Diwali Bonus: देश के 10.90 लाख रेलकर्मियों को पीएम मोदी का तोहफा, सरकार ने दिवाली बोनस का किया ऐलान

Diwali Bonus: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में 10.91 लाख रेलवे कर्मचारियों को 78 दिन का प्रोडक्टिविटी लिंक्ड बोनस देने का फैसला लिया गया. इस पर 1865.68 करोड़ रुपये खर्च होंगे। बैठक में बिहार में बख्तियारपुर-राजगीर-तिलैया रेलवे लाइन के दोहरीकरण, एनएच-139डब्ल्यू पर 4-लेन सड़क परियोजना और भारत के शिपबिल्डिंग व समुद्री क्षेत्र को पुनर्जीवित करने के लिए 69,725 करोड़ रुपये के पैकेज को भी मंजूरी दी गई.

By KumarVishwat Sen | September 24, 2025 7:39 PM

Diwali Bonus: केंद्र सरकार ने त्योहारी सीजन में रेलवे कर्मचारियों को बड़ा तोहफा दिया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में 10.91 लाख से अधिक रेलकर्मियों को 78 दिन का प्रोडक्टिविटी लिंक्ड बोनस (पीएलबी) देने के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई. इस पर सरकार कुल 1865.68 करोड़ रुपये खर्च करेगी. बोनस से रेलवे कर्मचारियों के परिवारों में त्योहारी खुशियां और उत्साह और बढ़ जाएगा.

बिहार में रेलवे लाइन का दोहरीकरण

मंत्रिमंडल ने बख्तियारपुर-राजगीर-तिलैया रेलवे लाइन के दोहरीकरण के प्रस्ताव को भी मंजूरी दी है. इस परियोजना पर 2,192 करोड़ रुपये की लागत आएगी. इससे बिहार के यात्रियों को बेहतर रेल सेवाएं मिलेंगी और माल ढुलाई की सुविधा भी तेज होगी.

राष्ट्रीय राजमार्ग का विस्तार

केंद्रीय मंत्रिमंडल ने बिहार में एनएच-139डब्ल्यू के साहिबगंज-अरारज-बेतिया खंड को चार लेन का बनाने के प्रस्ताव को हरी झंडी मिल गई है. यह परियोजना हाइब्रिड एन्युइटी मॉडल पर पूरी की जाएगी और इसकी लागत 3,822.31 करोड़ रुपये होगी. लगभग 78.942 किलोमीटर लंबाई की इस सड़क के निर्माण से बिहार में सड़क कनेक्टिविटी और व्यापारिक गतिविधियों को मजबूती मिलेगी.

इसे भी पढ़ें: PM Modi Appeal: गिफ्ट के पैसों का नमामि गंगे के लिए होगा इस्तेमाल, ऑनलाइन नीलामी में भाग लें नागरिक

शिपबिल्डिंग और समुद्री क्षेत्र को बढ़ावा

सरकार ने 69,725 करोड़ रुपये के पैकेज के साथ भारत के शिपबिल्डिंग और समुद्री क्षेत्र को पुनर्जीवित करने की योजना बनाई है. यह पैकेज 4-पिलर दृष्टिकोण पर आधारित होगा, जिसमें शिपबिल्डिंग, समुद्री वित्तपोषण और घरेलू क्षमता को मजबूत करने पर जोर दिया जाएगा. इसका उद्देश्य भारत को वैश्विक समुद्री हब के रूप में स्थापित करना है.

इसे भी पढ़ें: ट्रंप के टैरिफ को करारा जवाब देगा स्वदेशी 2.0, भारत की अर्थव्यवस्था को तेजी से बढ़ाएगा मोदी मंत्र

Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.