देश की सबसे बड़ी एयरलाइन में सातवें दिन भी मचा उथल-पुथल, जानिए इंडिगो के अरबपति मालिक कौन हैं?

Owner of Indigo: देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो में ऑपरेशन संकट लगातार गहराता जा रहा है. सातवें दिन भी उड़ानों के रद्द और देरी का सिलसिला नहीं थमा, जिससे हजारों यात्री एयरपोर्ट पर फंसे रहे. सोमवार को 450 से अधिक फ्लाइट्स कैंसिल होने से स्थिति और गंभीर हो गई.

By Anshuman Parashar | December 9, 2025 10:16 AM

Owner of Indigo: देश की सबसे बड़ी विमानन कंपनी इंडिगो (IndiGo) में आया परिचालन संकट थमने का नाम नहीं ले रहा है. लगातार सातवें दिन भी हजारों यात्री हवाई अड्डों पर परेशान दिखे, क्योंकि एयरलाइन की उड़ानों में देरी और रद्द होने का सिलसिला जारी रहा. सोमवार को भी करीब 450 उड़ानें रद्द हुईं, जिसने इस संकट को भारतीय एविएशन सेक्टर की सबसे बड़ी चुनौती बना दिया है.

Indigo Crisis की मेन वजह क्या है?

इंडिगो ने इस गंभीर स्थिति के लिए फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिट (FDTL) के नए नियमों और पायलटों की भारी कमी को मुख्य रूप से जिम्मेदार ठहराया है. एयरलाइन के अनुसार, 1 नवंबर से लागू हुए FDTL नियमों के तहत पायलटों को लंबा आराम देना अनिवार्य हो गया है जिससे उड़ान घंटों पर लिमिट लग गई है. पहले से ही क्रू-मेंबर्स की कमी से जूझ रही एयरलाइन के लिए यह दोहरा झटका है. इस बीच, इंडिगो को सात दिनों में हजारों फ्लाइट्स कैंसिल करनी पड़ी हैं और रिपोर्ट्स के मुताबिक, यात्रियों को लगभग 610 करोड़ रुपए के टिकट रिफंड भी जारी किए गए हैं.

शेयर और मार्केट कैप फिसला

इस गंभीर परिचालन समस्या का असर इंडिगो की मूल कंपनी इंटरग्लोब एविएशन के शेयरों पर भी दिखा. सोमवार को कंपनी के शेयर 9% तक फिसल गए, जिससे इसका मार्केट कैप गिरकर 1.89 लाख करोड़ रुपए पर आ गया. यह गिरावट बाजार में निवेशकों की चिंता को दर्शाती है.

किसका आइडिया था इंडिगो?

यह जानना दिलचस्प है कि आज संकट में फंसी देश की सबसे बड़ी एयरलाइन की शुरुआत दो दूरदर्शी दोस्तों ने की थी. इंडिगो की नींव साल 2006 में राहुल भाटिया और राकेश गंगवाल ने रखी थी. राहुल भाटिया जहां यूनिवर्सिटी ऑफ वाटरलू से पढ़े हैं, वहीं राकेश गंगवाल आईआईटी कानपुर के छात्र रहे हैं.

Indigo ने अपनी पहली उड़ान कब भरी थी?

दोनों ने मिलकर 2004 में इंटरग्लोब एविएशन की शुरुआत ऐसे समय में की जब देश का एविएशन सेक्टर अस्थिर था. विमान न होने के कारण कंपनी को दो साल तक ऑपरेशन शुरू करने में देरी हुई. लेकिन, राकेश गंगवाल की पहचान ने यह समस्या हल कर दी. उन्होंने एयरबस से उधारी पर 100 विमानों का ऐतिहासिक ऑर्डर हासिल किया और 4 अगस्त 2006 को इंडिगो ने अपनी पहली उड़ान भरी, जिसके बाद यह देश की सबसे बड़ी एयरलाइन बन गई.

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वर्तमान में राहुल भाटिया इंटरग्लोब एविएशन का नेतृत्व कर रहे हैं. फोर्ब्स के मुताबिक, राहुल भाटिया की कुल संपत्ति 8.1 अरब डॉलर है, जबकि राकेश गंगवाल की नेटवर्थ लगभग 5.8 अरब डॉलर है. इंटरग्लोब एविएशन में राकेश गंगवाल के पास 4.53% हिस्सेदारी है जबकि राहुल भाटिया की हिस्सेदारी 0.01% है.

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