प्लेन के टायर में नहीं होती है आम हवा, साइंस Student भी हो जाते हैं कंफ्यूज
Airplanes Tyre Gas Amazing Facts: प्लेन पर आप कई बार ट्रैवल कर चुके होंगे या फिर आपने इसे देखा होगा. लेकिन क्या आप जानते हैं कि प्लेन के टायर में कौन सी हवा होती है. अगर आप सोच रहे हैं कि ये कोई मामूली हवा होती है तो आप गलत हैं. प्लेन के टायर में एक खास तरह का गैस डाला जाता है. आइए, Amazing Facts में जानते हैं ये कौन सी गैस है और प्लेन के टायर में क्यों डाली जाती है.
Airplanes Tyre Gas Amazing Facts: हवाई जहाज उड़ते सभी ने देखे होंगे और लाखों लोग हर दिन इसका सफर भी करते हैं. यह एक ऐसा भारी वाहन है, जो सैकड़ों यात्रियों को लेकर हजारों फीट ऊपर आसमान में उड़ान भरता है. विमान और उसमें यात्रा कर रहे यात्रियों की सुरक्षा बनी रहे, इसके लिए हर छोटी से छोटी चीज का ध्यान रखा जाता है. इनमें से एक है, हवाई जहाज का टायर. आपको जानकार हैरानी होगी कि एयोरप्लेन के टायरों में सामान्य हवा नहीं होती है बल्कि इसमें एक खास तरह का गैस होता है. आइए, जानते हैं हवाई जहाज से जुड़े इस रोचक फैक्ट्स के बारे में.
Which Gas is filled in Aeroplane Tyres: हवाई जहाज के टायर में कौन सा गैस भरा होता है?
क्या आप जानते हैं कि हवाई जहाज के टायर में कोई मामूली गैस नहीं बल्कि नाइट्रोजन (Nitrogen) भरा होता है. लेकिन अब आपके मन में सवाल आ रहा होगा कि जब धरती पर चलने वाली बड़ी से बड़ी गाड़ियों के टायर में नॉर्मल हवा भरी जाती है तो फिर प्लेन के टायर में Nitrogen का इस्तेमाल क्यों किया जाता है? आइए, जानते हैं इस सवाल का जवाब.
Nitrogen Gas in Plane Tyres: क्यों होती है नाइट्रोजन की जरूरत?
प्लेन जब रनवे पर उतरता या उड़ान भरता है तो उसका वजन और तेज रफ्तार टायरों पर बहुत दबाव डालता है. ऐसे में आग लगने या टायर फटने का खतरा हो सकता है. नाइट्रोजन गैस ज्वलनशील नहीं होती, यानी इससे आग लगने के चांसेज खत्म हो जाते हैं. यही वजह है कि एयरक्राफ्ट के पहियों में केवल नाइट्रोजन गैस भरी जाती है.
Nitrogen Gas Benefits: इस वजह से रहता है नाइट्रोजन गैस
नाइट्रोजन की एक और खासियत है कि यह रासायनिक दृष्टि से बहुत कम प्रतिक्रियाशील (Less Reactive) होती है. इसका मतलब है कि यह अन्य तत्वों या पदार्थों के संपर्क में आने पर आसानी से प्रतिक्रिया नहीं करती. यही वजह है कि टायरों के अंदर नाइट्रोजन भरने से उनका तापमान और दबाव बैलेंसड रहता है और यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित होती है.
Nitrogen Gas Science Facts: मजबूत ट्रिपल बॉन्ड, ज्यादा स्थिरता
नाइट्रोजन गैस (N₂) के Atom में दो नाइट्रोजन परमाणु आपस में एक मजबूत ट्रिपल बॉन्ड से जुड़े रहते हैं. यह बॉन्ड इतना मजबूत होता है कि इसे तोड़ना बेहद कठिन है. यही उच्च स्थिरता (High Stability) नाइट्रोजन को सुरक्षित बनाती है और यह हादसों को रोकने में मददगार साबित होती है.
Amazing Facts: आसमान की ऊंचाई पर भी कामयाब
प्लेन चाहे कितनी भी ऊंचाई पर उड़ान भर रहा हो या कितनी भी स्पीड से रनवे पर उतर रहा हो, नाइट्रोजन गैस टायरों को स्थिर और सुरक्षित रखती है. यही कारण है कि हवाई जहाज के हर पहिए में यह गैस भरकर यात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी जाती है.
हवाई जहाज में कौन सा गैस डाला जाता है?
हवाई जहाज में Nitrogen गैस डाला जाता है.
क्या हवाई जहाज के टायर में Helium गैस डाला जाता है?
नहीं, हवाई जहाज के टायरों में हीलियम नहीं भरी जाती है. इनमें ड्राई नाइट्रोजन गैस भरी जाती है क्योंकि यह निष्क्रिय (Inert) होती है. हीलियम के अणु बहुत छोटे होते हैं, इसलिए यह जल्दी निकल जाएगी और महंगी भी है, इसलिए इसका इस्तेमाल नहीं किया जाता.
प्लेन के Tyres में कौन सा गैस होता है?
हवाई जहाज के टायर में Nitrogen गैस भरा जाता है.
क्या Nitrogen Gas कम सक्रिय है?
जी हां, नाइट्रोजन गैस कम सक्रिय है.
प्लेन के टायर में Nitrogen गैस क्यों डाला जाता है?
यह गैस कम सक्रिय है. यही कारण है कि टायर पर दबाव पड़ने की स्थिति में भी आग लगने का खतरा टल जाता है.
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