Sasaram News: विपरीत परिस्थितियों में भी चमका सासाराम का सितारा, सत्यम ने जीता कांस्य पदक
सॉफ्ट टेनिस कोर्ट के अभाव में भी मल्टीपर्पस हॉल के पास करते हैं अभ्याससासाराम ऑफिस़ विपरीत परिस्थितियों के बावजूद सासाराम के खिलाड़ियों ने एक बार फिर जिले का नाम रोशन
सॉफ्ट टेनिस कोर्ट के अभाव में भी मल्टीपर्पस हॉल के पास करते हैं अभ्यास
सासाराम ऑफिस़ विपरीत परिस्थितियों के बावजूद सासाराम के खिलाड़ियों ने एक बार फिर जिले का नाम रोशन किया है. जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर स्थित राजबाग गिनगुन स्टेडियम में आयोजित 22वीं सीनियर नेशनल सॉफ्ट टेनिस प्रतियोगिता में सासाराम के सत्यम कुशवाहा उर्फ विशाल ने बिहार की ओर से खेलते हुए पुरुष टीम इवेंट में कांस्य पदक जीता है. यह उपलब्धि न सिर्फ सत्यम के लिए, बल्कि पूरे रोहतास जिले के लिए गर्व की बात है. सत्यम सासाराम के लश्करीगंज मुहल्ले के निवासी हैं और उनके पिता राजेंद्र कुशवाहा हैं.वे पिछले दस वर्षों से सॉफ्ट टेनिस खेल रहा हैं. इस दौरान कई राष्ट्रीय व राज्यस्तरीय प्रतियोगिताओं में हिस्सा ले चुके हैं. वर्ष 2018 में सत्यम ने दक्षिण कोरिया में आयोजित जूनियर वर्ल्ड सॉफ्ट टेनिस चैंपियनशिप में भारत का प्रतिनिधित्व किया था. इसके अलावा उन्होंने बिहार स्तर की प्रतियोगिताओं में कई बार स्वर्ण पदक जीतकर अपने हुनर का लोहा मनवाया है. सत्यम की इस सफलता से रोहतास जिले के सॉफ्ट टेनिस खिलाड़ियों में उत्साह की लहर है. सॉफ्ट टेनिस एसोसिएशन ऑफ रोहतास के सचिव रमेश मेहता ने बताया कि सत्यम पिछले एक दशक से इस खेल में सक्रिय हैं और अपने प्रदर्शन से लगातार जिले का नाम रोशन कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि यह पहली बार है, जब रोहतास जिले को सॉफ्ट टेनिस में राष्ट्रीयस्तर पर मेडल मिला है.
जिले में सॉफ्ट टेनिस कोर्ट की सुविधा नहींरमेश मेहता ने बताया कि जिले में सॉफ्ट टेनिस कोर्ट की सुविधा नहीं है. खिलाड़ियों को न्यू फजलगंज स्थित मल्टीपर्पस हॉल के पास बने बास्केटबॉल कोर्ट पर ही अभ्यास करना पड़ता है. जब राज्य या राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता होती है, तो खिलाड़ी आरा या पटना जाकर प्रैक्टिस करते हैं. इन कठिन परिस्थितियों में भी जिले के युवा खिलाड़ी हार नहीं मान रहे हैं और सीमित संसाधनों में भी अपने खेल को निखार रहे हैं. उन्होंने कहा कि सत्यम की सफलता विपरीत परिस्थितियों में की गयी मेहनत का नतीजा है. सत्यम शुरू से ही सॉफ्ट टेनिस को लेकर समर्पित रहा है. उसकी लगन और अनुशासन ही उसे इस मुकाम तक लायी है. यह पदक उसकी मेहनत का सच्चा परिणाम है. जिलास्तर पर उचित प्रशिक्षण सुविधाएं और स्थायी कोर्ट बन जाने पर रोहतास के कई और युवा खिलाड़ी राष्ट्रीयस्तर पर अपनी प्रतिभा दिखा सकते हैं. स्थानीय खेल प्रेमियों ने भी सत्यम को बधाई देते हुए जिला प्रशासन से मांग की है कि सॉफ्ट टेनिस जैसे उभरते खेलों के लिए उचित व्यवस्था की जाए, ताकि भविष्य में और खिलाड़ी जिले का नाम रोशन कर सकें.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
