असम की स्टार्टअप कंपनी ने यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की के नाम पर चाय उतारी

भारतीय चाय के सबसे बड़े आयातक रूस ने वर्ष 2021 में तीन करोड़ 40.9 लाख किलोग्राम चाय खरीदी थी. दूसरी ओर, यूक्रेन ने इसी वर्ष के दौरान भारत से 17.3 लाख किग्रा चाय का आयात किया.

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 17, 2022 8:27 PM

कोलकाता: असम की स्टार्टअप कंपनी एरोमिका टी (Aromica Tea) ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की (Ukraine President Volodymir Zelensky) के नाम पर सीटीसी चाय पेश की है. कंपनी ने कहा है कि उसने रूस के हमले के खिलाफ जेलेंस्की की वीरता और साहस का सम्मान करते हुए उनके नाम से चाय बाजार में उतारी है.

एरोमिका टी के निदेशक रंजीत बरुआ ने बताया कि असम सीटीसी चाय ब्रांड ‘जेलेंस्की’ को बुधवार को बाजार के लिए पेश किया गया. बरुआ ने कहा, ‘मूल विचार राष्ट्रपति जेलेंस्की की वीरता और साहस का सम्मान करना है, जिन्होंने युद्धग्रस्त देश से बच निकलने के लिए अमेरिकी प्रस्ताव को खारिज कर दिया था. जेलेंस्की ने कहा कि उन्हें आसान रास्ते की नहीं, बल्कि गोला-बारूद की जरूरत है. यह उनके चरित्र को दर्शाता है.’

श्री बर्मन ने कहा कि यूक्रेन के राष्ट्रपति, ‘पूरी तरह से जानते हुए कि जीत आसान नहीं है, अब भी लड़ रहे हैं.’ वर्ष 2020 में आईआईएम-कलकत्ता इनोवेशन पार्क में शुरु की गयी इस कंपनी के निदेशक ने कहा, ‘हम उनके चरित्र और वीरता तथा असम चाय के बीच एक सादृश्यता कायम करने की कोशिश कर रहे हैं.’

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भारतीय चाय का सबसे बड़ा आयातक है रूस

उन्होंने कहा कि यह चाय ऑनलाइन बिक्री के लिए उपलब्ध होगी. चाय बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार, भारतीय चाय के सबसे बड़े आयातक रूस ने वर्ष 2021 में तीन करोड़ 40.9 लाख किलोग्राम चाय खरीदी थी. दूसरी ओर, यूक्रेन ने इसी वर्ष के दौरान भारत से 17.3 लाख किग्रा चाय का आयात किया.

ज्ञात हो कि पिछले 22 दिनों से रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध जारी है. रूसी हमले से अपने देश को बचाने के लिए यूक्रेन के हजारों लोगों ने हथियार उठा लिये हैं. रूस की गोलाबारी में बड़े पैमाने पर यूक्रेन को नुकसान पहुंचा है. यूक्रेन के कई खूबसूरत शहर तबाह हो गये हैं.

यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की लगातार दुनिया भर के देशों से अपील कर रहे हैं कि वह रूस पर हमले रोकने का दबाव बनायें. जेलेंस्की ने रूस के सामने सरेंडर करने से साफ इंकार कर दिया है. उनका कहना है कि वह युद्ध लड़ेंगे और रूस को हराकर इस युद्ध को जीतेंगे.

Posted By: Mithilesh Jha

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