Bigg Boss 19 Vs Rise and Fall: टीवी का ड्रामा या ओटीटी का नया गैमचेंजर, दर्शकों के बीच असली एंटरटेमेंट का किन कौन? देखें यहां
Bigg Boss 19 Vs Rise and Fall: टीवी और ओटीटी की दुनिया में रियलिटी शो की जंग अब और दिलचस्प हो गई है. एक तरफ बिग बॉस 19 अपने ड्रामा, लड़ाई-झगड़े और कंट्रोवर्सी से सुर्खियां बटोर रहा है. वहीं दूसरी तरफ ओटीटी पर राइज एंड फॉल स्ट्रैटेजी, सर्वाइवल और गेम-प्ले के जरिए दर्शकों को एक नया अनुभव दे रहा है. इसी बीच आइए जानते है कि कौन सा शो दर्शकों के बीच पसंदीदा बन रहा है?
Bigg Boss 19 Vs Rise and Fall: टीवी और ओटीटी की दुनिया में इस वक्त सबसे दिलचस्प मुकाबला दो बड़े रियलिटी शोज के बीच देखने को मिल रहा है. एक तरफ है ‘बिग बॉस 19’, जो पिछले कई सालों से दर्शकों का फेवरेट शो बना हुआ है. वहीं दूसरी ओर है ‘राइज एंड फॉल’, जो ओटीटी प्लेटफॉर्म पर तेजी से पॉपुलर हो रहा है. इन दोनों शोज का अंदाज और कंटेंट बिल्कुल अलग है, लेकिन दर्शकों के बीच इन्हें लेकर जबरदस्त चर्चा है. अब सवाल यह है कि आज की ऑडियंस किसे ज्यादा पसंद कर रही है, ड्रामा और कंट्रोवर्सी वाला शो या फिर स्ट्रैटेजी और गेम पर बना नया फॉर्मेट?
ड्रामा Vs स्ट्रैटेजी
बिग बॉस की पहचान हमेशा से ड्रामा और कंट्रोवर्सी की रही है. इस शो में झगड़े, चीखना-चिल्लाना, दोस्ती और दुश्मनी हर एपिसोड में देखने को मिलती है. घर के अंदर होने वाली छोटी-छोटी बहस भी सोशल मीडिया पर बड़े मुद्दे बन जाती हैं. हालांकि, राइज एंड फॉल पूरी तरह स्ट्रैटेजी और गेम पर बना शो है. यहां कंटेस्टेंट्स को टीम वर्क, सर्वाइवल और स्मार्ट मूव्स पर जीत मिलती है. इसमें इंडिविजुअल लड़ाई-झगड़े की जगह गेमिंग स्ट्रैटेजी ज्यादा मायने रखती है. जिस वजह से शो को देखने वाले ये “माइंड गेम्स का रियलिटी शो” मानते है.
टीआरपी Vs ग्लोबल रीच
बिग बॉस 19 की ताकत उसकी टीआरपी है. हर हफ्ते आने वाली टीआरपी रिपोर्ट में ये शो अक्सर टॉप पर बना रहता है. सलमान खान का स्टार पावर और लगातार बने रहने वाले विवाद इस शो को हमेशा चर्चा में रखते हैं. वहीं, राइज एंड फॉल की खासियत इसकी ग्लोबल रीच है. ये शो ओटीटी पर एक साथ कई देशों में देखा जा रहा है. ट्विटर और इंस्टाग्राम पर इंटरनेशनल लेवल पर इसकी खूब बातें हो रही हैं. यह शो आज की युवा ऑडियंस ओटीटी की तरफ ज्यादा झुक रही है, जहां उन्हें एक साथ पूरी सीरीज देखने का मौका मिलता है.
सेलेब्रिटी Vs कॉमनर्स
बिग बॉस की एक और बड़ी खासियत है इसके सेलेब्रिटी कंटेस्टेंट्स. हर सीजन में टीवी, बॉलीवुड और सोशल मीडिया से जुड़े स्टार्स घर का हिस्सा बनते हैं. इनकी निजी जिंदगी, रिश्ते और झगड़े दर्शकों को खूब आकर्षित करते हैं. कभी-कभी शो में कॉमनर्स भी एंट्री लेते हैं, लेकिन शो का फोकस ज्यादातर स्टार्स पर ही रहता है. हालांकि, राइज एंड फॉल में ज्यादातर कंटेस्टेंट्स नए चेहरे होते हैं. ये लोग भले ही मशहूर न हों, लेकिन अपनी पर्सनैलिटी और गेम के दम पर दर्शकों का दिल जीत लेते हैं. यहां स्टार पावर से ज्यादा मायने रखता है, कंटेंट और परफॉर्मेंस.
व्यूअर एंगेजमेंट
बिग बॉस की सबसे बड़ी ताकत है दर्शकों की भागीदारी. इसमें वोटिंग सिस्टम है, हर हफ्ते कौन शो से बाहर जाएगा यह जनता तय करती है. इसके अलावा, वीकेंड का वार एपिसोड में सलमान खान का अंदाज ऑडियंस को सबसे ज्यादा एंटरटेन करता है. लेकिन राइज एंड फॉल पूरी तरह बिंज-वॉचिंग फॉर्मेट पर चलता है. ओटीटी पर दर्शक जब चाहें, जितने चाहें एपिसोड देख सकते हैं. इससे शो की स्पीड और एंगेजमेंट दोनों बढ़ जाती है.
कल्चरल इम्पैक्ट
बिग बॉस का कल्चरल इम्पैक्ट बहुत बड़ा है. इसके झगड़े और डायलॉग्स सोशल मीडिया पर मीम्स और ट्रेंड बन जाते हैं. ट्विटर पर हर हफ्ते बिग बॉस से जुड़े हैशटैग ट्रेंड करना आम बात है. वहीं, राइज एंड फॉल का इम्पैक्ट थोड़ा अलग है. इस शो ने सोशल मीडिया पर फैन थ्योरीज और स्ट्रैटेजी डिस्कशंस को बढ़ावा दिया है. दर्शक एपिसोड देखकर खुद समझते हैं कि कौन किस मूव में सही या गलत था.
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