कॉलेज स्ट्रीट में प्रकाशकों को बारिश के कारण लाखों का नुकसान
प्राकृतिक आपदा ने हमारे व्यवसाय को भारी नुकसान पहुंचाया है. लाखों का नुकसान हुआ है, लेकिन हम दुर्गापूजा के बाद ही अनुमानित आंकड़ा बता पायेंगे.
कोलकाता. कोलकाता में 23 सितंबर की सुबह हुई बारिश के कारण कॉलेज स्ट्रीट के पुस्तक मोहल्ले में स्थित दुकानों और स्टॉल पर लाखों रुपये मूल्य की किताबें नष्ट हो गयीं. पब्लिशर्स एंड बुकसेलर्स गिल्ड इस नुकसान का आकलन कर रहा है. गिल्ड कार्यकारी समिति के सदस्य और दे पब्लिशिंग के मालिकों में से एक अपू दे ने कहा कि हर एक प्रकाशक को प्रकृति के प्रकोप का खामियाजा भुगतना पड़ा है, और यह नुकसान 2020 में अम्फन चक्रवात के दौरान हुई क्षति से भी अधिक गंभीर है. दे ने बताया कि पूरा बोईपाड़ा (पुस्तक प्रेमियों का केंद्र) अस्त-व्यस्त है. प्राकृतिक आपदा ने हमारे व्यवसाय को भारी नुकसान पहुंचाया है. लाखों का नुकसान हुआ है, लेकिन हम दुर्गापूजा के बाद ही अनुमानित आंकड़ा बता पायेंगे. उन्होंने कहा कि उनके प्रकाशन व्यवसाय को 5-6 लाख रुपये का नुकसान हुआ है. गिल्ड के अध्यक्ष सुधांग्शु दे ने कहा, “कॉलेज स्ट्रीट में कई छोटी दुकानें सड़क पर स्थित हैं, इसलिए इन दुकानों में रखी पुस्तकें क्षतिग्रस्त हो गयीं. अनुमान से अधिक भारी बारिश हुई और कोई ऐहतियाती उपाय नहीं किये गये. गिल्ड सचिव त्रिदीब चटर्जी ने कहा कि उनके स्वामित्व वाले पत्र भारती प्रकाशन को 10-12 लाख रुपये का नुकसान हुआ है. उन्होंने कहा, “हम त्योहारों के लिए ऑनलाइन ऑर्डर की गयी किताबें छापते हैं. चूंकि इतनी भारी बारिश की कोई पूर्व चेतावनी नहीं थी, इसलिए जिल्द चढ़ाने के लिए तैयार छपी हुई सामग्री भींग गयीं. त्योहार से पहले यह एक बड़ा नुकसान है. स्थानीय दुकानदारों ने बताया कि बहुत सारी पुस्तकें पानी में बह गयीं. कुछ दुर्लभ पुस्तकें भी थीं, जो नष्ट हो गयीं. कई ग्राहक इन पुस्तकों के कुछ अंश मांगते थे तो उन्हें जेरेक्स कर दिया जाता था. अब ऐसी पुस्तकों को काफी नुकसान पहुंचा है. बुधवार को धूप निकलने पर भीगी पुस्तकों को दुकानदारों को सुखाते देखा गया.
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