कुलदीप नैयर के निधन पर राजनीतिक दलों ने दी श्रद्धांजलि, शाह, येचुरी, शरद, ममता ने ऐसे किया याद

... आपातकाल के खिलाफ नैयर के दृढ़ रूख को भुलाया नहीं जा सकता : अमित शाह नयी दिल्ली: दिग्गज पत्रकार कुलदीप नैयर के निधन पर दुख जताते हुए भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने आज कहा कि आपातकाल के खिलाफ उनके दृढ़ रवैये को कभी भुलाया नहीं जा सकता. शाह ने कहा कि उनका निधन भारतीय […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 23, 2018 2:46 PM

आपातकाल के खिलाफ नैयर के दृढ़ रूख को भुलाया नहीं जा सकता : अमित शाह

नयी दिल्ली: दिग्गज पत्रकार कुलदीप नैयर के निधन पर दुख जताते हुए भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने आज कहा कि आपातकाल के खिलाफ उनके दृढ़ रवैये को कभी भुलाया नहीं जा सकता. शाह ने कहा कि उनका निधन भारतीय पत्रकारिता के लिए क्षति है. जानेमाने पत्रकार और लेखक नैयर को प्रेस की आजादी और नागरिकों के अधिकारों की रक्षा करने वाले पत्रकार के रूप में जाना जाता है. नैयर का कल आधी रात के बाद यहां एक निजी अस्पताल में निधन हो गया. वह 95 वर्ष के थे. शाह ने ट्वीट किया, ‘‘ वरिष्ठ पत्रकार और राज्यसभा के पूर्व सदस्य कुलदीप नैयर जी का निधन हो गया, मेरी संवेदनाएं. कुछ महीने पहले मैंने उनसे मुलाकात की थी. वह ऊर्जा और हास्य से भरपूर थे. आपातकाल के खिलाफ उनके दृढ़ रुख को कभी भुलाया नहीं जा सकता. उनका गुजर जाना भारत के पत्रकारिता जगत के लिए क्षति है.’ पार्टी के ‘संपर्क फॉर समर्थन’ अभियान के तहत शाह ने नौ जून को नैयर से मुलाकात की थी.

कुलदीप नैयर के निधन पर विपक्ष के नेताओं ने शोक व्यक्त किया

नयी दिल्ली: वरिष्ठ पत्रकार कुलदीप नैयर के निधन पर वाम दलों सहित अन्य विपक्षी दलों के नेताओं ने गहरा शोक व्यक्त किया है. नैयर का कल देर रात यहां एक अस्पताल में निधन हो गया था. माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने नैयर को लोकतांत्रिक अधिकारों का ‘चैंपियन’ बतातेहुए उनके निधन को देश और समाज केलिए अपूर्णीय क्षति बताया है. येचुरी ने शोक व्यक्त करते हुए ट्वीट कर कहा ‘‘कुलदीप नैयर लोकतांत्रिक अधिकारों और नागरिक स्वतंत्रता की रक्षा केलिए होने वाले प्रत्येक आंदोलन में हमेशा अग्रिम पंक्ति में शामिल रह कर देश की महान सेवा की. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के साथ जनता के स्तर पर आपसी सहयोग को बढ़ावा देने की उनकी पैरोकारी अपने आप में विशिष्ट थी. मौजूदा दौर के संघर्ष में उनकी मौजूदगी मात्र शक्ति का स्रोत बनती.’

भाकपा नेता अतुल कुमार अनजान ने नैयर को नागरिक अधिकारों का सच्चा सिपाही बतातेहुए कहा कि बतौर पत्रकार वह अपनी कलम से दबे कुचले और शोषित वर्गों की आवाज मजबूत करते रहे, साथ ही बतौर सामाजिक कार्यकर्ता भी उन्होंने संसद से लेकर सड़क तक कमजोर वर्गों केलिए न्याय का झंडा बुलंद किया. अनजान ने कहा कि नैयर के निधन से पत्रकारिता और समाज सेवा के क्षेत्र में रिक्त हुआ स्थान कभी नहीं भरा जा सकेगा.

वरिष्ठ समाजवादी नेता शरद यादव ने नैयर को देशभक्त, स्पष्टवादी और श्रेष्ठ व्यक्ति बतातेहुए कहा ‘‘मैंने आज अपना एक अच्छा मित्र खो दिया. वरिष्ठ पत्रकार नैयर समाजवाद के सच्चे सिपाही थे, जो निर्भीक होकर अपने विचारों को लिखते थे.’ यादव ने ट्वीट कर कहा ‘‘उनके निधन से मैं दुखी हूं, हमने एक महान लेखक ही नहीं बल्कि सच्चे पथप्रदर्शक को भी खो दिया है.’

आप संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने नैयर के निधन को दुखद समाचार बतातेहुए कहा कि देश ने नामचीन पत्रकार और मानवाधिकार कार्यकर्ता को खो दिया है. केजरीवाल ने अपने शोक संदेश में कहा ‘‘मौजूदा दौर में प्रेस की आजादी और लोकतांत्रिक मूल्यों केलिए जारी संघर्ष में उनकी कमी खलेगी. नैयर का निधन देश केलिए बड़ा नुकसान है.’

तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ट्वीट कर कहा ‘‘निर्भीक वरिष्ठ पत्रकार कुलदीप नैयर के निधन की खबर से स्तब्ध हूं. शोकसंतप्त परिवार के प्रति मेरी हार्दिक संवेदनाएं हैं.’ राजद के प्रवक्ता और राज्यसभा सदस्य मनोज कुमार झा ने नैयर के निधन पर दुख व्यक्त करते हुये कहा ‘‘गणेश शंकर विद्यार्थी वाली पत्रकारिता की परंपरा की लौ अब तक बरकरार रखने वाली एक आवाज़ हमें आज अलविदा कह गयी. सत्ता प्रतिष्ठान के समक्ष सजदे में कभी नहीं खड़े होने वाले कुलदीप नैयर जी को सलाम.’

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी वरिष्ठ पत्रकार कुलदीप नैयर के निधन पर शोक जताया है. उन्होंने पत्रकार के परिवार, उनके प्रशंसक और सहकर्मियों के प्रति संवेदनाएं प्रकट की है. ममता ने ट्वीट किया, ‘ निडर पत्रकार और लेखक कुलदीप नैयर की मौत से दुखी हूं, मेरी संवेदनाएं उनके परिवार, प्रशंसक और सहकर्मियों के साथ है.’