तालझारी शिवगंजगोला दुर्गामंदिर का 225 वर्षों का रहा है इतिहास
यहां मां का आशीर्वाद लेने हजारों की संख्या में भक्तों का सैलाब उमड़ता है. विजयादशमी के दिन भव्य मेले का होता है आयोजन.
बासुकिनाथ. तालझारी बाजार के समीप शिवगंजगोला दुर्गा मंदिर का इतिहास तकरीबन 225 साल पुराना है. यहां पहले खपरैल का छत व मिट्टी की दीवार का मंदिर हुआ करता था. इस मंदिर में भक्तों की भीड़ पूजा अर्चना के लिए लगी रहती है. ग्रामीण लक्ष्मीनारायण दत्ता, महेश साह, सुबोध दत्ता आदि ने बताया कि गांव के चिमन दत्त, मधुसूदन दत्त, युगल दत्त, केदार दत्त आदि माता के भक्तों के सकारात्मक प्रयास से पक्के का भव्य मंदिर का निर्माण कराया गया है. नवमी व दशमी के दिन यहां भव्य मेले का आयोजन किया जाता है. मेले में इस मंदिर में जोंका, तालझारी, तेतरिया, लोगायकमरडीहा सहित दर्जनों गांव के लोगों की यहां भीड़ जुटती है. सैकड़ों दुकानें सजती है. भक्तों द्वारा माता दुर्गा की भव्य पूजा-अर्चना की जाती है. इस मंदिर में पूजा के सफल संचालन में समिति के दर्जनों सदस्य लगे हुए हैं. प्रखंड के हरिपुर, सहारा, तालझारी, नोनीहाट, रायकिनारी सहित प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न दुर्गा मंदिर पूजा पंडालों में माता की पूजा धूमधाम से की जा रही है. वैदिक मंत्रोच्चारण दुर्गा सप्तशती पाठ भक्तों की भीड़ भक्ति रस संगीत से माहौल भक्ति मय बना हुआ है. दुर्गा मंडप में आस्था व समर्पण की भावना का अनूठा संगम दिख रहा है. ढोल नगाड़ों के बीच भक्त उत्सवी माहौल में धीरे-धीरे रंग रहे हैं. आदिशक्ति मां दुर्गा के प्रतिमा पंडालों के आकार लेने का सिलसिला शुरू हो गया है. प्रखंड के विभिन्न पूजा समिति द्वारा भक्तों की सुविधा के लिए पंडाल में व्यवस्थाएं की जा रही है.
कहते हैं माता के भक्त :
शिवगंजगोला के इस मंदिर में भव्य पूजा पाठ होती है, यह केवल धार्मिक आस्था का केंद्र नहीं, बल्कि सामाजिक एकजुटता और संस्कृति का प्रतीक भी है. यहां केवल पूजा-अर्चना ही नहीं, बल्कि अष्टमी की रात में जागरण होता है. भजन-कीर्तन की प्रस्तुतियां पूरे वातावरण को भक्तिमय बना देती हैं.
– लखीनारायण दत्ता
दुर्गा मंदिर में पूजा बड़े ही धूमधाम व हर्षोल्लास के साथ मनायी जा रही है. पीढ़ी दर पीढ़ी लोग इससे जुड़े हैं. बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक सभी उत्साहपूर्वक भाग लेते हैं. माता के मंदिर में भक्तों की भीड़ लगी रहती है. नवरात्र को लेकर मंदिर में भक्तों में उत्साह है.– सुबोध दत्ता
मंदिर में पूजा को लेकर तैयारी चल रही है, माता के दरबार में गांवों के भक्त पूजा करने पहुंचते हैं. हर साल की तरह इस बार भी भव्यतापूर्वक माता की पूजा की जा रही है. मंदिर में आकर्षक विद्युत सज्जा की जा रही है. पूजा की तैयारी में ग्रामीण जुटे हुए हैं.– नवकुमार दत्ता
विजयादशमी के दिन दुर्गा प्रतिमा विसर्जन जुलूस यहां का सबसे आकर्षक आयोजन माना जाता है, जिसमें हजारों लोग शामिल होते हैं. विजयादशमी के दिन मंदिर प्रांगण के सामने भव्य मेला का भी आयोजन किया जाता है. मेले में आसपास दर्जनों गांव के लोगों की भीड़ पहुंचती है.– तपन दत्ताB
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
