Ayushman Card : अब आयुष्मान कार्ड से होगा कोरोना का मुफ्त इलाज ! जानें, किसको मिलेगा फायदा

ayushman bharat card, pm jay, coronavirus treatment : अगर आप आयुष्मान कार्ड धारक हैं, तो आपके लिए यह राहत कि खबर है. कोरोनावायरस वैश्विक महामारी को देखते हुए केंद्र सरकार ने आयुष्मान कार्ड धारकों को मुफ्त में इलाज कराने की व्यवस्था कर रही है. सरकार ने कहा है कि आयुष्मान कार्ड वालों का कोरोना इलाज, पीपीई किट और मास्क की सुविधा मुफ्त में मिलेगी.

By Prabhat Khabar Print Desk | June 22, 2020 2:54 PM

ayushman bharat card, pm jay, coronavirus treatment : अगर आप आयुष्मान कार्ड धारक हैं, तो आपके लिए यह राहत कि खबर है. कोरोनावायरस वैश्विक महामारी को देखते हुए केंद्र सरकार ने आयुष्मान कार्ड धारकों को मुफ्त में इलाज कराने की व्यवस्था कर रही है. सरकार ने कहा है कि आयुष्मान कार्ड वालों का कोरोना इलाज, पीपीई किट और मास्क की सुविधा मुफ्त में मिलेगी.

जी बिजनेस की रिपोर्ट के अनुसार भारत सरकार ने अबतक 22 हजार अस्पतालों में आयुष्मान योजना की सुविधा लागू की है. इन अस्पतालों में मरीजों का इलाज मुफ़्त में किया जायेगा. बीते एक महीने में तकरीबन 1000 अस्पताल को आयुष्मान योजना से जोड़ा गया है.

नेशनल हेल्थ ऑथोरिटी के एडिशन सीईओ ने बताया कि कोरोना संकट को देखते हुए आयुष्मान भारत योजना में कई तरह के बदलाव किए गए हैं. इस योजना में कोविड की जांच और इलाज के पैकेज शामिल किए हैं. इसके नये पैकेज में पीपीई कीट और मास्क के खर्चों की भी शामिल किया गया है. केंद्र ने राज्य सरकारों को उनकी जरूरत के हिसाब से अलग-अलग पैकेज बनाने को कहा है. आने वाले समय में इसमें और भी परिवर्तन देखने को मिल सकता है.

इकॉनोमिक टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार भारत में आयुष्मान योजना कार्ड बनाने की पात्रता दो स्तर पर निर्धारित की गई है. पहला, ग्रामीण और दूसरा शहरी. दोनों स्तर पर अलग-अलग तरह की पात्रता लागू होती है. अगर आप इन पात्रता पर खड़े उतरते हैं तो, आपका भी आयुष्मान भारत कार्ड बन जायेगा.

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ग्रामीण– ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वालों के लिए उस इलाके में कच्चा मकान, परिवार में किसी व्यस्क (16-59 साल) का नहीं होना, परिवार की मुखिया महिला हो, परिवार में कोई दिव्यांग हो, अनुसूचित जाति/जनजाति से हों और भूमिहीन व्यक्ति/दिहाड़ी मजदूर हो.

इसके अलावा ग्रामीण इलाके के बेघर व्यक्ति, निराश्रित, दान या भीख मांगने वाले, आदिवासी और क़ानूनी रूप से मुक्त बंधुआ मजदूर हो. इन सभी काा आयुष्मान कार्ड बन सकता है और इनका इलाज सरकारी अस्पताल में सरकारी बीमा का लाभ मिलेगा. वहीं शहरी क्षेत्र में भिखारी, कूड़ा बीनने वाले, घरेलू कामकाज करने वाले, रेहड़ी-पटरी दुकानदार, मोची, फेरी वाले, सड़क पर कामकाज करने वाले अन्य व्यक्ति का भी आयुष्मान कार्ड बनाया जा सकता है

Posted By : Avinish Kumar Mishra

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