#MeToo अनुभव साझा करने वाली महिलाओं से सबूत मांगना बेवकूफी : करण जौहर

मुंबई : फिल्मकार करण जौहर का कहना है कि ‘अभियान के तहत सामने आईं कहानियां दिल दुखाने वाली हैं और लोगों का महिलाओं के दावों के समर्थन में ‘कोई सबूत ना होने’ की बात कहना ‘बेवकूफी’ है. जौहर ने कहा कि अपने अनुभव साझा करने वाली महिलाओं की सराहना करने और उनपर भरोसा करने की […]

By Prabhat Khabar Print Desk | November 26, 2018 2:27 PM

मुंबई : फिल्मकार करण जौहर का कहना है कि ‘अभियान के तहत सामने आईं कहानियां दिल दुखाने वाली हैं और लोगों का महिलाओं के दावों के समर्थन में ‘कोई सबूत ना होने’ की बात कहना ‘बेवकूफी’ है. जौहर ने कहा कि अपने अनुभव साझा करने वाली महिलाओं की सराहना करने और उनपर भरोसा करने की जरूरत है.

जौहर ने कहा, ‘आवाज उठाने वाली हर महिला का सम्मान तथा सराहना करनी चाहिए और हर एक आवाज पर विश्वास करना जरूरी है. आप यह नहीं कह सकते कि कोई सबूत नहीं है. ऐसा कहना असंतोषजनक, पुरुषवादी सोच और बेवकूफी होगी. जब कोई महिला सामने आकर अपने दिल की बात कहती है, तो वह सही है और आप उस पर विश्वास करते हैं.’

करण ने कहा कि ‘मी टू’ अभियान के बाद जवाबदेही की एक बड़ी भावना स्थापित हुई है.

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