहम बात है कि अधिकाधिक महिलाओं को समर्थन मिल रहा है ताकि वे बोल सकें. उन्होंने कहा, मैं महसूस करती हूं कि हमारे न्यायिक और पुलिस तंत्र में इंसाफ के पर्याप्त उपाय हैं और मैं आशान्वित हूं कि जो महिलाएं बोल रही हैं उन्हें उचित प्रक्रिया के तहत इंसाफ मिलेगी जिसकी वे हकदार हैं.

दूसरी तरफ कोलकाता में केंद्रीय मंत्री एमजे अकबर के खिलाफ लगे यौन उत्पीड़न के आरोपों के बाद उनके इस्तीफे की मांग पर टिप्पणी करने से इनकार करते हुए भारतीय जनता पार्टी के महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि इस बारे में सरकार को निर्णय करना है. भाजपा महासचिव ने कहा कि वह (अकबर) सरकार का हिस्सा हैं और इस बारे में सरकार ही निर्णय करेगी. भाजपा पदाधिकारियों के साथ यहां बैठक करने आये विजयवर्गीय से अकबर के इस्तीफे के बारे में पूछा गया था. विभिन्न समाचार संस्थानों में संपादक पद पर रहते हुए अकबर पर कुछ महिला पत्रकारों के यौन उत्पीड़न के आरोपों को लेकर कांग्रेस सहित कई विपक्षी दल मंत्रिमंडल से इस्तीफे की मांग कर रहे हैं. गौरतलब है कि अकबर ने अबतक इन आरोपों पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है.

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