जिले में पर्यटन विकास की अपार संभावनाएं
प्राकृतिक सौंदर्य व महत्वपूर्ण धार्मिक स्थलों से परिपूर्ण है गढ़वा
प्राकृतिक सौंदर्य व महत्वपूर्ण धार्मिक स्थलों से परिपूर्ण है गढ़वा अविनाश, गढ़वा गढ़वा जिले में पर्यटन उद्योग के विकास की अपार संभावनाएं हैं. अविभाजित बिहार के समय इसे जिला का दर्जा तो मिला, लेकिन उद्योग-धंधों के अभाव में यहां अपेक्षित विकास नहीं हो सका. विशेषज्ञों का मानना है कि यदि पर्यटन क्षेत्र पर गंभीरता से काम किया जाये तो गढ़वा धार्मिक और प्राकृतिक पर्यटन का बड़ा केंद्र बन सकता है. जिले में कई ऐसे स्थल हैं जो धार्मिक महत्व और प्राकृतिक सौंदर्य से परिपूर्ण हैं और पर्यटकों को आकर्षित करने की क्षमता रखते हैं. नगर ऊंटारी स्थित श्री बंशीधर मंदिर सोने की प्रतिमा के कारण अंतरराष्ट्रीय महत्व रखता है. इसे श्रीकृष्ण सर्किट से जोड़ने की मांग लंबे समय से की जा रही है. हालांकि अब तक इसमें अपेक्षित सफलता नहीं मिल सकी है. श्रीकृष्ण सर्किट केंद्र सरकार की स्वदेश दर्शन योजना के तहत बनाया गया है, जिसमें मथुरा-वृंदावन (उत्तर प्रदेश), नाथद्वारा-जयपुर (राजस्थान), कुरुक्षेत्र (हरियाणा), पुरी (ओडिशा) और द्वारका (गुजरात) जैसे प्रमुख धार्मिक स्थलों को शामिल किया गया है. यदि नगर ऊंटारी का बंशीधर मंदिर इससे जुड़ता है तो गढ़वा जिले की पहचान राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर होगी. अपग्रेड होंगे गढ़वा के पर्यटन स्थल राज्य पर्यटन संवर्धन समिति ने गढ़वा जिला के कई धार्मिक और पर्यटन स्थल को अपग्रेड करने के प्रस्ताव पर अपनी सहमति दे दी है. जिन स्थानों को पर्यटन की दृष्टिकोण से अपग्रेड किया जाना हैं उसमें मां गढ़देवी मंदिर ,सुखलदरी जलप्रपात, सतबहिनी झरना, बाबा खोनहर नाथ मंदिर, राजा पहाड़ी मंदिर शामिल हैं. इसके साथ ही कुछ पर्यटन स्थल जहां जाने के लिए रास्ते का अभाव है, वहां ट्रेकिंग रूट बनाया जायेगा. इसके लिए गढ़वा के लहसुनिया पहाड़, खजूरी पहाड़ जैसे पर्यटन स्थल को सूचीबद्ध किया गया हैं. गढ़वा के पर्यटन स्थलों को राष्ट्रीय फलक पर लाने का प्रयास : वीडी राम (फोटो) पलामू सांसद वीडी राम ने कहा है कि गढ़वा के धार्मिक और पर्यटन स्थलों को राष्ट्रीय फलक पर पहचान दिलाने की दिशा में लगातार प्रयास किये जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि बंशीधर नगर को तीर्थयात्रा कायाकल्प व आध्यात्मिक संवर्धन अभियान (प्रसाद योजना) के तहत जोड़ने की पहल की गयी है. यह योजना देशभर में प्रमुख तीर्थ स्थलों के विकास और धार्मिक पर्यटन के अनुभव को समृद्ध बनाने पर केंद्रित है. सांसद ने भरोसा जताया कि आने वाले समय में इन प्रयासों का सकारात्मक असर दिखेगा. विजन के अभाव के कारण नहीं हुआ अपेक्षित विकास : मिथिलेश ठाकुर कुछ माह के लिए राज्य के पर्यटन मंत्री रहे मिथिलेश ठाकुर ने कहा कि जिले में पर्यटन विकास की अपार संभावनाएं हैं. लेकिन अब तक यहां से चुने गये जनप्रतिनिधियों के पास पर्यटन को लेकर विजन का अभाव रहा, जिसके कारण संभावना होने के बावजूद अपेक्षित विकास नहीं हो सका. उन्होंने कहा कि मंत्री रहते हुए उन्होंने इस दिशा में ईमानदारी से पहल की और गढ़वा को देश के पर्यटन मानचित्र में स्थापित करने की कोशिश की थी. पर्यटन स्थल के विकास के लिए जिला प्रशासन सक्रिय : डीसी गढ़वा के उपायुक्त दिनेश कुमार यादव ने कहा कि जिले में पर्यटन स्थल के विकास को लेकर जिला प्रशासन पूरी सक्रियता के साथ काम कर रहा है. जिला पर्यटन संवर्धन समिति की बैठक में लिए गये निर्णय अनुसार काम हो, इसके लिए उप विकास आयुक्त को जिम्मेदारी दी गयी है. ……. जिले के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल मां चतुर्भुजी भगवती मंदिर मां गढ़ देवी मंदिर गढ़वा सतबहिनी झरना …….. प्राकृतिक सौंदर्य सुखलदरी जलप्रपात गुरुसिंधु जलप्रपात खजुरी डैम ……. क्या कहते हैं लोग पर्यटन के क्षेत्र में विकास होने बढ़ेंगे रोजगार के अवसर: बबलू पटवा (फोटो) गढ़वा चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष बबलू पटवा ने कहा कि गढ़वा में पर्यटन के क्षेत्र में काफी संभावनाएं हैं. यदि इसपर काम हो, तो पर्यटन विकास से स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर बढ़ेंगे, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा. अतिथि आवास, होटल, रिसॉर्ट्स की मांग बढ़ेगी. स्थानीय उद्योगों को भी प्रोत्साहन मिलेगा. शासन-प्रशासन के स्तर से इस पर काम होना चाहिए. प्रयास से राष्ट्रीय पर्यटम केंद्र के रूप में उभर सकता है गढ़वा : नीतिन तिवारी (फोटो) गढ़वा पर्यावरण परिवार के संयोजक नीतिन तिवारी ने कहा कि सरकार के स्तर से यहि प्रयास हो और अपेक्षित जनसहयोग मिले, तो धार्मिक और प्राकृतिक महत्व के स्थलों के विकास से गढ़वा एक राष्ट्रीय पर्यटन केंद्र के रूप में उभर सकता है.
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