स्कूल में हो गए 3 विषय में फेल, शिक्षक ने कह दी ऐसी बात कि एक लगातार निकाली 7 परीक्षाएं

Success Story: पंकज यादव जिन्होंने एक बार स्कूल में फेल होने के बाद ठान लिया था कि उन्हें न सिर्फ अच्छे नंबरों से पास होना है बल्कि जीवन में कुछ हासिल करना है. पंकज यादव ने बिना किसी कोचिंग के एक साथ कई सरकारी परीक्षा में सफलता हासिल कर ली. आइए, जानते हैं उनकी सक्सेस स्टोरी.

By Shambhavi Shivani | September 20, 2025 2:08 PM

Success Story: कई लोग होते हैं जो बार-बार मेहनत करने के बाद भी सिविल सेवा या इस तरह की सरकारी प्रतियोगिता परीक्षा नहीं निकाल पाते हैं. वहीं कुछ लोग ऐसे होते हैं जो बार-बार फेल होने के बाद भी प्रयास करते रहते हैं और सफलता हासिल करके ही दम लेते हैं. कुछ ऐसी ही कहानी है पंकज यादव (Pankaj Yadav) की, जिन्होंने प्राइवेट नौकरी करते हुए बिना किसी कोचिंग के प्रतियोगिता परीक्षा में सफलता पाई.

Success Story: फेल होने पर शिक्षक ने किया चैलेंज 

एक बार वे स्कूल में तीन विषय में फेल कर गए थे. उनके शिक्षक ने पूरी कक्षा के सामने उनसे कहा कि पंकज अगर तुम 60% नंबर ले आओगे तो तुम जीवन में कुछ भी हासिल कर पाओगे. पंकज ने आहत होने के बदले शिक्षक द्वारा कही इस बात को चुनौती के रूप में लिया और मेहनत करने लगे. 

Success Story: दुकान के स्टोरेज को बनाया स्टडी रूम 

पंकज यादव में पढ़ने की लगन इतनी थी कि उन्होंने पिता के दुकान के स्टोरेज रूम को स्टडी रूम बना लिया. वे यहीं पढ़ाई किया करते थे. उन्होंने हमेशा से बिना किसी गाइड और ट्यूशन के पढ़ाई की. स्कूल में ट्यूशन पढ़ने वाले बच्चों को पीछे छोड़कर 60 प्रतिशत अंक हासिल किया. 

Success Story: बीटेक की डिग्री

स्कूली पढ़ाई करने के बाद उन्होंने इलेक्ट्रिकल ब्रांच से बीटेक किया. इसके बाद एक अच्छी कंपनी में मोटी सैलरी पर जॉब करने लगे. नौकरी के बाद उनकी शादी हुई और एक बच्चा हुआ. लाइफ में सबकुछ सेट चल रहा था. लेकिन एक दिन अचानक पंकज को सिविल सेवा की तैयारी करने का जुनून सिर चढ़ा. 

Success Story: बिना कोचिंग के पास की परीक्षा

पंकज शादीशुदा थे, ऐसे में नौकरी छोड़ नहीं सकते थे. इसलिए उन्होंने नौकरी के साथ सिविल सेवा की तैयारी शुरू की. यूपीएससी परीक्षा में अपने पहले प्रयास में वे असफल रहे लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी. उन्होंने एक नहीं बल्कि सात अलग-अलग राज्य की सिविल सेवा (पीसीएस) परीक्षाएं पास की. दिलचस्प बात ये है कि इसके लिए उन्होंने कोचिंग ट्यूशन का सहारा नहीं लिया था. 

Success Story: पंकज की कहानी दूसरों के लिए उदाहरण

पंकज की सफलता का असली मंत्र उनकी एकाग्रता और अनुशासन था. उन्होंने खुद को सोशल मीडिया और अन्य भटकाने वाली चीजों से दूर रखा. उनका विश्वास था कि अगर आपके भीतर सच्चा जुनून है तो उम्र या व्यस्तता कभी भी सपनों के रास्ते की रुकावट नहीं बन सकती. आज वे उन सभी के लिए प्रेरणा हैं, जो यह सोचकर पीछे हट जाते हैं कि वे अपने सपनों को पूरा करने के लिए बहुत उम्रदराज या बेहद व्यस्त हैं. 

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