स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट्स : 45 दिन का अल्टीमेटम, दिन का वर्क प्लान देना होगा

दीपक 36समय सीमा में काम पूरा नहीं हुआ तो होंगे ब्लैकलिस्ट निर्माण एजेंसी पर पहले भी लगाया गया है 2.5 करोड़ जुर्माना हर दिन के कार्य का देना होगा

By Prabhat Kumar | August 4, 2025 7:32 PM

दीपक 36

समय सीमा में काम पूरा नहीं हुआ तो होंगे ब्लैकलिस्ट

निर्माण एजेंसी पर पहले भी लगाया गया है 2.5 करोड़ जुर्माना

हर दिन के कार्य का देना होगा हिसाब-किताब

मुख्य संवाददाता, मुजफ्फरपुर

स्मार्ट सिटी मिशन के प्रोजेक्ट्स को 45 दिनों के भीतर पूरा करने का सख्त आदेश दिया गया है. डीएम सुब्रत कुमार सेन ने निर्माण एजेंसियों को स्पष्ट चेतावनी दी है कि अगर तय समय सीमा में काम पूरा नहीं हुआ, तो उन पर भारी जुर्माना लगाया जायेगा और उन्हें ब्लैकलिस्ट भी किया जा सकता है. इसके अलावा जांच में दोषी पाए जाने पर संबंधित एजेंसियों के खिलाफ प्राथमिकी भी दर्ज की जायेगी. यह सख्त रुख तब अपनाया गया जब डीएम सुब्रत कुमार सेन व नगर आयुक्त ने दो दिन पहले सिकंदरपुर लेक फ्रंट पर चल रहे कार्यों का औचक निरीक्षण किया.निरीक्षण के दौरान, उन्होंने निर्माणाधीन कम्युनिटी हॉल के काम की प्रगति के बारे में जानकारी ली.

निर्माण कार्य में बरते रहे लापरवाही

बताया कि कम्युनिटी हॉल का निर्माण अभी तक पूरा नहीं हुआ है, जिस पर डीएम ने गहरी नाराजगी व्यक्त की. कहा कि निर्माण कार्य में लापरवाही बरती जा रही है, जिसके कारण प्रोजेक्ट्स में लगातार देरी हो रही है. डीएम ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि वे सभी प्रोजेक्ट्स की प्रगति की नियमित रूप से निगरानी करें और रिपोर्ट दें. उन्होंने नगर आयुक्त से कहा कि निर्माण एजेंसी से हर दिन के काम का वर्क प्लान मांगें और कार्य प्रगति की रिपोर्ट तैयार करायें.

पहले भी लग चुका है

जुर्माना

संबंधित निर्माण एजेंसी पर पहले भी ₹ 2.5 करोड़ का जुर्माना लगाया जा चुका है, लेकिन इसके बावजूद काम में कोई सुधार नहीं हुआ है.स्मार्ट सिटी मुजफ्फरपुर के तहत कई महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट्स चल रहे हैं, जिनमें सिकंदरपुर लेक फ्रंट का सौंदर्यीकरण, सीवरेज और ड्रेनेज सिस्टम का सुधार, और सड़कों का निर्माण शामिल है. इन प्रोजेक्ट्स में देरी के कारण शहरवासियों को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.

स्मार्ट सिटी के प्रमुख कार्य

सड़क और नाला निर्माण:

शहर की मुख्य सड़कों के साथ-साथ गलियों में भी अंडरग्राउंड बिजली, टेलीफोन व इंटरनेट की केबल बिछाने का काम. इससे तारों का जाल खत्म हो जाएगा और शहर साफ-सुथरा दिखेगा. इसके अलावा, कई जगहों पर स्पाइनल और पेरिफेरल रोड का निर्माण भी जारी है.

सीवरेज और ड्रेनेज सिस्टम:

शहर में जल निकासी की समस्या को दूर करने के लिए सीवरेज और स्टॉर्म वाटर ड्रेनेज योजना पर काम हो रहा है। इसके तहत सीवरेज लाइन बिछाने और घरों को इससे जोड़ने का काम चल रहा है.

सिकंदरपुर लेक फ्रंट डेवलपमेंट: प

टना के मरीन ड्राइव की तर्ज पर सिकंदरपुर झील के किनारे रिवरफ्रंट का निर्माण हो रहा है. इसमें साइकल ट्रैक, पैदल पथ और पार्किंग की सुविधा शामिल है.

कचरा प्रबंधन:

परियोजना के तहत, कचरा प्रबंधन और निष्पादन के लिए एक नई योजना पर काम शुरू हुआ है,

अन्य परियोजनाएं

-इंटीग्रेटेड टर्मिनल बस स्टैंड का निर्माण

-सिकंदरपुर मन के विकास का दूसरा चरण

-पंडित नेहरू स्टेडियम को मल्टीपर्पज खेल स्टेडियम में बदलना

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