देर रात तक मांगों को लेकर आंदोलन में डटी रहीं जलसहिया

कार्यपालक अभियंता पेयजल स्वच्छता विभाग द्वारा तीन महीने बीत जाने के बाद भी मानदेय नहीं दिया गया है. यह अत्यंत ही गंभीर मामला है.

By RAKESH KUMAR | September 24, 2025 11:58 PM

दुमका. दुमका झारखंड प्रदेश जलसहिया यूनियन के बैनर तले बुधवार से सैंकड़ो जलसहियायें पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल परिसर में अनिश्चितकालीन धरना पर बैठ गयीं हैं. जिलाध्यक्ष रजनी मिर्धा के नेतृत्व में आयोजित इस धरना में देर रात तक डटे प्रमंडलीय संरक्षक विजय कुमार दास ने कहा कि ज़ल सहिया काे मानेदय भुगतान के लिए आवंटन पेयजल स्वच्छता विभाग झारखंड सरकार ज्ञापन संख्या 32 दिनांक 24 /9/2025 के माध्यम से विभाग को भेजा जा चुका है. बावजूद दुमका के कार्यपालक अभियंता पेयजल स्वच्छता विभाग द्वारा तीन महीने बीत जाने के बाद भी मानदेय नहीं दिया गया है. यह अत्यंत ही गंभीर मामला है. बुधवार को अनिश्चितकालीन धरना में मजबूर होकर जल सहिया बैठी है.देर रात भी जलसहियायें आंदोलन में डटी रहीं. जिला अध्यक्ष रजनी मिर्धा ने कहा कि जब तक मानेदय की राशि जल सहिया के खाता में हस्तांतरित नहीं किया जायेगा,तब तक यह धरना जारी रहेगा. इस मौके पर शर्मिला हांसदा ,आरती देवी ,करिश्मा देवी समेत कई जल सहियायें उपस्थित थीं. इधर रामगढ़ प्रखंड में विकास योजनाओं की जांच करने आए प्रशिक्षु आईएएस अधिकारी नजिश अंसारी से मिलकर जल सहियाओं ने उन्हें अपनी समस्याओं से अवगत कराया.जल सहियाओं ने पदाधिकारी को बताया कि प्रखंड में बडी संख्या में चापाकल खराब है जिसे मरम्मत कराने की आवश्यकता है. जल सहयोग ने पूर्व की तरह चापाकल मरम्मत का कार्य जल सहिया द्वारा कराए जाने की मांग की. प्रशिक्षु आईएएस ने सभी जल सहियाओं से खराब चापा कल की सूची बीडीओ को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया. उनके मरम्मत का कार्य शीघ्र कराया जा सके. इस दौरान प्रशिक्षु आईएएस अधिकारी ने जल सहियाओं से कहा कि स्वच्छ भारत अभियान के बाद भी सफाई अभियान बराबर चलना चाहिए. यह हम सभी का कर्तव्य है कि अपने गांव, टोले तथा मुहल्ले की साफ, सफाई हमेशा करें तथा सभी को इस कार्य के लिए प्रेरित भी करें. इस दौरान सहिया संगठन के द्वारा लंबित मानदेय के भुगतान सहित विभिन्न समस्याओं से भी उन्हें अवगत कराया गया. प्रशिक्षु आईएएस अधिकारी द्वारा रामगढ़ प्रखंड के भालसुमर एवं महुबना पंचायत में क्रियान्वित विभिन्न विकास योजनाओं की भी जांच की गयी. इस दौरान प्रखंड विकास पदाधिकारी कमलेंद्र कुमार सिन्हा एवं संबंधित पंचायत के कर्मी भी मौजूद थे.

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